कोविड बिहार पोर्टल के जरिए अगर आप प्लाज्मा डोनेट कर जरूरमंद की मदद करते हैं तो आपको 'सबल एनजीओ' के तरफ प्रोत्साहन हेतु 'डोनर कार्ड' दिया जाएगा. साथ ही कोरोना वारियर्स का सर्टिफिकेट भी मिलेगा, जो यमेडी और ज़ोनल स्टोरीज के संयुक्त पहल पर शुरू किया गया है.
- कोविड महामारी से लड़ने में मिल रही लोगों को हिम्मत, बना 'उम्मीद की नई किरण'
- हर हाल में मदद पहुंचाने का काम करते हैं युवा वॉलिंटियर्स
बक्सर टॉप न्यूज़, बक्सर: देश में रोज लाखों कोविड पॉजिटिव मरीज सामने आ रहे हैं. हजारों की संख्या में लोगों की जान जा रही है. सभी राज्य बढ़ते संक्रमण को रोकने के लिए तरह-तरह के एहतियात कदम उठा रहे हैं. वहीं बिहार सरकार से इतर इन युवाओं की पहल को खूब सराहा जा रहा है. इन्होंने मिलकर इस महामारी से लड़ने में मदद करने के लिए covidbihar.com नाम का पोर्टल बनाया है, जो बिहार के सभी जिलों में मौजूद हॉस्पिटल में बेड, ऑक्सीजन और मेडिसिन की उपलब्धता के बारे में जानकारी देता है.
वेबसाइट की सबसे खास बात यह है कि उसपर रियल टाइम डेटा की जानकारी मिलती है. पोर्टल में हेल्प सेक्शन का भी ऑप्शन दिया गया है, जहां जाकर आप अपनी जरूरत के मुताबिक मदद मांग सकते हैं. कोविड बिहार की टीम मदद मांगने वाले तक तुरंत मदद सुनिश्चित करती है. जिसका अब तक हजारों पेशेंट लाभ उठा चुके हैं. अगर आपको मरीज के लिए एम्बुलेंस की जरूरत है तो उसके बारे में भी पोर्टल पर जानकारी उपलब्ध कराई गई है.
प्लाज्मा डोनर बनने से मिलेगा फायदा:
कोविड बिहार पोर्टल के जरिए अगर आप प्लाज्मा डोनेट कर जरूरमंद की मदद करते हैं तो आपको 'सबल एनजीओ' के तरफ प्रोत्साहन हेतु 'डोनर कार्ड' दिया जाएगा. साथ ही कोरोना वारियर्स का सर्टिफिकेट भी मिलेगा, जो यमेडी और ज़ोनल स्टोरीज के संयुक्त पहल पर शुरू किया गया है.
वॉलंटियर्स बन युवा कर रहे मदद:
कोविड बिहार की शुरुआत एक छोटी टीम से हुई थी, लेकिन आज इससे बिहार के अलग-अलग जिले से कई युवा वॉलंटियर्स के रूप में जुड़ चुके हैं, और जरूरमंद को हर संभव मदद पहुंचाने का प्रयास कर रहे हैं. इन युवाओं का मानना है कि अगर कोई व्यक्ति कोविड बिहार की टीम से मदद मांगता है तो उसकी हर हाल में मदद सुनिश्चित की जाती है.
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