वीडियो: जिले में सामने आया सबसे बड़ा बैंकिंग फ्रॉड, ग्राहकों के 3 करोड़ रुपये गायब ..

अलग-अलग तिथियों को बैंक ग्राहकों के खातों से अवैध तरीके से तकरीबन तीन करोड़ से ज्यादा की रकम निकाल ली गई है. इस बात का खुलासा होने के बाद बैंक के खाता धारक बैंक पर पहुंचे और हंगामा शुरू कर दिया ग्राहकों के अचानक से पहुंचकर हंगामा करने से अफरा-तफरी का माहौल कायम हो गया.

 






- सिमरी प्रखंड के आशा पड़री गांव के दक्षिण बिहार ग्रामीण बैंक का है मामला
- स्थानांतरित हो चुके शाखा प्रबंधक रवि रंजन पर लग रहे आरोप

बक्सर टॉप न्यूज, बक्सर: जिले में करोड़ों रुपये के बैंक घोटाले का एक मामला सामने आया है. यह मामला सिमरी प्रखंड के आशा पड़री गांव के दक्षिण बिहार ग्रामीण बैंक  के ग्राहकों से जुड़ा हुआ है. अलग-अलग तिथियों को बैंक ग्राहकों के खातों से अवैध तरीके से तकरीबन तीन करोड़ से ज्यादा की रकम निकाल ली गई है. इस बात का खुलासा होने के बाद बैंक के खाता धारक बैंक पर पहुंचे और हंगामा शुरू कर दिया ग्राहकों के अचानक से पहुंचकर हंगामा करने से अफरा-तफरी का माहौल कायम हो गया खाताधारकों ने बताया कि निश्चित रूप से यह बैंक कर्मियों की मिलीभगत से संभव हो सका है. 

दरअसल, पिछले दिनों पुराने शाखा प्रबंधक रवि रंजन कुमार का स्थानांतरण अन्यत्र हो गया है. उनके स्थान पर नए प्रबंधक धर्मेंद्र कुमार ने योगदान दिया है. मंगलवार की सुबह बैंक के कुछ खाता धारक अपना बैंक पासबुक अपडेट कराने के लिए बैंक में पहुंचे. खाता अपडेट कराने के बाद कई बैंक ग्राहकों ने खाते से लाखों रुपये की रकम गायब होने की शिकायत की. धीरे-धीरे यह बात पूरे गांव में फैल गई और लोग मौके पर पहुंचकर अपने-अपने पासबुक को अपडेट कराने लगे एक-एक कर कई ग्राहकों के खातों से लाखों रुपये गायब होने की बात सामने आई. 



प्रिंटर खराब होने का हवाला देकर नहीं करता था ग्राहकों के पासबुक अपडेट, मोबाइल नंबर लिंक कराने में भी थी आनाकानी:

बताया जा रहा है कि ग्राहकों को धोखे में रखने के लिए मैनेजर बैंक के प्रिंटर के खराब होने का हवाला दे कर बैंक ग्राहकों के पासबुक अपडेट नहीं करता था.  जिससे कि यह घोटाला सामने आए ही नहीं. इतना ही नहीं वह ग्राहकों के मोबाइल नंबर भी उनके खाते से नहीं जोड़ता था ताकि उस का राज खुल सके. वह महीनों से इसी तरह वहां पहुंचने वाले तकरीबन हर ग्राहक के खाते से कुछ ना कुछ रुपयों का हेरफेर करते रहता था. मसलन, किसी ने 10 हज़ार रुपये निकाले तो वह 5 हज़ार रुपयों की अतिरिक्त निकासी कर लेता था.




किसी की बेटी की शादी के रुपये तो किसी की जमापूंजी ले गया मैनेजर:

बैंक में पहुंची नगवां की विजय लक्ष्मी ने बताया कि उनकी बेटी की शादी तय है जिसके लिए खाते-में जोड़ जोड़ कर 9 लाख रुपये रखे थे लेकिन, सारे पैसे गायब हो गए हैं.  ग्राहक टुनटुन यादव ने बताया कि उनके खाते से साढ़े तीन लाख रुपये गायब कर दिए गए हैं जबकि, उन्होंने कोई निकासी नहीं की है. इसके अतिरिक्त सतीश कुमार नामक ग्राहक ने बताया कि उनके खाते से पिछले साल नवंबर माह की 8 तारीख एवं 9 तारीख को क्रमशः 1 लाख 40 हज़ार रुपये तथा 10 लाख रुपयों की निकासी की गई है. अब उनके खाते में केवल 62 हज़ार रुपये बचे हैं जबकि, उन्होंने इन तारीखों में कोई निकासी की ही नहीं की है. इसके अतिरिक्त एक अन्य ग्राहक शिवजी यादव ने बताया कि उनके खाते से 1 लाख रुपये गायब हैं यह पैसे भी उनकी बेटी के थे. कलावती देवी नामक ग्राहक का कहना है कि उनके खाते से 49 हज़ार रुपये गायब हैं.जिसमें 40 हज़ार रुपये बैंक मैनेजर ने अपने खाते में विक्रम शाखा में ट्रांसफर किए हैं वहीं, 9 हज़ार रुपये जो मैनेजर को जमा करने के लिए दिया गया था वह राशि भी जमा नहीं है. इन लोगों बक अलावे भी  अन्य ग्राहकों के खातों से अवैध निकासी की गई है. बैंक सूत्रों के मुताबिक 3 करोड़ से ज्यादा रुपये की निकासी कर ली गई है.

मामले की कर रहे हैं जांच:

बैंक के नए ब्रांच मैनेजर के रूप में कार्यरत धर्मेंद्र कुमार ने बताया कि, उन्हें इस बात की जानकारी मिली है लेकिन, मामले की जांच की जा रही है. मामलों को लेकर बैंक के वरीय अधिकारियों को सूचना दी गई है. एक-दो दिन के अंदर संभवत: वह अपनी टीम के साथ जांच करने के लिए बैंक में पहुंचे. मामले की जांच हो जाने के बाद ही इस मामले में कुछ भी कहा जा सकता है. बैंकों के एलडीएम से बात करने पर उन्होंने बताया कि मामले में निश्चित रूप से शाखा प्रबंधक की संलिप्तता उजागर हो रही है. वह बुधवार को शाखा में पहुंचकर मामले की जांच करेंगे.

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