इस पथराव में खिड़की के शीशे चकनाचूर हो गए वहीं, अस्पताल में तैनात ऑन ड्यूटी शिक्षकों को भाग कर अपनी जान बचानी पड़ी. बाद में उन्होंने पुलिस को इस बात की सूचना दी जिसके बाद मौके पर नगर थाने की टीम पहुंचने से पूर्व ही अराजक तत्व शव को लेकर वहां से फरार हो गए थे.
- कथित तौर पर कोविड संक्रमित महिला की मौत के बाद किया हंगामा
- पुलिस के पहुंचने के पूर्व ही भाग खड़े हुए उपद्रवी
बक्सर टॉप न्यूज, बक्सर: एक तरफ जहां कोरोना संक्रमण से लड़ने के लिए प्रशासन लगातार प्रयासरत है वहीं, अधिकारी तथा चिकित्सक दिन-रात अपनी ड्यूटी निभाने में तल्लीन हैं लेकिन, असामाजिक तत्व स्थिति की भयावहता नहीं समझ पा रहे ऐसे लोग कोरोना से हो रही मौतों के लिए अपनी लापरवाही नहीं बल्कि, चिकित्सकों पर दोषारोपण कर रहे हैं. ऐसा ही एक मामला बीती रात तकरीबन 2:00 बजे कोविड केंद्र में देखने को मिला जब महिला मरीज को लेकर पहुंचे परिजनों को यह बताया गया कि, महिला की मृत्यु यहां आने से पूर्व हो गई है तो वह उग्र हो गए और उन्होंने कोविड केंद्र पर पथराव शुरू कर दिया. इस पथराव में खिड़की के शीशे चकनाचूर हो गए वहीं, अस्पताल में तैनात ऑन ड्यूटी शिक्षकों को भाग कर अपनी जान बचानी पड़ी. बाद में उन्होंने पुलिस को इस बात की सूचना दी जिसके बाद मौके पर नगर थाने की टीम पहुंचने से पूर्व ही अराजक तत्व शव को लेकर वहां से फरार हो गए थे.
बताया जा रहा है कि कथित तौर पर कोरोना वायरस से पीड़ित एक महिला को लेकर कुछ लोग कोविड केंद्र पहुंचे थे. महिला की स्थिति गंभीर बताई जा रही थी लेकिन, जब चिकित्सक ने जांच की तो महिला को मृत घोषित कर दिया. जिस पर महिला के परिजनों का गुस्सा भड़क उठा और उन्होंने हंगामा शुरू कर दिया. नोकझोंक के बाद मारपीट तक की नौबत चिकित्सक और चिकित्सा कर्मी केंद्र के अंदर भाग गए तथा दरवाजा बंद कर दिया वहीं, अस्पताल में भर्ती 50 कोविड संक्रमित मरीज सहम गए और अपने दरवाजे बंद कर क्षेत्र से में गुस्सा जाहिर करने के लिए मृत महिला के परिजनों ने पथराव शुरू कर दिया और कोविड केंद्र की खिड़कियों के शीशे तोड़ दिए. लोगों का गुस्सा देखकर आसपास मौजूद लोग भी मदद के लिए नहीं पहुंचे. स्थिति की गंभीरता को देखते हुए चिकित्सकों ने कोविड केंद्र के नोडल पदाधिकारी डॉ. सुधीर कुमार को इस बात की सूचना दी जिसके बाद उन्होंने पुलिस को मामले की जानकारी दी लेकिन, पुलिस के पहुंचने से पहले ही सभी असमाजिक तत्व शव को लेकर वहां से निकल चुके थे.
बता दें कि, जिला पदाधिकारी के निर्देशानुसार जीएनएम कॉलेज में कोविड केंद्र की स्थापना की गई है जहां 300 मरीजों के रहने की व्यवस्था है. बताया जा रहा है कि लोग कोविड की गंभीरता को हल्के में ले रहे हैं और सतर्कता बरते जाने पर तुरंत उग्र हो जाते हैं ऐसे में जान को खतरे में डालकर चिकित्सक तथा चिकित्सा कर्मी मरीजों की सेवा कर रहे हैं. बताया जा रहा है कि हंगामा करने वाले लोगों को चिन्हित कर पुलिस उनकी गिरफ्तारी के लिए छापेमारी कर रही है.
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