खंडित भारत को एक सूत्र में पिरोने का आरएसएस ने लिया संकल्प ..

उन्होने कहा कि हम सभी भारत माता की संतान हैं. सनातन परम्परा में खण्डित मूर्ति की पूजा नहीं होती है. भारत  से विखंडित वे सारे हिस्से भौगोलिक दृष्टिकोण से पुन: एक हो या न हो पर एक सांस्कृतिक सूत्र में तो बंध ही सकते हैं. 

- अखण्ड भारत संकल्प‌ दिवस पर आयोजित हुआ वर्चुवल कार्यक्रम
- सभी ने लिया भारत की अखंडता का संकल्प
                                                        
बक्सर टॉप न्यूज़, बक्सर: राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ ने अखंड भारत संकल्प दिवस मनाया. कोरोना जैसी त्रासदी के कारण बक्सर जिला में गूगल मीट पर वर्चुअल कार्यक्रम आयोजित किया गया. कार्यक्रम के मुख्य वक्ता जिला के जिला कार्यवाह विमल कुमार सिंह ने आज के विषय पर प्रकाश डालते हुए सर्वप्रथम पूर्व प्रधानमंत्री दिवंगत अटल बिहारी वाजपेयी जी की कविता को जीवंत रूप देते हुये दुहराया ."दिन दूर नहीं खंडित भारत को पुनः अखंड बनाएंगे, गिलगित से गारो पर्वत आजादी पर्व मनाएंगे ..उस स्वर्ण दिवस के लिए कमर कसें बलिदान करें
जो पाया उसमें खो न जाएं जो खोया उसका ध्यान करें.."

उन्होंने आज की वर्तमान परिस्थिति से युवकों को अवगत कराते हुए  कहा कि, जम्बूद्वीप से इंडिया तक के सफर में भारत का 24 मर्तबा विभाजन हो चुका है. यह संकल्प दिवस उन प्रतिकूल परिस्थितियों से सबक लेने के लिए है साथ ही उन चुनैतियों से निबटने के लिए सतत प्रयास के लिए है. उन्होने कहा कि हम सभी भारत माता की संतान हैं. सनातन परम्परा में खण्डित मूर्ति की पूजा नहीं होती है. भारत  से विखंडित वे सारे हिस्से भौगोलिक दृष्टिकोण से पुन: एक हो या न हो पर एक सांस्कृतिक सूत्र में तो बंध ही सकते हैं. विषय को आगे बढाते सभी ने यह संकल्प दोहराया तथा "जम्बूदीपे आर्यावर्ते भरतखण्डे ......." श्लोक का वाचन किया.

वक्ताओं ने कहा कि भारत के गौरवमयी अतीत के सांस्कृतिक पृष्ठ के अनेक स्मृतियां इसके अनेक हिस्सों में काल प्रवाह के नीचे दब गई हैं. जिसे ढूंढ कर उसे एकसूत्र में करने की आवश्यकता है. जो ईरान से लेकर फिलीपींस और तिब्बत से लेकर श्रीलंका तक के क्षेत्र में है. संघ का यह सपना कोरी कल्पना मात्र नहीं है वरन इस दिशा में निरंतर प्रयास चल रहा है.

कार्यक्रम का संचालन संघ के नगर महाविद्यालयीन छात्र  कार्य प्रमुख आलोक देश पाण्डेय ने किया. वहीं, शुरूआत शारीरिक शिक्षण प्रमुख राहुल ने "जिस दिन सोया राष्ट्र जगेगा, दिश-दिश फैला तमस हटेगा.." गीत गाकर किया. आज का विषय प्रवेश कराते हुए आलोक कुमार ने खण्डित भारत को पुन: अखण्ड के संबंध मे प्रकाश डाला. 
                                   
इस कार्यक्रम मे सह प्रान्त कार्यवाह राजेन्द्र कुमार, जिला प्रचारक अन्शुमान कुमार, नगर बाल कार्य प्रमुख गौरव कुमार, गंगाधर सर्राफ, अभिमन्यु कुमार,  विशाल कुमार, विकास कुमार, प्रिय रंजन कुमार, सोनू कुमार, राहुल ओझा, अभिजीत कुमार, विवेक कुमार, जयशंकर कुमार, अंकुर कुमार, त्रिभुवन कुमार, किशन कुमार समेत लगभग पचास युवा कार्यक्रम में शामिल रहे.














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