मनरेगा के पैसे की निकासी में विवाद, सीएसपी में चलाई गोलियां, तीन घायल, एक गंभीर ..

बताया कि इनमें से एक सीआरपीएफ में कार्यरत हैं जिन्होंने अपने कार्बाइन से गोलियां चलाई वहीं, एक अन्य अभियुक्त ने पिस्तौल से फायर किया है. इस गोलीबारी में उन्हें तथा उनके भाई विरजन सिंह को गोली छूकर निकल गई है वहीं, उनके चाचा रामजीत सिंह (56 वर्ष) पिता - हरीनाथ सिंह को सीने तथा तथा हाथ में गोलियां लगी हैं. 


 





- राजपुर थाना क्षेत्र के डिहरी गाँव का है मामला
- प्रखंड प्रमुख के नजदीकी लोगों पर लग रहा आरोप  

बक्सर टॉप न्यूज़, बक्सर: राजपुर थाना क्षेत्र के डीहरी गांव में एक सीएसपी संचालक से लूट की वारदात सामने आई है. लूट के दौरान अपराधकर्मियों ने गोली मारकर तीन लोगों को जख्मी कर दिया है, जिनमें से एक की गंभीर हालत को देखते हुए उन्हें वाराणसी रेफर कर दिया गया. मामले की जानकारी मिलते ही मौके पर राजपुर थाने की पुलिस पहुंच गई तथा जांच में जुट गई है वहीं, घायल सीएसपी संचालक के बयान के आधार पर गांव के ही लोगों को नामजद अभियुक्त बनाया गया है.
 


घटना के संदर्भ में सीएसपी नरसिंह सिंह (52 वर्ष), पिता - स्व. सिद्धनाथ सिंह ने बताया कि वह गांव में अपने घर के समीप ही सीएसपी का संचालन करते हैं. दिन में तकरीबन 11:00 बजे वह सीएसपी मैं बैठे हुए थे तभी 8 से 10 की संख्या में हथियारों से लैस होकर कुछ स्थानीय निवासी लफंगे पहुंच गए तथा लूटपाट व मारपीट करने लगे. उन लोगों में गोलू राय, आशुतोष राय, कमलेश राय, शौकत अली, अमित राय, राजू राय, विकास राय एवं तीन चार अन्य लोग शामिल थे.  बताया जा रहा है जिन लोगों पर आरोप लगाए गए हैं वह जेल में बंद कुख्यात गुड्डू राय की पत्नी सह स्थानीय प्रखंड प्रमुख सुनीता देवी के खास लोग माने जाते हैं.

सीएसपी संचालक ने बताया कि इनमें से एक सीआरपीएफ में कार्यरत हैं जिन्होंने अपने कार्बाइन से गोलियां चलाई वहीं, एक अन्य अभियुक्त ने पिस्तौल से फायर किया है. इस गोलीबारी में उन्हें तथा उनके भाई विरजन सिंह को गोली छूकर निकल गई है वहीं, उनके चाचा रामजीत सिंह (56 वर्ष) पिता - हरीनाथ सिंह को सीने तथा तथा हाथ में गोलियां लगी हैं. उन्हें गंभीर हालत में ट्रामा सेंटर रेफर कर दिया गया है. यह पूछे जाने पर कि क्या इनके साथ कोई पुराना विवाद है? सीएसपी संचालक ने इस बात से इनकार किया.


फर्जी निकासी से रोका तो हुई मारपीट:

बताया जा रहा है कि सीएसपी संचालक ने जिन लोगों पर लूटपाट का आरोप लगाया है उनसे विवाद की शुरुआत मनरेगा के पैसे की निकासी को लेकर हुई. दरअसल, सीएसपी संचालक के पास नामजद अभियुक्त किसी मनरेगा के मजदूर के खाते से पैसा निकालने के लिए गए थे. सीएसपी संचालक का कहना था कि वह उसी को पैसा देंगे जो असली खाताधारक है. इसी बात को लेकर विवाद हुआ जिसमें गोली मारने के साथ ही पैसे लूटे गए हालांकि, घायल व्यक्ति सोच-समझकर प्राथमिकी कराए जाने की बात कह रहे हैं.

कहते हैं एसडीपीओ:

मामला पैसे की निकासी को लेकर हुए विवाद को लेकर हुआ है. प्रारंभिक जांच में भी यह बात सामने आ रही है हालांकि, घायल के बयान का इंतजार किया जा रहा है, उसके बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी.

गोरख राम, एसडीपीओ









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