संगठन की मजबूती पर काम करेगी रालोसपा: धीरज सिंह कुशवाहा

उन्होंने कहा भले ही नतीजे अपेक्षित नहीं रहे लेकिन पदाधिकारियों तथा कार्यकर्ताओं का यह दायित्व बनता है वह जनता एवं समर्थकों के बीच रहकर पार्टी को और मजबूत करने का काम करें. धीरज ने बताया कि, बहुत जल्द ही जिला एवं प्रदेश कमिटी को भंग कर नए सिरे से मजबूती के साथ कमिटी के पुनर्गठन किया जाएगा.





- कहा, हार के बाद रालोसपा कर रही प्रदेश एवं जिला कार्य समिति के पुनर्गठन की तैयारी
- पदाधिकारी व कार्यकर्ताओं को दी जनता के बीच मजबूती से पैठ बनाने की नसीहत

बक्सस टॉप न्यूज़, बक्सर: चुनाव खत्म होने के बाद विभिन्न राजनैतिक दल अपनी हार की समीक्षा कर रहे हैं. इसी के तहत रालोसपा के प्रदेश महासचिव व प्रवक्ता धीरज कुशवाहा ने जिले का दौरा किया और कार्यकर्ताओं तथा जनता से मिलकर यहाँ से मिले हुए विशाल जनाधार स्वरूप आशीर्वाद पर धन्यवाद ज्ञापित किया. साथ ही साथ समर्थकों एवं जिला कमिटी के सारे सदस्यों का मनोबल बढ़ाया. उन्होंने राष्ट्रीय अध्यक्ष की बात दोहराते हुए कहा कि चुनाव हारे हैं हिम्मत नहीं. हमने हर सीट पर मजबूती से चुनाव लड़ा है. उन्होंने कहा भले ही नतीजे अपेक्षित नहीं रहे लेकिन पदाधिकारियों तथा कार्यकर्ताओं का यह दायित्व बनता है वह जनता एवं समर्थकों के बीच रहकर पार्टी को और मजबूत करने का काम करें. धीरज ने बताया कि, बहुत जल्द ही जिला एवं प्रदेश कमिटी को भंग कर नए सिरे से मजबूती के साथ कमिटी के पुनर्गठन किया जाएगा.



उन्होंने कहा कि पूरे बिहार में  फ्रंट ने 6 सीटों पर जीत दर्ज की और 50 से ज्यादा सीटों पर जीडीएसएफ की मौजूदगी का अहसास कराया. इसके लिए आम आभार धन्यवाद के पात्र हैं. रालोसपा तथा फ्रंट पढ़ाई, कमाई, दवाई, सुनवाई, सिंचाई और कार्रवाई के मुद्दों पर संघर्ष जारी रखेगी. धीरज सिंह कुशवाहा ने कहा कि रालोसपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा की अगुआई में फ्रंट मजबूती से चुनाव लड़ा लेकिन नतीजे उसकी उम्मीदों के मुताबिक नहीं आए. कुशवाहा ने कहा कि रालोसपा फ्रंट में शामिल सभी दलों के नेताओं का आभार व्यक्त करता है कि उन्होंने उपेंद्र कुशवाहा के नेतृत्व को स्वीकार किया और उन्हें मुख्यमंत्री का उम्मीदवार बनाया था. 



उपेंद्र कुशवाहा ने चुनाव में अपने उम्मीदवारों के लिए जी तोड़ मेहनत भी की लेकिन नतीजे पार्टी के लिए हैरान करने वाले रहे. कुशवाहा ने कहा कि रालोसपा मायावती, असद्दुदीन ओवैसी, ओमप्रकाश राजभर, देवेंद्र प्रसाद यादव और संजय च्वहाण का आभार जताती है कि सबने फ्रंट के उम्मीदवारों को कामयाब बनाने के लिए अपनी हर मुमकिन कोशिश की और उपेंद्र कुशवाहा के साथ पूरी ताकत के साथ वे खड़े रहे. फ्रंट थोड़ा और पहले बना होता तो नतीजे और बेहतर होते.








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