आठ दिवसीय प्रिया-प्रियतम मिलन महोत्सव का हुआ शुभारंभ ..

प्राचीन काल से ही विश्वामित्र से लेकर दधीचि तक संतो की एक लंबी परंपरा रही है जब संतो ने समाज की चिंता की और धर्म के समक्ष और समाज के समक्ष उत्पन्न हुई चुनौतियां के समाधान का मार्ग प्रशस्त किया. आज हम सबको अपने राष्ट्र और समाज के चिंता की आवश्यकता है क्योंकि, जब राष्ट्र बचेगा तो धर्म बचेगा और धर्म से ही राष्ट्र पुनः गौरव को प्राप्त करेगा.








- पूज्य संत मामा जी महाराज के 13वें निर्वाण दिवस के मौके पर हुआ है आयोजन
- भागवत कथा व्यास डॉ. सुरेश शास्त्री महाराज के द्वारा कराया जा रहा भागवत कथा का रस्वादन

बक्सर टॉप न्यूज़, बक्सर: व्यासपीठ पूजन के साथ श्री सीताराम विवाह महोत्सव आश्रम में आठ दिवसीय श्री प्रिया- प्रियतम मिलन महोत्सव सह पूज्य मामा जी महाराज के 13 वां निर्वाण  दिवस समारोह प्रारंभ हो गया. आश्रम के महंत राजाराम शरण जी महाराज के द्वारा व्यास पीठ पूजन एवं पूज्य महाराज जी के चित्र पर पुष्पांजलि एवं पूजन के साथ कार्यक्रम प्रारंभ हुआ. महोत्सव के दौरान आज से प्रारंभ हो रही आठ दिवसीय श्रीमद् भागवत कथा के प्रथम दिन भागवत कथा व्यास डॉ. सुरेश शास्त्री जी महाराज ने भगवत भक्ति से ओत प्रोत भागवत कथा से  समागत भक्तों को आप्लावित किया.



सुरेश शास्त्री महाराज ने भागवत महात्म्य का वर्णन करते हुए कहा कि भागवत कथा जीव का कल्याण करने वाली है और इसके श्रवण से मोक्ष का मार्ग प्रशस्त होता है. शास्त्री जी महाराज ने नारद जी के प्रसंग की मनोहरी विवेचना करते हुए कहा यशवंत सदैव समाज के लिए चिंतित रहता है. समाज का कल्याण ही संतों की चिंता का मुख्य विषय है. प्राचीन काल से ही विश्वामित्र से लेकर दधीचि तक संतो की एक लंबी परंपरा रही है जब संतो ने समाज की चिंता की और धर्म के समक्ष और समाज के समक्ष उत्पन्न हुई चुनौतियां के समाधान का मार्ग प्रशस्त किया. आज हम सबको अपने राष्ट्र और समाज के चिंता की आवश्यकता है क्योंकि, जब राष्ट्र बचेगा तो धर्म बचेगा और धर्म से ही राष्ट्र पुनः गौरव को प्राप्त करेगा.
                  

इस अवसर पर जनक दुलारी शरण महाराज, (अयोध्या) यादव शरण महाराज, वृंदावन, मदन दास जी महाराज, (मिथिला), महंत श्री अनुग्रह नारायण दास (छोटी मठिया), बजरंग दास महाराज के साथ-साथ आश्रम परिवार से जुड़े हुए नागेंद्र कुमार पांडेय, सुनील सहाय, सत्यनारायण राय, जगनारायण उपाध्याय, नीतीश राय सहित कई प्रमुख लोग उपस्थित थे.









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