जहां होता है सत्य एवं भक्ति का समन्वय वहां वास करते हैं देवता : आचार्य उमेश

कथा व्यास ने बाल कृष्ण की अनेकों बाल लीलाओं का वर्णन करने के पश्चात गोवर्धन पूजा एवं इन्द्र के मान मर्दन की दिव्य कथा विस्तार से सुनाई. इस अवसर पर भगवान गिरिराज जी महाराज के समक्ष सुंदर छप्पन भोग के दर्शन कराये गये. उन्होंने यह भी बताया कि जहां सत्य एवं भक्ति का समन्वय होता है, वहां भगवान का आगमन अवश्य होता है. 








- सदर प्रखंड के पांडेय पट्टी में जारी है सात दिवसीय भागवत कथा ज्ञान यज्ञ
- भागवत भक्ति रस धार में डूबकर नाचते गाते नजर आए श्रद्धालु

बक्सर टॉप न्यूज़, बक्सर: पांडेय पट्टी में चल रहे भागवत कथा ज्ञान यज्ञ के दौरान भागवताचार्य उमेश भाई ओझा ने गोवर्धन पूजा की दिव्य कथा विस्तार पूर्वक सुनाई. जिसे सुनकर श्रद्धालु भक्त भाव विभोर हो गए. 

कथा व्यास ने बाल कृष्ण की अनेकों बाल लीलाओं का वर्णन करने के पश्चात गोवर्धन पूजा एवं इन्द्र के मान मर्दन की दिव्य कथा विस्तार से सुनाई. इस अवसर पर भगवान गिरिराज जी महाराज के समक्ष सुंदर छप्पन भोग के दर्शन कराये गये. उन्होंने यह भी बताया कि जहां सत्य एवं भक्ति का समन्वय होता है, वहां भगवान का आगमन अवश्य होता है. गाय की सेवा एवं महत्व को समझाते हुए बताया कि प्रत्येक हिन्दू परिवार में गाय की सेवा अवश्य होनी चाहिए. क्योंकि गाय में 33 करोड़ देवी-देवताओं का वास होता है. गाय का दूध अमृत के समान बताया.



इस दौरान आचार्य के द्वारा सभी भक्तों को गोवर्धन भगवान की पूजा विधि-विधान से कराई गई. कथा व्यास ने अपने सुरीले कंठ से संगीत की मधुर स्वर लहरियों पर "मैं तो गोवर्धन कूं जाऊं मेरे वीर नांप मानै मेरो मनुवा, श्री गोवर्धन महाराज-महाराज तिहारे माथे मुकुट विराज रयौ" आदि अनेकों मनमोहक भजन सुनाकर भक्तों को झूमने एवं नृत्य करने को विवश कर दिया. अन्त में आरती के पश्चात सभी को छप्पन भोग का दिव्य प्रसाद वितरित कराया गया. बताते चलें कि पांडेय पट्टी में सात दिवसीय भागवत कथा ज्ञान यज्ञ का आयोजन कराया गया है जिसमें 18 से लेकर 24 फरवरी तक भागवत कथा की रसधार बहाई जा रही है.










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