समाज में हो रहे नैतिक पतन को रोकने में सहायक है राम कथा : जय कांत शास्त्री

कहा कि श्रीराम कथा मानवता को जीवन देने वाली कथा है. आज जिस प्रकार मानवता का ह्रास हो रहा है, हम चारो ओर मूल्यों का क्षरण देख रहे हैं और प्रशासन के द्वारा सरकार के द्वारा अनेक कार्य किए जा रहे हैं फिर भी मानवता को सही स्वरूप देने में ये सारे संसाधन सफल नहीं हो पा रहे हैं. ऐसी स्थिति में राम कथा की ही प्रासंगिकता है. 





- सिय-पिय मिलन महोत्सव के छठवें दिन अयोध्या से पहुंचे संत ने सुनाई रामकथा की महिमा
- कहा, मानवता को नवजीवन देने वाली है रामकथा

बक्सर टॉप न्यूज़, बक्सर: 51वें श्री सिय पिय मिलन महोत्सव के छठे दिवस श्री सीताराम विवाह महोत्सव आश्रम,नया बाजार में पूज्य श्री खाकी बाबा सरकार की पुण्यतिथि के अवसर पर समष्टि भंडारा और फुलवारी प्रसंग का आयोजन किया गया. इससे पूर्व महर्षि विश्वामित्र महाविद्यालय स्थित पूज्य श्री खाकी बाबा सरकार के समाधि स्थल पर पूजन अर्चन किया गया और वहां पर गए भंडारे का आयोजन किया गया.




महोत्सव में चल रहे श्रीमद् वाल्मीकि रामायण कथा के छठवें दिन कथा व्यास पूज्य जय कांत शास्त्री जी महाराज उपाख्य रामकिंकर जी महाराज ने कहा कि श्रीराम कथा मानवता को जीवन देने वाली कथा है. आज जिस प्रकार मानवता का ह्रास हो रहा है, हम चारो ओर मूल्यों का क्षरण देख रहे हैं और प्रशासन के द्वारा सरकार के द्वारा अनेक कार्य किए जा रहे हैं फिर भी मानवता को सही स्वरूप देने में ये सारे संसाधन सफल नहीं हो पा रहे हैं. ऐसी स्थिति में राम कथा की ही प्रासंगिकता है. राम कथा के द्वारा ही समाज का पुनः उज्जीवन संभव है. आज की कथा में महाराज श्री ने बालि प्रसंग की मनोहारी व्याख्या की. इसमें बाली और भगवान राम के संवाद विस्तार से वर्णन किया. समाज में आज भी यह प्रश्न जीवित है,बालि के कई वकील अभी भी समाज में है जो बालि का पक्ष रखते हुए कहते हैं कि भगवान राम ने उन्हें छुप करके क्यों मारा.


महाराज श्री ने इस प्रसंग पर शास्त्रीय समाधान प्रस्तुत करते हुए कथा को अरण्य काण्ड से सुंदरकांड में प्रवेश कराया. महाराज श्री ने कहा कि सुंदरकांड जीवन को सुंदर बनाने वाला कांड है. भगवान की प्राप्ति के बाद भी भगवान की प्रेम की प्राप्ति भगवान की भक्ति की प्राप्ति ईश्वर की प्राप्ति की अपेक्षा भी बहुत महत्वपूर्ण है. जिसे भगवान की भक्ति प्राप्त हो जाती है वह संसार के इस भवसागर को आसानी से पार कर लेता है. भगवान के भक्ति समस्त पापों कष्टों और शोकों का नाश करती है.












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