पूरी रात जाग कर जाति, आय व आवास प्रमाण पत्र बना रहे अंचल कर्मी ..

दरअसल, जाति आवास एवं आय प्रमाण पत्र बनाने के लिए आवेदन करने के कई दिनों बाद तक भी प्रमाण पत्र नहीं मिलने पर लोगों का आक्रोश विभाग के अंचलकर्मियों व अधिकारियों के प्रति बना रह रहा है. लोगों का मानना है कि घूसखोरी आदि के कारण सेवाओं के अधिकार की प्राप्ति में विलंब हो रहा है.

 







- महीनों से सर्विस प्लस का सर्वर डाउन, भटकते रह रहे हैं आवेदक
- सुधार के लिए कई बार शिकायत करने के बावजूद भी बनी है एक समान स्थिति

बक्सर टॉप न्यूज़, बक्सर: सेवा के अधिकार के तहत जाति, आवास एवं आय प्रमाण पत्र बनाने के लिए ऑनलाइन आवेदन किए जाने के बावजूद लोगों को ससमय उनके प्रमाण पत्र प्राप्त नहीं हो पा रहे. यह समस्या सर्विस प्लस का सर्वर डाउन रहने के कारण हो रही है. ऐसे में सभी कार्यपालक सहायक दिनभर काउंटर पर बैठने के बाद  देर रात तक घर पर आवेदन ले जाकर कार्य कर रहे हैं. इतना ही नहीं रविवार को भी पूरे दिन ऑफिस खोल कर प्रमाण पत्र निर्गत करने का कार्य किया गया. अगर ऐसी ही स्थिति बनी रही तो जल्द ही सभी कार्यपालक सहायक और कर्मी बीमार पड़ जाएंगे. यह बात सदर अंचलाधिकारी प्रियंका राय ने सर्विस प्लस की तकनीकी खराबी के कारण जाति, आवास एवं आय प्रमाण पत्र ससमय नहीं बनने के सवाल पर कही. 

दरअसल, जाति आवास एवं आय प्रमाण पत्र बनाने के लिए आवेदन करने के कई दिनों बाद तक भी प्रमाण पत्र नहीं मिलने पर लोगों का आक्रोश विभाग के अंचलकर्मियों व अधिकारियों के प्रति बना रह रहा है. लोगों का मानना है कि घूसखोरी आदि के कारण सेवाओं के अधिकार की प्राप्ति में विलंब हो रहा है लेकिन, इस संदर्भ में पूछे जाने पर कर्मियों ने कुछ और ही जवाब है. उनका कहना है कि सरकार की नई वेबसाइट सर्विस प्लस के कारण लोगों को ससमय प्रमाण पत्र उपलब्ध नहीं हो पा रहे हैं. दरअसल, इस वेबसाइट पर बेहद धीमी गति से काम होने के कारण लोगों के प्रमाण पत्र बनने में काफी समय लग जा रहा है. ऐसे में सेवा के अधिकार के तहत ऑनलाइन आवेदन करने के बावजूद लोगों को कई दिनों तक चक्कर लगाना पड़ता है. सामाजिक कार्यकर्ता तथा वार्ड संख्या 10 के पूर्व वार्ड पार्षद डॉ निसार अहमद का कहना है कि, पटना में बैठे अधिकारी जानबूझकर इस तरह की स्थिति पैदा कर रहे हैं.



ज्यादा तेज थी अधिकार वेबसाइट की गति, सर्विस प्लस ने स्पीड को किया माइनस:

आरटीपीएस काउंटर पर कार्यरत एक कर्मी ने बताया कि पहले अधिकार सॉफ्टवेयर से प्रमाण पत्र निर्गत करने का कार्य किया जाता था लेकिन, 24 नवंबर 2020 से प्रमाण पत्र निर्गमन की गति को बढ़ाने के लिए सर्विस प्लस वेबसाइट को लांच किया गया हालांकि, इस वेबसाइट पर काम करना बेहद मुश्किल हो रहा है। ऑनलाइन आवेदन फॉर्म डाउनलोड करने में ही काफी समय लग जाता है। इसके बाद डिजिटल सिग्नेचर आदि अपलोड करना भी काफी मुश्किल होता है। कभी-कभी कार्य की अधिकता को देखते हुए रात में भी आकर काम करना पड़ता है क्योंकि, रात में वेबसाइट कुछ बेहतर काम करती है। परंतु हर दिन ऐसा करना संभव नहीं होता।

प्रतिदिन जमा होते हैं 150 से 200 आवेदन, महज 15 से 20 लोगों को निर्गत होते हैं प्रमाण पत्र:

नाम न छापने की शर्त पर एक कर्मी ने बताया कि प्रतिदिन 150 से 200 आवेदन जाति आय एवं आवास प्रमाण पत्र के लिए अंचल कार्यालय में जमा होते हैं ऑनलाइन आवेदन करने के पश्चात उन्हें उनके आवेदन पर ही कार्य निष्पादन की तिथि भी अंकित कर के दे दी जाती है लेकिन, नए वेबसाइट की वजह से कार्य निष्पादन काफी धीमी गति से होता है लगभग आधे घंटे में एक प्रमाण पत्र बनाने का काम पूरा हो पाता है ऐसे दिन भर में सभी आरटीपीएस काउंटर मिलाकर केवल 15 से 20 प्रमाण पत्र ही निर्गत हो पाते हैं। ऐसे में रात में घर पर जाकर काम करना पड़ता है। सुबह में 3 बजे से 7 बजे तक सर्वर बेहतर काम करता है।

कहती हैं अंचलाधिकारी:

राज्य के सभी 534 अंचलों में सर्विस प्लस वेबसाइट उसे काम करने में समस्या आने की जानकारी मिलती है। इस बात की शिकायत जिले के वरीय अधिकारियों व पटना के आईटी मैनेजर को की गई जिसके बाद 2 दिनों के लिए मेंटेनेंस के नाम पर वेबसाइट का सर्वर डाउन किया गया था लेकिन, उससे भी कोई फायदा नहीं हुआ। अब भी स्थिति जस की तस बनी हुई है।

प्रियंका राय
अंचलाधिकारी, 
सदर अंचल, बक्सर









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