लगातार जारी है अवैध खनन का खेल, निगरानी का सिस्टम फेल ..

बताते हैं कि अवैध बालू खनन के आरोप में उनकी गाड़ी पकड़ी गयी थी जिसके बाद उन्हें खनन विभाग के कार्यालय में बुलाकर उनसे 15 हज़ार रुपये का जुर्माना भी वसूला गया लेकिन, उन्हें इसकी रसीद नहीं दी गयी. उनके साथ ही ठोरा के रहने वाले मुकेश राय तथा कृतपुरा के रहने वाले दुर्गेश राय से भी 15 - 15 हज़ार रुपये लिए गए लेकिन उन्हें रसीद नहीं दी गयी.
बनारपुर में दिनदहाड़े हो रहा अवैध खनन




- अवैध खनन के नाम पर मिल रहे अवैध वसूली के संकेत, बिना रसीद लिया जा रहा जुर्माना 
- जिला मुख्यालय के समीप ही रात भर चल रहा अवैध बालू खनन और परिचालन का खेल

बक्सर टॉप न्यूज़, बक्सर: एक तरफ जहां अवैध खनन के विरुद्ध जिले भर में अभियान चलाए जाने की बात कही जा रही है वहीं, दूसरी तरफ प्रशासन के मौजूदगी में दिन और रात दोनों समय अवैध खनन लगातार जारी है. मजे की बात तो यह है कि अवैध खनन रोकने के जिम्मेदार पदाधिकारी स्वयं इसे रोकने में असक्षम साबित हो रहे हैं. माना जा रहा है कि उनका वरदहस्त अवैध कारोबारियों को प्राप्त है. अवैध बालू खनन व मिट्टी का यह काम गंगा, कर्मनाशा के तट के  अतिरिक्त जिले में कई स्थानों पर किया जा रहा है. खास बात यह है कि जिला मुख्यालय में रात्रि 10:00 से 11:00 बजे के बाद आराम से गंगा बालू लदे ट्रैक्टर घूमते देखे जा सकते हैं लेकिन, संबंधित अधिकारियों को नहीं दिखाई देती. 


दिन हो या रात हमेशा एक जैसी ही बात: 

जिले के बनारपुर में सरकारी भूमि पर दिन के उजाले में जे.सी.बी. लगा कर खुलेआम मिट्टी खुदाई की जा रही है. यह बात हर व्यक्ति को मालूम है पर शायद खनन विभाग को नहीं. इस मिट्टी से ईंट बनाने, व गांव में मिट्टी भराई आदि का कार्य लिया जा रहा है. वहीं, दूसरी तरफ रात के अंधेरे में कृतपुरा समेत विभिन्न गंगा घाटों से लगातार सफेद बालू का अवैध खनन हो रहा है. रात के 11:00 बजे से शुरू हुआ यह कारोबार सुबह 4:00 बजे तक धड़ल्ले से जारी रहता है. मजे की बात तो यह है कि पुलिस की एक टीम नया बाज़ार मठिया मोड़ पर इसकी निगरानी के लिए खड़ी रहती है लेकिन, उन्हें शायद यह दिखाई नहीं देता.


जुर्माना लेने के बाद भी रसीद नहीं देते हैं अधिकारी:

सदर प्रखंड के कमरपुर के रहने वाले राकेश राय बताते हैं कि अवैध बालू खनन के आरोप में उनकी गाड़ी पकड़ी गयी थी जिसके बाद उन्हें खनन विभाग के कार्यालय में बुलाकर उनसे 15 हज़ार रुपये का जुर्माना भी वसूला गया लेकिन, उन्हें इसकी रसीद नहीं दी गयी. उनके साथ ही ठोरा के रहने वाले मुकेश राय तथा कृतपुरा के रहने वाले दुर्गेश राय से भी 15 - 15 हज़ार रुपये लिए गए लेकिन उन्हें रसीद नहीं दी गयी.

बोले अधिकारी, वाहन मालिकों को नहीं लेकिन, डीएम को कराया है जुर्माना राशि से अवगत:

जिला खनन पदाधिकारी धर्मवीर कुमार का कहना है कि, उन्होंने भले ही वाहन मालिकों को फाइन की रसीद मुहैया नहीं कराई है लेकिन, डीएम के यहां इसकी जानकारी दे दी गई है कि कितना जुर्माना वसूला गया है वहीं, अवैध खनन के संदर्भ में वह कोई भी स्पष्ट जवाब नहीं दे पाए. लगे हाथ उन्होंने यह भी कह दिया कि वह गलत काम कभी नहीं करते.










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