"कुमार नयन स्मृति ग्रामीण इतिहास व्याख्यान" श्रृंखला की होगी शुरुआत ..

फरवरी 2021 में शुरू की गई व्याख्यान श्रृंखला "मेरा गांव, मेरा इतिहास" अब कुमार नयन स्मृति ग्रामीण इतिहास व्याख्यान के नाम से  जाना जाएगा. ज्ञातव्य हो कि फरवरी 2021 में आयोजित इस श्रृंखला का पहला ऑनलाइन व्याख्यान  कुमार नयन ने ही दिया था तथा प्रसिद्ध राजनीतिक विचारक नागेंद्र नाथ ओझा ने उसकी अध्यक्षता की थी. 

 





-  क्रिएटिव हिस्ट्री/ रंगश्री, दिल्ली ने की घोषणा
- वक्ताओं ने कहा, कुमार नयन के बिना अब अधूरा लगेगा यह शहर 

बक्सर टॉप न्यूज़, बक्सर: "कुमार नयन हिंदी के उन प्रतिभाशाली लेखकों में से एक रहे हैं जिन्होंने अपनी रचनाओं और सामाजिक गतिशीलता के माध्यम से समकालीन भारत की ग्रामीण रचनाशीलता को गहराई के साथ प्रभावित किया है. उन्होंने जीवन भर बिना राग और द्वेष के उन प्रतिभाओं को सामने लाने का प्रयास किया जिनसे ग्रामीण और कस्बाई भारत की पहचान बनती है. उनके निधन से समाज ने एक ऐसे व्यक्ति को खो दिया है जो हरदम समाज के जरूरतमंद तबके के लिए खड़ा रहता था." 



प्रसिद्ध संस्था क्रिएटिव हिस्ट्री/ रंगश्री की तरफ से जारी एक बयान में ये बातें कही गई. संस्था की तरफ से बयान जारी करते हुए चर्चित लेखक देवेंद्र चौबे, इतिहासकार दीपक राय, रश्मि चौधरी, रंगकर्मी महेंद्र प्रसाद सिंह, युवा आलोचक गणपत तेली और सांस्कृतिक कार्यकर्ता अखिलेश कुमार पांडेय ने कहा कि "कुमार नयन इतिहास, साहित्य, संस्कृति और राजनीतिक चिंतन के गंभीर उदाहरण थे. शहर बक्सर के इतिहास और क्षेत्रीय संस्कृति का उन्हें अदभुत ज्ञान था. क्रिएटिव हिस्ट्री के कार्यक्रमों से वे 2010 से ही जुड़े हुए थे. 1764 के युद्ध के केंद्र कथकौली, 1539 के चौसा युद्ध के केंद्र चौसा, 1857 के भारत के पहले स्वाधीनता संग्राम के केंद्र जगदीशपुर और पंचकोसी मेला के केंद्र रहे बक्सर एवं अहिरौली में हुए कार्यक्रमों के सूत्रधारों में से वे एक थे. बक्सर का इतिहास उनके साथ शहर की गलियों में घूमते रहता था. उनके बिना यह शहर बक्सर और क्रिएटिव हिस्ट्री/रंगश्री द्वारा आयोजित कार्यक्रम 'बक्सर ग्रामीण लेखक इतिहासकार सम्मेलन ' के आयोजन अब अधूरे लगेंगे."


क्रिएटिव हिस्ट्री/ रंगश्री  ने अपने बयान में इस बात की भी घोषणा की कि अब संस्था की तरफ से साहित्यकार कुमार नयन के सम्मान में "कुमार नयन स्मृति ग्रामीण इतिहास व्याख्यान" श्रृंखला का आयोजन होगा और फरवरी 2021 में शुरू की गई व्याख्यान श्रृंखला "मेरा गांव, मेरा इतिहास" अब कुमार नयन स्मृति ग्रामीण इतिहास व्याख्यान के नाम से  जाना जाएगा. ज्ञातव्य हो कि फरवरी 2021 में आयोजित इस श्रृंखला का पहला ऑनलाइन व्याख्यान  कुमार नयन ने ही दिया था तथा प्रसिद्ध राजनीतिक विचारक नागेंद्र नाथ ओझा ने उसकी अध्यक्षता की थी. इस श्रृंखला का दूसरा व्याख्यान बक्सर क्षेत्र के  लेखक सुरेश कांटक ने "1857, कुंवर सिंह और उत्तर भारत के गांव" पर दिया था जिसकी अध्यक्षता प्रसिद्ध इतिहासकार एस एन आर रिज़वी ने किया था. 

बयान में यह भी कहा गया कि कुमार नयन क्रिएटिव हिस्ट्री के ग्रामीण इतिहास लेखन कार्यशाला से गहराई से जुड़े हुए थे तथा संस्था द्वारा प्रकाशित "इतिहास समाचार" के सलाहकार समिति के सदस्य थे.






Post a Comment

0 Comments