एंगल के फेर में लटकी अधिवक्ता हत्याकांड मामले की जाँच ..

कहना है कि, अभी तक हत्या का एंगल ही नहीं समझ में आया कोई हत्या किस वजह से की गई है ऐसे में हत्यारों तक पहुंचना मुश्किल है. हालांकि, सीसीटीवी फुटेज, मोबाइल फोन कॉल समेत विभिन्न बिंदुओं पर बेहद गहराई से जांच की जा रही है. मामले में चिन्हित व्यक्तियों से पूछताछ भी की जाएगी. जिसके बाद जांच को आगे बढ़ाया जाएगा.

 

- अब तक मिले सुरागों के आधार पर जांच को आगे बढ़ा रही पुलिस
- घर से न्यायालय जाते वक्त कर दी गई थी अधिवक्ता की हत्या


बक्सर टॉप न्यूज़, बक्सर: अधिवक्ता कुणाल किशोर पांडेय हत्याकांड के कई हफ्ते गुजर जाने के बावजूद पुलिस अभी तक मामले में कुछ भी पता लगाने में असफल रही है. पुलिस का कहना है कि, मामले में जांच करने के पश्चात जो भी बातें अब तक सामने आई है उनसे यह स्पष्ट नहीं हो पा रहा है कि, हत्या के कारण क्या हैं? अगर हत्या के कारण स्पष्ट होते हैं तो मामले की जांच उस तरफ की जाती. अभी तक किसी से कोई दुश्मनी आदि की बात भी सामने नहीं आई. ऐसे में पुलिस पूरी तरह से अंधेरे में ही तीर मार रही है. एसडीपीओ का कहना है कि, अभी तक हत्या का एंगल ही नहीं समझ में आया कोई हत्या किस वजह से की गई है ऐसे में हत्यारों तक पहुंचना मुश्किल है. हालांकि, सीसीटीवी फुटेज, मोबाइल फोन कॉल समेत विभिन्न बिंदुओं पर बेहद गहराई से जांच की जा रही है. मामले में चिन्हित व्यक्तियों से पूछताछ भी की जाएगी. जिसके बाद जांच को आगे बढ़ाया जाएगा.

एसडीपीओ गोरख राम घटना की जानकारी मिलने के बाद स्वयं मामले की जांच करने मौके पर पहुंचे थे. उन्होंने घटनास्थल से एक खोखा बरामद किया. साथ ही सीसीटीवी फुटेज में दो अपराधियों के घटना को अंजाम देने के बाद भागते हुए निकलने की तस्वीरें भी सामने आई. बताया गया था कि अपराधी घटना को अंजाम देने के बाद गलियों के रास्ते सिकरौल लख मार्ग होते हुए निकल गए थे. दिवंगत अधिवक्ता के भाई विश्वास कुमार ने बताया कि सीसीटीवी फुटेज में यह बताया गया था कि, अपराधी नीले रंग की मोटरसाइकिल का प्रयोग कर रहे थे हालांकि, ना तो बाइक और ना ही बाइक सवार अपराधियों का कुछ अता पता नहीं चल सका है.

बता दें कि पिछले माह की 20 तारीख को सुबह तकरीबन 10:00 बजे घर से निकल कर न्यायालय जा रहे अधिवक्ता किशोर कुणाल पांडेय को अपराधियों ने इटाढ़ी रोड के साधु बाबा ब्रह्म स्थान के पास गोली गोली मार दी और आराम से भाग निकले. गोली अधिवक्ता के सिर में लगी थी. उन्हें गंभीर हालत में अस्पताल में भर्ती कराया गया लेकिन, इलाज से पूर्व ही चिकित्सकों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया. घटना की जांच करने एसडीपीओ गोरख राम मौके पर पहुंचे थे जहां से उन्होंने एक खोखा भी बरामद किया था.

कहते हैं एसडीपीओ:

अधिवक्ता हत्याकांड की जांच में अभी तक एंगल ही स्पष्ट नहीं हो पा रहा है. हालांकि, पुलिस लगातार मामले की जांच में जुटी हुई है. जल्द ही मामले का उद्भेदन कर अपराधियों को गिरफ्तार कर लिया जाएगा.

गोरख राम
अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी,
बक्सर


















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