किसान के वेश में बिचौलिए कर रहे बरगलाने का काम : उपमुख्यमंत्री

कहा कि सरकार सदैव किसानों का हित चाहती है तथा उनके विकास के लिए प्रतिबद्ध है लेकिन, कुछ लोग किसानों को बरगलाने का काम करते हैं. उन्होंने कहा कि भारत सरकार सिर्फ बिहार ही नहीं बल्कि देश के हर किसान के दर्द को समझती है तथा उसके लिए कार्य करती है. उन्होंने कहा कि किसान केवल पंजाब में ही नहीं बल्कि पूरे देश में है लेकिन, ऐसा आखिर क्यों हो रहा है कि पंजाब के ही किसान आज आंदोलनरत हो रहे हैं.

 




- किसान सम्मेलन में शामिल होने के लिए बक्सर पहुंचे थे डिप्टी सीएम
- कहा, हर बिहारी को निशुल्क कोरोना वायरस टीका व 20 लाख युवाओं को मिलेगा रोजगार


बक्सर टॉप न्यूज़, बक्सर: सूबे के उपमुख्यमंत्री तार किशोर प्रसाद शुक्रवार को पहली बार जिले में पहुंचे. इस दौरान सदर विधानसभा अंतर्गत नगर भवन में आयोजित किसान सम्मेलन में उन्होंने शिरकत की. इसके पूर्व कार्यकर्ताओं ने जिले पहुंचने पर उनका भव्य स्वागत किया. साथ ही नगर भवन में पहुंचने पर विशाल पुष्प माला से उनका स्वागत किया गया. तत्पश्चात, केंद्रीय स्वास्थ्य व परिवार कल्याण राज्यमंत्री सह बक्सर सांसद अश्विनी कुमार चौबे ने उप मुख्यमंत्री के साथ संयुक्त रूप से दीप प्रज्जवलित कर कार्यक्रम का विधिवत उद्घाटन किया. कार्यक्रम की अध्यक्षता जिलाध्यक्षा माधुरी कुंवर व संचालन नवीन निश्चल चतुर्वेदी ने की. इस दौरान पर विषय प्रवेश कराते हुए सदर विधानसभा के निवर्तमान प्रत्याशी परशुराम चतुर्वेदी ने कहा कि सरकार ने नए कृषि कानून के अंतर्गत किसानों को कहीं भी अनाज बेचने की स्वतंत्रता दी है वह किसी सरकार ने नहीं दी.


सभा को संबोधित करते हुए उपमुख्यमंत्री ने सर्वप्रथम महर्षि विश्वामित्र की पावन धरती को नमन कर अपने भाषण की शुरुआत की. उन्होंने कहा कि सरकार सदैव किसानों का हित चाहती है तथा उनके विकास के लिए प्रतिबद्ध है लेकिन, कुछ लोग किसानों को बरगलाने का काम करते हैं. उन्होंने कहा कि भारत सरकार सिर्फ बिहार ही नहीं बल्कि देश के हर किसान के दर्द को समझती है तथा उसके लिए कार्य करती है. उन्होंने कहा कि किसान केवल पंजाब में ही नहीं बल्कि पूरे देश में है लेकिन, ऐसा आखिर क्यों हो रहा है कि पंजाब के ही किसान आज आंदोलनरत हो रहे हैं. उन्होंने कहा कि जो खुद को किसान कहते हुए आंदोलन में शामिल है असल में वह किसान हैं ही नहीं बल्कि, बिचौलिएं है जो एसी टेंट में बैठकर किसान आंदोलन के नाम पर लोगों को बरगलाने का काम कर रहे हैं. उप मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार ने जो वादे किए हैं वह उसे निभाने के लिए प्रतिबद्ध है. सरकार हर किसान के खेत तक पानी पहुंचाने के साथ-साथ हर बेरोजगार को रोजगार देने का काम करेगी.  उन्होंने कहा कि कोरोना वायरस का टीका हर बिहार वासी को निशुल्क मिलेगा इसके साथ ही 20 लाख युवाओं को रोजगार देने का भी वादा पूरा किया जाएगा.




उन्होंने पार्टी कार्यकर्ताओं को  संबोधित करते हुए कहा कि भाजपा हर पार्टी कार्यकर्ता का सम्मान करती है. जिस प्रकार उनके जैसे एक कार्यकर्ता को उपमुख्यमंत्री का दायित्व सौंपा गया है, वैसे ही पार्टी हर कार्यकर्ता को सही समय पर सही दायित्व देती है. इसलिए सभी कार्यकर्ताओं का यह उद्देश्य होना चाहिए कि वह पार्टी हित में लगातार काम करते रहे. 


केंद्रीय स्वास्थ्य राज्य मंत्री सह बक्सर सांसद अश्विनी चौबे ने किसान सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा कि किसान अन्नदाता ही नहीं भगवान भी है वह मेहनत करता है तो हमारी पेट भरता है किसानों का जीवन बेहतर करने के लिए नरेंद्र मोदी अनवरत प्रयास कर रहे हैं किसानों का जीवन कैसे सुख में हो उनके भी बच्चे बड़े-बड़े स्कूलों में पढ़ें उच्च शिक्षा ग्रहण करें. हमारी एनडीए सरकार की ऐसी सोच है इसे हम हर हाल में पूरा करेंगे. इस निमित्त किन सरकार का प्रयास है आने वाले समय में हर जिलों में मेडिकल कॉलेज इंजीनियर कॉलेज की स्थापना करना ताकि कम खर्च में किसान की भी बच्चे अच्छी शिक्षा प्राप्त कर सकें.





कार्यक्रम को प्रदीप दूबे, चौसा प्रमुख सुनीता राय, राजवंश सिंह, राणा प्रताप सिंह, मदन जी दूबे सिद्धनाथ सिंह, पुनीत सिंह, ओम प्रकाश भुवन, रंजन तिवारी, हिमांशु चतुर्वेदी आदि ने भी संबोधित किया. कार्यक्रम में धनंजय राय, अमरेंद्र पांडेय, निर्भय राय, सौरभ कुमार तिवारी, अनुराग श्रीवास्तव, हीरामन पासवान, अजय राय, प्रमोद मिश्रा, रमेश वर्मा सुनील सिंह, अमर गोंड, अनिल तिवारी, टुनटुन वर्मा, विनय उपाध्याय, संजय शाह, निकू तिवारी, सत्येंद्र कुंवर, मृत्युंजय सिंह, प्रिय रंजन चौबे शीला त्रिवेदी, पूनम रविदास इंदु देवी आदि प्रमुख रूप से उपस्थित रहे.

नाम नहीं लेने पर हिमांशु चतुर्वेदी के समर्थकों ने उप मुख्यमंत्री के समक्ष ही किया हंगामा:

कार्यक्रम के दौरान उस वक्त अजीबोगरीब स्थिति उत्पन्न हो गई जब मंचासीन पार्टी नेता हिमांशु चतुर्वेदी का नाम उपमुख्यमंत्री के द्वारा नहीं लिया गया. इस दौरान हिमांशु चतुर्वेदी के समर्थक नाराज हो गए और शोर मचाने लगे. उनका कहना था कि जानबूझकर उपमुख्यमंत्री को दिए गए पन्ने पर हिमांशु चतुर्वेदी का नाम नहीं लिखा था. बाद में मंचासीन लोगों तथा हिमांशु चतुर्वेदी ने खुद कार्यकर्ताओं को शांत रहने का इशारा किया. इस दौरान पार्टी का आंतरिक कलह खुलकर सामने आ गया.
हंगामा कर रहे लोगों को समझाते केंद्रीय मंत्री व अन्य









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