कोरोना संक्रमण के बढ़ते प्रसार के बीच अब प्रवासी बाहर से अपने गांव की तरफ लौटने लगे हैं. ऐसे लोगों को गांवों में ही रोजगार मिले इसके लिए प्रशासन की तरफ से व्यवस्था तो की ही जा रही है साथ ही साथ जिलेवासी भी अब अपने अपने ढंग से स्वयं तथा दूसरों को रोजगार देने के लिए आगे आ रहे हैं.
- नेपाल में सर्फ फैक्ट्री में काम करते हुए जिले के युवक को आया आइडिया
- बेरोजगार हाथों को रोजगार के लिए जिले में ही स्थापित कर दी सर्फ फैक्ट्री
बक्सर टॉप न्यूज, बक्सर: कोरोना संक्रमण के बढ़ते प्रसार के बीच अब प्रवासी बाहर से अपने गांव की तरफ लौटने लगे हैं. ऐसे लोगों को गांवों में ही रोजगार मिले इसके लिए प्रशासन की तरफ से व्यवस्था तो की ही जा रही है साथ ही साथ जिलेवासी भी अब अपने अपने ढंग से स्वयं तथा दूसरों को रोजगार देने के लिए आगे आ रहे हैं. ऐसे ही एक व्यक्ति अमित कुमार भी हैं जो कि नेपाल में सर्फ फैक्ट्री में काम करते हुए डिटर्जेंट निर्माण तथा उसकी मार्केटिंग का तरीका सीख कर आए और जिले के जलीलपुर सोनपा में उन्होंने सर्फ फैक्ट्री की शुरुआत कर दी है. वाशिंग पाउडर की फैक्ट्री का नाम जीतू पुष्प इंडस्ट्रीज रखा गया है.
अमित कुमार ने बताया कि वह नेपाल में रैना सोप इंडस्ट्रीज प्राइवेट लिमिटेड में काम करते थे. वहां जनरल मैनेजर के पद पर थे. वहां रहते हुए उन्होंने यह पता किया कि सर्फ बनाने का मटेरियल कहां से आता है और इसकी फैक्ट्री कैसे स्थापित की जा सकती है? बाद में लॉकडाउन के समय जब वह अपने गांव लौटे तो वहां उन्होंने यह देखा कि बहुत सारे लोग बाहरी राज्यों से आकर बेरोजगार बैठे हैं. ऐसे में उन्होंने सर्फ फैक्ट्री खोलने की बात सोची और इसका विधिवत उद्घाटन भी कर दिया. इस फैक्ट्री में 35 लोगों को रोजगार मिला है. उन्होंने बताया कि कंपनी आईएसओ सर्टिफाइड है साथ ही साथ मध्यम, सूक्ष्म एवं लघु उद्योग के तौर पर निबंधित भी है. उन्होंने बताया की उनके प्रोडक्ट की क्वालिटी बाजार में मिलने वाले बेहतर हो इसका पूरा प्रयास किया जा रहा है.
कंपनी की डायरेक्टर श्रीमती पुष्पा राय ने बताया कि, लॉकडाउन की इस विषम परिस्थिति में उन्होंने एक छोटा सा प्रयास किया है जिससे कि क्षेत्र में बेरोजगारी दूर हो सके. अन्य लोगों को भी इसी तरह का प्रयास कर बक्सर को औद्योगिक हब बनाने का प्रयास करना चाहिए ताकि लोगों को अपने ही जिले में रोजगार मिले और उनका पलायन रुके.
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