बेखौफ अपराधियों ने गोली मारकर की अधिवक्ता की हत्या ..

घटना की जानकारी मिलने के बाद भी काफी देर तक पुलिस के ना पहुंचने से लोगों में आक्रोश व्याप्त है. वहीं, सदर अस्पताल पहुंचे मुफ्फसिल थाना के एसआई संजय शर्मा ने बताया कि मौके पर एक खोखा बरामद किया गया है.

-मुफस्सिल  थाना क्षेत्र के गुरुदास मठिया के समीप अपराध कर्मियों ने दिया घटना को
- घर से न्यायालय के लिए निकले थे अधिवक्ता, बाइक सवार अपराधियों ने दिया घटना को अंजाम

बक्सर टॉप न्यूज, बक्सर: डीजीपी गुप्तेश्वर पांडेय भले ही क्राइम कंट्रोल के दावे करें लेकिन, धरातल पर हालात कुछ और ही हैं. डीजीपी के गृह जिले में अपराधियों के बुलंद हौसलों की बानगी उस वक्त देखने को मिली जब सुबह तकरीबन 10:00 बजे घर से निकल कर न्यायालय जा रहे एक अधिवक्ता को अपराधियों ने सरेआम गोली मार दी और आराम से भाग निकले. गोली अधिवक्ता के सिर में लगी थी जिसके बाद उन्हें गंभीर हालत में अस्पताल में भर्ती कराया गया लेकिन, इलाज से पूर्व ही चिकित्सकों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया. बाद में मृतक को पोस्टमार्टम के लिए पोस्टमार्टम हाउस भेज दिया गया है. घटना की जानकारी मिलने के बाद भी काफी देर तक पुलिस के ना पहुंचने से लोगों में आक्रोश व्याप्त है. वहीं, सदर अस्पताल पहुंचे मुफ्फसिल थाना के एसआई संजय शर्मा ने बताया कि मौके पर एक खोखा बरामद किया गया है.


घटना के संदर्भ में गुरदास मठिया के निवासी मृत अधिवक्ता के चचेरे भाई विश्वास पांडेय से मिली जानकारी के मुताबिक वह सुबह तकरीबन 10:00 बजे घर से न्यायालय के लिए निकले थे. जैसे ही वह इटाढ़ी रोड स्थित साधू बाबा मंदिर के पास स्थित पेट्रोल पंप के समीप पहुंचे ब्लू अपाचे बाइक पर सवार अपराधियों ने उन्हें नजदीक से गोली मार दी और भाग निकले. अधिवक्ता मौके पर ही गिर गए. स्थानीय लोगों के द्वारा परिजनों को सूचना देते हुए घायल अधिवक्ता को सदर अस्पताल भेजा, लेकिन अस्पताल पहुंचने से पूर्व ही उनकी मृत्यु हो गई.


मृतक के परिजनों ने लगाया पुलिसिया सुस्ती का आरोप:

अधिवक्ता के परिजनों ने बताया कि यह घटना पुलिसिया सुस्ती का परिणाम है. रेलवे क्रॉसिंग के समीप मुफ्फसिल थाना का आउटपोस्ट होने के बावजूद कई आपराधिक घटनाएं आसपास अनवरत कारित होती रहती है. शराब तस्करी के साथ ही अपराध कर्मियों का जमावड़ा क्षेत्र में अक्सर देखने को मिलता है. लेकिन, पुलिस उनके विरुद्ध कोई कार्रवाई नहीं करती जिससे कि अपराधियों का मनोबल ऊंचा रहता है.

घटना की सूचना पर पहुंचे अधिवक्ता संघ के महासचिव, दिया मुआवजे का आश्वासन

घटना की सूचना के बाद अधिवक्ता संघ के महासचिव गणेश ठाकुर सदर अस्पताल पहुंचे जहां उन्होंने अधिवक्ता साथी के परिजनों से मुलाकात करते हुए उन्हें सांत्वना दी तथा मुआवजे का आश्वासन भी दिया. उन्होंने कहा कि इस अधिवक्ता के साथ हुई इस तरह की घटना बेहद निंदनीय है तथा हत्यारों को पकड़ने के लिए पुलिस को त्वरित कार्रवाई करनी चाहिए.


इकलौते पुत्र की मृत्यु के बाद बेसुध है पिता:

अधिवक्ता किशोर कुणाल पांडेय अपने पिता लक्ष्मण पांडेय की इकलौती संतान थे. उनकी मृत्यु के पश्चात् उनके पिता बार-बार अपने बुढ़ापे का सहारा छिन जाने की बात कह रहे हैं.













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