चुनाव से पहले बड़ा उलटफेर, डीजीपी ने दिया इस्तीफा, बक्सर से लड़ेंगे चुनाव ..

उनके स्थान पर फायर सर्विस व होमगार्ड के डीजी एस.के. सिंघल को नया डीजीपी बनाया गया है. ऐसे में अब लगभग यह साफ हो चुका है कि माना जा रहा है कि वह शाहपुर में राहुल तिवारी के खिलाफ तुरूप का पत्ता साबित हो सकते हैं अथवा बक्सर से भी चुनाव लड़ सकते हैं. 

 


- मीडिया को दिए बयान में कहा था "भविष्य कोई नहीं जानता"
- जदयू जिलाध्यक्ष ने पूर्व में ही कर दी है बक्सर की सीट जेडीयू के खाते में जाने की घोषणा

बक्सर टॉप न्यूज़, बक्सर: जिस प्रकार की उम्मीद की जा रही थी ठीक उसी प्रकार बिहार में होने विधानसभा चुनाव से पहले एक बड़ा और धमाकेदार उलटफेर हुआ है. बिहार के डीजीपी गुप्तेश्वर पांडेय ने स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति ले ली है. अब उनके विधान सभा चुनाव के कयासों को और हवा मिल गई है. वहीं, बिहार सरकार ने उनके वीआरएस को मंजूर भी कर लिया है. उनके स्थान पर फायर सर्विस व होमगार्ड के डीजी एस.के. सिंघल को नया डीजीपी बनाया गया है. ऐसे में अब लगभग यह साफ हो चुका है कि माना जा रहा है कि वह शाहपुर में राहुल तिवारी के खिलाफ तुरूप का पत्ता साबित हो सकते हैं अथवा बक्सर से भी चुनाव लड़ सकते हैं. 2 दिन पूर्व ही वह बक्सर पहुंचे थे जहां उन्होंने घंटों तक  जदयू के जिला अध्यक्ष विंध्याचल कुशवाहा से बंद कमरे में गुफ्तगू की थी, जिसके बाद यह चर्चा हो रही थी कि वह बक्सर से चुनाव लड़ सकते हैं. उन्होंने यह कहा भी था आज के तारीख तक वह चुनाव लड़ने का फैसला नहीं कर रहे हैं लेकिन, भविष्य में क्या होगा वह कह नहीं सकते हैं. वहीं, जदयू के जिलाध्यक्ष विंध्याचल कुशवाहा ने मीडिया से बातचीत में कहा था कि जदयू की को बक्सर की सीट मिलने जा रही है.  हालांकि, अब यह पूरी तरह साफ हो चुका है कि डीजीपी जेडीयू के उम्मीदवार होंगे. माना जा रहा है कि उनके रणक्षेत्र में  डीजीपी के उतरने के बाद नजारा कुछ और होगा. 

बता दें कि, गुप्तेश्वर पांडेय 1987 बैच के आइपीएस अधिकारी थे. गौरतलब है कि, फिल्म अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत मौत मामले में सुर्खियों में आए डीजीपी गुप्तेश्वर पांडेय ने अभिनेता की मौत पर मुंबई पुलिस की जांच पर कई सवाल उठाए थे. महाराष्ट्र सरकार और मुंबई पुलिस के द्वारा बिहार के पुलिस अधिकारी एवं जांच टीम के साथ जिस तरह का दुर्व्यवहार किया था इससे डीजीपी काफी आहत थे. उन्होंने कई टीवी चैनलों पर इस प्रकरण की आलोचना की थी. अपने लगातार तल्ख तेवर के कारण वह पूरे देश में चर्चा का विषय बने हुए थे.













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