वर्षों बाद साकार हुआ "चिकित्सा-चिकित्सक आपके द्वार" का सपना ..

इसके पूर्व इस वाहन को 102 एंबुलेंस के रूप में भी संचालित किया गया लेकिन, फिर इसे मोबाइल मेडिकल यूनिट बनाने के लिए सम्मान फाउंडेशन नामक एनजीओ को दिया गया था लेकिन, सम्मान फाउंडेशन के द्वारा इसके संचालन से इंकार किए जाने के पश्चात अब धनुष फाउंडेशन नामक एनजीओ के द्वारा "महर्षि विश्वामित्र चलंत आरोग्य वाहन" के नाम से 5 सर्व सुविधा संपन्न एंबुलेंस अब मोबाइल मेडिकल यूनिट बनकर चलने लगी. 

 




- केंद्रीय मंत्री के उद्घाटन के बाद अब चिकित्सा-चिकित्सक पहुंचेंगे ग्रामीणों के द्वार 
- अनुभवी एनजीओ धनुष फाउंडेशन के द्वारा किया जा रहा संचालन

बक्सर टॉप न्यूज़, बक्सर: तकरीबन 2 वर्ष पूर्व एसजेवीएन थर्मल पावर प्रोजेक्ट के द्वारा मेडिकल मोबाइल यूनिट बनाने के लिए दी गई एंबुलेंस आखिरकार 'चिकित्सा चिकित्सक आपके द्वार' कार्यक्रम के अंतर्गत संचालित होने लगी. इसके पूर्व इस वाहन को 102 एंबुलेंस के रूप में भी संचालित किया गया लेकिन, फिर इसे मोबाइल मेडिकल यूनिट बनाने के लिए सम्मान फाउंडेशन नामक एनजीओ को दिया गया था लेकिन, सम्मान फाउंडेशन के द्वारा इसके संचालन से इंकार किए जाने के पश्चात अब धनुष फाउंडेशन नामक एनजीओ के द्वारा "महर्षि विश्वामित्र चलंत आरोग्य वाहन" के नाम से 5 सर्व सुविधा संपन्न एंबुलेंस अब मोबाइल मेडिकल यूनिट बनकर चलने लगी. 






केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण राज्य मंत्री अश्विनी कुमार चौबे ने शानिवार को वर्चुअल माध्यम से इसका उद्घाटन किया. इस दौरान उन्होंने बताया कि पायलट प्रोजेक्ट के तौर पर इसका उनके संसदीय क्षेत्र के अंतर्गत सभी विधानसभा क्षेत्रों में किया जा रहा है. बाद में पूरे देश भर के ग्रामीण इलाकों को इस योजना से लाभान्वित करने के लिए राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन अंतर्गत पहल की जाएगी. उद्घाटन कार्यक्रम में स्वास्थ्य राज्यमंत्री के अतिरिक्त बिहार के स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय, एम्स पटना के निदेशक डॉ.पी.के.सिंह, धनुष फाउंडेशन के डीएसएन मूर्ति के साथ-साथ बक्सर कैमूर के जिला प्रशासन के आला अधिकारियों के साथ-साथ सिविल सर्जन भी मौजूद रहे। इस दौरान बताया गया कि, मेडिकल मोबाइल यूनिट का संचालन हैदराबाद के धनुष फॉउंडेशन के द्वारा किया जाएगा यह फाउंडेशन उड़ीसा, गुजरात, छत्तीसगढ़, झारखंड, तेलंगाना, आंध्र प्रदेश कर्नाटक जैसे राज्यों में चिकित्सा के क्षेत्र में कार्य कर रही है.




केंद्रीय मंत्री ने कहा कि, "चिकित्सा-चिकित्सक आपके द्वार" कार्यक्रम के तहत बक्सर संसदीय क्षेत्र के अंतर्गत विधानसभा क्षेत्रों में कोरोना महामारी में लोगों को प्राथमिक चिकित्सा सुविधा उपलब्ध कराई जाएगी. अभी इस तरह के पांच वाहन चलेंगे बाद में एक और वाहन इसमें जोड़ा जाएगा. इसमें डॉक्टर, लैब टेक्नीशियन, नर्स आदि की व्यवस्था फाउंडेशन के द्वारा की जाएगी. इस कार्य में एसजेवीएन का सतत सहयोग मिल रहा है. इसी तरह की व्यवस्था को भविष्य में नेशनल डिजिटल हेल्थ मिशन से भी जोड़ा जाएगा. दूरदराज के गांवों में बेहतर चिकित्सकीय सुविधा उपलब्ध कराना केंद्र एवं राज्य सरकार का प्रमुख ध्येय है.

कोरोना की लड़ाई में होगा कारगर: मंगल पांडेय

बिहार के स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय ने उद्घाटन कार्यक्रम में लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि इस तरह की व्यवस्था सुदूर गांव के लोगों के लिए वरदान साबित होगी. उन्होंने कहा कि केंद्र एवं राज्य सरकार कोरोना की विरुद्ध जंग को सफलतापूर्वक लड़ रही है. इसमें जनता का भरपूर सहयोग मिल रहा है इसी तरह जनता का सहयोग मिलता रहा तो निश्चित तौर पर कोरोना वायरस हम सभी जीत जाएंगे. उन्होंने कहा कि केंद्र के द्वारा बड़े पैमाने पर राज्य सरकार को चिकित्सकीय उपकरण एवं अन्य संसाधन मुहैया कराए जा रहे हैं. संक्रमण काल में मेडिकल मोबाइल यूनिट की पहल सराहनीय है, इससे एवं अन्य लोगों को भी काफी लाभ होगा.

टेलीमेडिसिन से ग्रामीणों तक पहुंचेंगी विशेषज्ञ चिकित्सकों की सलाह:

पटना एम्स के निदेशक डॉ. पी. के. सिंह ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि, टेलीमेडिसिन के माध्यम से एम्स के विशेषज्ञ डॉक्टर ग्रामीणों को सलाह देंगे. पहले से ही बक्सर सदर अस्पताल में टेलीमेडिसिन की व्यवस्था की गई है, जिससे वह पटना एम्स से जुड़ा हुआ है. उन्होंने कहा कि ग्रामीण स्तर पर भी संक्रमण काल के दौरान लोगों में जागरूकता लाने में चलंत चिकित्सा वाहन कार्यरत होगा. धनुष फॉउंडेशन के डीएसएन मूर्ति ने कहा कि प्राथमिक चिकित्सा से संबंधित सेवाएं वाहन में उपलब्ध होंगी. फाउंडेशन स्वास्थ्य के क्षेत्र में कई राज्यों में काम कर रहा है. ऐसे में इस अनुभव का लाभ स्थानीय जनता को भी मिलेगा.



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