नप के द्वारा नियमों की अवहेलना पर विधायक गंभीर, मौके पर पहुंच की जांच, दिए कार्रवाई के निर्देश ..

डंपिंग जोन के निर्माण को लेकर व्यवस्थापक राजेंद्र सिंह के द्वारा तकरीबन 2 साल पूर्व अनुमंडलीय लोक शिकायत निवारण पदाधिकारी के समक्ष वाद दाखिल किया गया था. जिसकी सुनवाई अभी चल रही है इसी बीच नगर परिषद के द्वारा नियमों की अवहेलना करते हुए पोखर के समीप डंपिंग जोन बनाए जाने का कार्य शुरू कर दिया. इस निर्माण का स्थानीय स्तर पर भारी विरोध हुआ. 

 





- डुमराँव में महाकाल मंदिर और पोखर के समीप डंपिंग जोन बनाए जाने का हो रहा विरोध
- लोक शिकायत निवारण पदाधिकारी के यहां दर्ज है परिवाद


बक्सर टॉप न्यूज़, बक्सर: नगर परिषद के द्वारा नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल के निर्देशों की अवहेलना करना अब आम हो गया है. बक्सर नगर में नहर के किनारे कूड़ा-कचरा डंप कर नगर परिषद इसका उदाहरण पेश करता है. बताया जाता है कि, डंपिंग जोन नहीं मिलने के कारण ऐसा करना पड़ रहा है उधर, डुमरांव महाकाल मंदिर के समीप भी डंपिंग जोन बनाने का काम शुरू किया गया, जिसका विरोध स्थानीय स्तर पर होने के बाद फिलहाल काम को रोक दिया गया है. इसी बीच डुमराँव विधायक अजीत सिंह मौके पर पहुंचे. उन्होंने तुरंत अधिकारियों को तलब किया. मौके पर डुमरांव अनुमंडल पदाधिकारी हरेंद्र राम तथा अन्य अधिकारी पहुंच गए. इस दौरान विधायक ने मामले की जांच किए जाने के आदेश दिए.



दरअसल, डुमरांव के प्रसिद्ध महाकाल मंदिर के पोखर के किनारे बन रहे डंपिंग ज़ोन का स्थानीय लोगों के द्वारा विरोध किया जा रहा है जबकि, डंपिंग जोन के निर्माण को लेकर व्यवस्थापक राजेंद्र सिंह के द्वारा तकरीबन 2 साल पूर्व अनुमंडलीय लोक शिकायत निवारण पदाधिकारी के समक्ष वाद दाखिल किया गया था. जिसकी सुनवाई अभी चल रही है इसी बीच नगर परिषद के द्वारा नियमों की अवहेलना करते हुए पोखर के समीप डंपिंग जोन बनाए जाने का कार्य शुरू कर दिया. इस निर्माण का स्थानीय स्तर पर भारी विरोध हुआ. 


मामला संज्ञान में आने के पश्चात पूर्व राज्यसभा सांसद अली अनवर ने जिला पदाधिकारी अमन समीर से इस बात की शिकायत की. उन्होंने कहा की नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल के आदेशों की अवहेलना कर इस तरह का निर्माण उचित नहीं है. बाद में जिला पदाधिकारी ने इस बात को गंभीरता से लिया. मामले की जांच कराने का आश्वासन दिया उधर, इस बात की जानकारी मिलने के बाद डुमरांव विधायक भी मौके पर पहुंचे और उन्होंने स्थिति का अवलोकन किया. उन्होंने अधिकारियों को स्पष्ट निर्देश दिया किस तरह का निर्माण किसी भी सूरत में ना हो. उन्होंने कहा कि, इससे न सिर्फ धार्मिक आस्था पर चोट पहुंचेगी बल्कि, पर्यावरण पर भी बुरा प्रभाव पड़ेगा.

डुमराँव नगर परिषद के पूर्व वार्ड पार्षद सह अधिवक्ता सुनील कुमार तिवारी बताते हैं कि, इसके पूर्व काव के गर्भ में भी कचरा पुनर्चक्रण पिट बना दिया गया है, जिसको लेकर लोक शिकायत निवारण पदाधिकारी के समक्ष परिवाद दायर किया गया है. उन्होंने बताया कि महाकाल मंदिर के समीप हो रहे इस निर्माण को लेकर सामाजिक मंच डुमराँव के द्वारा 8 जुलाई 2019 को नगर परिषद में धरना भी दिया गया था, जिसके बाद काम बंद कराया गया. था लेकिन एक बार फिर यह कार्य शुरू हो गया जिससे कि, लोगों में आक्रोश व्याप्त है. उन्होंने बताया कि कार्य के दौरान एक बरगद का पेड़ भी काट दिया गया है. इसको लेकर भी विधायक ने अधिकारियों को मामले की जांच करने और कार्रवाई करने का निर्देश दिया है.









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