आदिनाथ अखाड़ा के पीठाधीश्वर बने शीलनाथ महाराज

नाथ संप्रदाय की पद्धति के साथ वैदिक मंत्रोचार के साथ नव नाथों के द्वारा पूजा करते हुए महामंडलेश्वर योगी शील नाथ महाराज को आदिनाथ अखाड़ा के पीठाधीश्वर की गद्दी दी गई, जिसमें नाथ संप्रदाय, नाथ अखाड़ा के शिष्य मंडली एवं महान संतों के द्वारा उन्हें चादर दे अपनी सहमति प्रदान की गई. 




- नाथ संप्रदाय के शिष्य मंडली तथा संतो के द्वारा दी गई चादर
- मौके पर दूर-दराज से पहुंचे थे श्रद्धालु व भक्तजन

बक्सर टॉप न्यूज, बक्सर: आदिनाथ अखाड़ा परिसर में चल रहे नाथ बाबा की समाधि पर विगत 12 दिनों से चल रहा कार्यक्रम हवन के साथ संपन्न हुआ. नाथ संप्रदाय की पद्धति के साथ वैदिक मंत्रोचार के साथ नव नाथों के द्वारा पूजा करते हुए महामंडलेश्वर योगी शील नाथ महाराज को आदिनाथ अखाड़ा के पीठाधीश्वर की गद्दी दी गई, जिसमें नाथ संप्रदाय, नाथ अखाड़ा के शिष्य मंडली एवं महान संतों के द्वारा उन्हें चादर दे अपनी सहमति प्रदान की गई. बताया गया कि, शुक्रवार के बाद सभी कार्यों की देखभाल पीठाधीश्वर महामंडलेश्वर योगी शील नाथ जी देखेंगे. इन्हें चल- अचल तथा मंदिर से संबंधित सभी कार्य करने का दायित्व सौंपा गया. 






इस दौरान दूर-दराज से श्रद्धालु व भक्तजन पहुंचे थे हालांकि, मौके पर कोरोना नियमों का अनुपालन भी गया. मौके पर सदर विधायक संजय कुमार तिवारी उर्फ मुन्ना तिवारी ने नाथ बाबा की स्मृति में रुद्राक्ष का वृक्ष परिसर में लगाया, जिसके बाद भंडारे का कार्यक्रम चला. बता दें कि, नाथ संप्रदाय की परंपरा के मुताबिक बक्सर के श्री आदिनाथ अखाड़ा में उसी कक्ष में नाथ बाबा की समाधि बनाई गई है, जहां वह धुनी रमाया करते थे और भक्तों को दीक्षा देते थे.










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