वर्चुअल मोड से कोर्ट की कार्यवाही में हिस्सा लेने के लिए मोबाइल या लैपटॉप के माध्यम से घर अथवा अपने निजी कार्यालय से अधिवक्ता जुड़ सकेंगे. इसके लिए न्यायालय के द्वारा पीठासीन पदाधिकारियों की नियुक्ति की गई है जो कि संबंधित अधिवक्ता को एक लिंक भेजेंगे और लिंक पर क्लिक कर वह वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग से जुड़ सकेंगे.
- पटना हाई कोर्ट के नए निर्देशों के आलोक में जिला जज ने जारी किया पत्र
- जिनके पास नहीं है स्मार्टफोन व लैपटॉप उनके लिए बनाए गए हैं स्टूडियो
बक्सर टॉप न्यूज, बक्सर: कोरोना संक्रमण के बढ़ते प्रभाव को देखते हुए व्यवहार न्यायालय तथा अनुमंडलीय के संचालन के लिए पूर्व में दिए गए आदेश को पटना उच्च न्यायालय के टेलिफोनिक निर्देश के बाद बदल दिया गया है. जिला एवं सत्र न्यायाधीश के द्वारा जारी पत्र में यह बताया गया है कि, अब पूर्ण वर्चुअल मोड में न्यायालय की सुनवाई होगी. अधिवक्ता व वादकारी की न्यायालय में प्रस्तुत नहीं होंगे.
स्मार्टफोन या लैपटॉप नहीं है तो स्टूडियो में होगी वर्चुअल सुनवाई:
जिन अधिवक्ताओं के पास स्मार्टफोन, लैपटॉप आदि है वह घर से या अपने निजी कार्यालय आदि से ही न्यायिक सुनवाई में भाग ले सकते हैं लेकिन, जिनके पास इस तरह की तकनीकी सुविधा नहीं है वह बक्सर तथा डुमरांव न्यायालय में बनाए गए स्टूडियो में पहुंचकर न्यायालय की सुनवाई में हिस्सा ले सकते हैं. बताया जा रहा है कि बक्सर में दो तथा डुमराँव में एक स्टूडियो बनाया गया है जिससे कि अधिवक्ता व वादकारी वर्चुअल मोड से चलने वाली न्यायालय की सुनवाई में हिस्सा ले सकते हैं.
इसके अतिरिक्त वर्चुअल मोड से कोर्ट की कार्यवाही में हिस्सा लेने के लिए मोबाइल या लैपटॉप के माध्यम से घर अथवा अपने निजी कार्यालय से अधिवक्ता जुड़ सकेंगे. इसके लिए न्यायालय के द्वारा पीठासीन पदाधिकारियों की नियुक्ति की गई है जो कि संबंधित अधिवक्ता को एक लिंक भेजेंगे और लिंक पर क्लिक कर वह वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग से जुड़ सकेंगे.
ई-मेल के माध्यम से दायर कर सकेंगे याचिका:
बताया गया है कि अधिवक्ता व वादकारी ई-मेल के माध्यम से अपनी याचिका तथा जमानत बांड आदि संबंधित आवेदन भेज सकेंगे. जिस पर वर्चुअल मोड में ही सुनवाई होगी.
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