पूर्व जिला परिषद सदस्य पर जबरन गेंहू काटने का मामला दर्ज ..

उन्होंने बताया कि उन पर थाना क्षेत्र के कुसुरपा गांव के रहने वाले जमीन मालिक जनार्दन चौहान के साथ मिलकर गेहूं काटने का आरोप लगा है जबकि, वह उसी व्यक्ति के अधिवक्ता हैं. उन्होंने बताया कि उस जमीन पर जमीन मालिक का अपने पाटीदारों के साथ मुकदमा चल रहा है. ऐसे में जनार्दन चौहान ने उन्हें अपना अधिवक्ता रखा है. डॉ. मनोज ने बताया कि उन पर जो आरोप लगे हैं वह पूरी तरह से निराधार है. 


 





- राजपुर थाना क्षेत्र के कुसुरपा गाँव चोरी से गेहूं काटने का लगाया आरोप
- जिस मामले में वकील हैं पूर्व जिप सदस्य, उसी में बनाया आरोपी 

बक्सर टॉप न्यूज, बक्सर: राजपुर थाना क्षेत्र में एक बड़ा ही आश्चर्यजनक मामला सामने आया है. जिसमें थानाध्यक्ष के द्वारा एक मामले में अधिवक्ता का दायित्व निभा रहे व्यक्ति को ही मामले में अभियुक्त बना उनके विरुद्ध प्राथमिकी दर्ज कर दी गई है. जिन पर आरोप लगाया है वह पूर्व जिला परिषद सदस्य भी हैं. मामला सामने आने के बाद हैरान-परेशान अधिवक्ता ने मामले को लेकर डीजीपी तथा अधिवक्ता संघ के वरीय अधिकारियों को पत्र लिखकर न्याय की गुहार लगाई है.

इस बाबत मिली जानकारी के मुताबिक पूर्व जिला परिषद सदस्य सह अधिवक्ता डॉ. मनोज कुमार यादव समेत 20 लोगों पर थाना क्षेत्र के कुसुरपा के रहने वाले हरख चौहान ने आरोप उनकी पुश्तैनी जमीन पर लगी गेहूं की फसल को इन लोगों  द्वारा जबरन काट लिया गया है. मामले को लेकर अधिवक्ता समेत 20 लोगों के विरुद्ध नामजद प्राथमिकी दर्ज हुई है.




उधर पूर्व जिला परिषद सदस्य सह अधिवक्ता का आरोप है कि, राजपुर के थानाध्यक्ष प्रशिक्षु डीएसपी शाहकार खान की शह पर उनके विरुद्ध रात में चोरी से 1 बीघा गेहूं काटने के आरोप में मुकदमा दर्ज कर दिया है. उन्होंने बताया कि उन पर थाना क्षेत्र के कुसुरपा गांव के रहने वाले जमीन मालिक जनार्दन चौहान के साथ मिलकर गेहूं काटने का आरोप लगा है जबकि, वह उसी व्यक्ति के अधिवक्ता हैं. उन्होंने बताया कि उस जमीन पर जमीन मालिक का अपने पाटीदारों के साथ मुकदमा चल रहा है. ऐसे में जनार्दन चौहान ने उन्हें अपना अधिवक्ता रखा है. डॉ. मनोज ने बताया कि उन पर जो आरोप लगे हैं वह पूरी तरह से निराधार है. 




उन्होंने सवालिया लहजे में पूछा कि क्या कोई अधिवक्ता अपने घर से 7 किलोमीटर दूर रात में चोरी से गेहूं काटने जाएगा? अधिवक्ता ने बताया कि उनके द्वारा थानाध्यक्ष से इस मामले में बात करने पर उन्होंने फोन पर उनके साथ अभद्रता से बात तथा गाली-गलौज भी किया. उन्होंने वकालत छुड़वा देने तक कि भी धमकी दी. डॉ.मनोज ने बताया कि अपने साथ हुई ज्यादती की शिकायत उन्होंने बिहार पुलिस के डीजीपी ए.के. सिंघल के साथ साथ अन्य वरीय अधिकारियों जिला व राज्य अधिवक्ता संघ को भेजी है. 

मामले में पूछे जाने पर एसपी नीरज कुमार सिंह ने कहा कि, पीड़ित के द्वारा दिए गए लिखित शिकायत के आधार पर पूर्व जिप सदस्य के विरुद्ध प्राथमिकी दर्ज की गई है. आगे मामले की जांच की जाएगी जिसके बाद विधि सम्मत कार्रवाई होगी.






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