विद्यार्थी परिषद ने किया सीनेट की बैठक का विरोध, आंदोलन की चेतावनी ..

कहा कि सीनेट की बैठक में विश्वविद्यालय प्रशासन के द्वारा राज्य सरकार को 6 अरब 53 करोड़ रूपये के घाटे का बजट भेजा गया. दरसअल,  विश्वविद्यालय प्रशासन छात्रों की आवाज़ को नजरअंदाज करके तथा विरोध प्रदर्शन के डर से ऑनलाइन सीनेट की बैठक करके बिना छात्रों के प्रतिनिधित्व के सीनेट चला कर अपनी तानाशाही से विश्वविद्यालय को चलाना चाहती है. 





- कहा, बिना छात्र प्रतिनिधियों के बैठक किया जाना गलत
- प्रेस वार्ता कर कहा, कुलपति कर रहे मनमानी

बक्सर टॉप न्यूज़, बक्सर: वीर कुंवर सिंह विश्वविद्यालय की सीनेट की बैठक ऑनलाइन संपन्न करायी गयी. सीनेट के बैठक के खिलाफ़ विद्यार्थी परिषद बक्सर ने अपने कार्यालय पर सीनेट बैठक के विरोध में एक प्रेस वार्ता का आयोजन किया. 





प्रेस वार्ता को संबोधित करते हुए विद्यार्थी परिषद के प्रदेश कार्यसमिति के सदस्य विवेक सिंह ने कहा कि सीनेट की बैठक में विश्वविद्यालय प्रशासन के द्वारा राज्य सरकार को 6 अरब 53 करोड़ रूपये के घाटे का बजट भेजा गया. दरसअल,  विश्वविद्यालय प्रशासन छात्रों की आवाज़ को नजरअंदाज करके तथा विरोध प्रदर्शन के डर से ऑनलाइन सीनेट की बैठक करके बिना छात्रों के प्रतिनिधित्व के सीनेट चला कर अपनी तानाशाही से विश्वविद्यालय को चलाना चाहती है. लेकिन, यह उनकी भूल है. कुलपति की मनमानी शाहाबाद की क्रांति के भूमि पर नहीं चलेगी. विद्यार्थी परिषद बक्सर के जिला संयोजक त्रिभुवन पाण्डेय ने कहा कि सत्र 2021-22 के सीनेट की बैठक में भी महाविद्यालयों में इंफ्रास्ट्रक्चर की कमी, स्नातक और स्नातकोत्तर के सीटों की बढ़ोतरी पर कोई विचार नहीं किया गया.

एमवी कॉलेज में 2018 के बी कॉम की पढ़ाई पर कोई निर्णय नहीं लिया गया. 2018 के बाद बंद पड़े विश्वविद्यालय में छात्रों के लोकतांत्रिक अधिकार छात्रसंघ के चुनाव पर भी कोई चर्चा नहीं की गयी. सीनेट की इस बैठक में छात्रों के हितों का सिर्फ गला घोंटा गया और छात्रों के शुल्क के पैसों का बंदरबाट किया गया. यह कैसी व्यवस्था है जिसमें छात्रों के हितों का फैसला बिना छात्रों के उपस्थिति के ही होता है.

उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालय के कुलपति अगर बिना छात्रसंघ चुनाव कराए और स्नातक तथा स्नातोकोत्तर की 50 प्रतिशत सीटें बढ़ाने की विद्यार्थी परिषद के माँग पर विचार किये बिना अगर विश्वविद्यालय चलाना चाहते है तो आने वाले दिनों में विश्वविद्यालय में आंदोलन झेलने के लिए तैयार रहे.









Post a Comment

0 Comments