उन्होंने कहा कि अस्पताल में 2 साल से अल्ट्रासाउंड की मशीन लगाई हुई है लेकिन इसके संचालन के लिए मौजूद चिकित्सक दो साल से छुट्टी पर हैं. ऐसे में लोगों को सुविधाएं नहीं मिल पा रही है. इसके अतिरिक्त अस्पताल में जितने चिकित्सकों की जरूरत है उतने चिकित्सक यहां नहीं तैनात नहीं हैं. उन्होंने बताया कि अस्पताल में 30 चिकित्सकों की जरूरत है लेकिन, केवल 17 चिकित्सक के यहां कार्यरत हैं.
- डुमरांव विधायक ने अनुमंडलीय अस्पताल का लिया जायजा
- व्यवस्थाओं पर सरकार पर जमकर निकाली भड़ास
बक्सर टॉप न्यूज, बक्सर: कोरोना संक्रमण के बढ़ते प्रसार के बीच सरकारी अस्पतालों की व्यवस्था को बेहतर बनाए जाने के दावों की पड़ताल तथा व्यवस्थाओं को लेकर लोगों के द्वारा लगातार मिल रही शिकायतों के मद्देनजर डुमरांव के विधायक अजीत सिंह डुमरांव अनुमंडल अस्पताल पहुंचे. वहां व्याप्त अव्यवस्थाओं को देखकर उन्होंने सरकार पर जमकर भड़ास निकाली. उन्होंने कहा कि अस्पताल में 2 साल से अल्ट्रासाउंड की मशीन लगाई हुई है लेकिन इसके संचालन के लिए मौजूद चिकित्सक दो साल से छुट्टी पर हैं. ऐसे में लोगों को सुविधाएं नहीं मिल पा रही है. इसके अतिरिक्त अस्पताल में जितने चिकित्सकों की जरूरत है उतने चिकित्सक यहां नहीं तैनात नहीं हैं. उन्होंने बताया कि अस्पताल में 30 चिकित्सकों की जरूरत है लेकिन, केवल 17 चिकित्सक के यहां कार्यरत हैं. उनमें से भी कई चिकित्सक छुट्टी पर हैं, कई आते नहीं. ऐसे में 10 - 11 चिकित्सकों के भरोसे पूरा अस्पताल है. उन्होंने बताया कि अस्पताल में 50 जीएनएम के पद हैं जिनमें केवल 23 जीएनएम यहां पर कार्यरत हैं.
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यहां जो कोविड केंद्र बनाया गया है. उस में लगाए गए दो वेंटिलेटर किसी काम के नहीं क्योंकि, उन्हें चलाने वाला कोई नहीं. विधायक ने कहा कि कोरोना वायरस से लड़ाई तो दूर अन्य बीमारियों के लिए भी रोगियों को यहां बेहतर व्यवस्थाएं नहीं मिल पा रही.
उन्होंने कहा इन सारी अव्यवस्थाओं के लिए बिहार की सरकार पूरी तरह से जिम्मेदार है इससे बड़ा दुर्भाग्य क्या हो सकता है कि यहां के सांसद केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण राज्य मंत्री हैं वहां की स्थिति इतनी बदतर है. उन्होंने प्रबंधक तथा अनुमंडल अस्पताल के प्रभारी अनिल भट्ट के साथ बातचीत की तथा व्यवस्थाओं को सुधारने के लिए पहल करने का निर्देश दिया.
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