दुर्घटनाओं का कारण बन रहे सड़क पर विचरण कर रहे बेसहारा पशु ..

बताते हैं कि, सड़क के बीचों-बीच डिवाइडर बनाया गया है. डिवाइडर बनाए जाने के बाद दूसरी तरफ से यदि कोई व्यक्ति आपकी सड़क पर आता है तो निश्चित रूप से वह सड़क पर आ रही गाड़ियों के बारे में आश्वस्त होकर ही आगे बढ़ेगा लेकिन, पशुओं के साथ ऐसा नहीं है वह कभी भी कहीं से भी घुसकर वाहनों के सामने आ सकते हैं.


 




- नगर के स्टेशन रोड में लगा रहता है पशुओं का जमावड़ा
- पशुओं के घूमते रहने से कभी भी हो सकती है बड़ी दुर्घटना

बक्सर टॉप न्यूज़, बक्सर: नगर की नव सौन्दर्यीकृत सड़क स्टेशन रोड इन दिनों बेसहारा पशुओं का बसेरा बन गया है. दिन अथवा रात हर वक्त बेसहारा पशु सड़क पर विचरण करते अथवा इधर उधर बैठे देखे जा सकते हैं. इन पशुओं के सड़क पर मौजूद होने से पिछले कुछ दिनों में कई छोटी-मोटी सड़क दुर्घटनाएं हुई हैं लेकिन, स्थिति अगर ऐसी ही बनी रहे तो निश्चित रूप से यह बेसहारा पशु किसी बड़ी दुर्घटना का कारण बनेंगे. बेसहारा पशुओं को रखे जाने के लिए नगर परिषद के द्वारा पिछले वर्ष एक योजना बनाई गई थी जिसमें उन्हें रखने के लिए का स्थान बनाना था लेकिन, यह योजना कार्यान्वित नहीं हो सकी और इसी बीच नगर परिषद के तात्कालिक कार्यपालक पदाधिकारी सुजीत कुमार का तबादला हो गया. ऐसे में आज भी स्थिति वही बनी हुई है जो पिछले डेढ़-दो सालों से है.



अचानक से सामने आ जाते हैं पशु, अनियंत्रित हो जाते हैं वाहन:

स्टेशन रोड के रहने वाले गौतम कुमार बताते हैं कि, सड़क के बीचों-बीच डिवाइडर बनाया गया है. डिवाइडर बनाए जाने के बाद दूसरी तरफ से यदि कोई व्यक्ति आपकी सड़क पर आता है तो निश्चित रूप से वह सड़क पर आ रही गाड़ियों के बारे में आश्वस्त होकर ही आगे बढ़ेगा लेकिन, पशुओं के साथ ऐसा नहीं है वह कभी भी कहीं से भी घुसकर वाहनों के सामने आ सकते हैं. ऐसे में कभी भी कोई बाइक, कार, ऑटो सवार सवार बड़ी दुर्घटना का शिकार हो सकता है. कई बार ऐसी स्थिति हुई है और वाहन अनियंत्रित होने के कारण चालक दुर्घटनाग्रस्त होते-होते बचे हैं.

आदर्श गौशाला में नहीं है विशेष इंतजाम:

मजे की बात तो यह है कि नगर में बेसहारा पशुओं के लिए गौशाला भी बनाई गई है लेकिन, इन बेसहारा गोवंश को देखने वाला कोई नहीं है. इतना ही नहीं अन्य आवारा पशु भी सड़क पर घूमते देखे जाते हैं. बताया जा रहा है कि पशुपालकों के द्वारा भी उन्हें सड़क पर छोड़ दिया जाता है. आश्चर्य की बात यह है कि इतना सब होने के बावजूद नगर प्रशासन इस पर कोई ध्यान नहीं देता. इस बाबत पूछे जाने पर गौशाला कमेटी के उपाध्यक्ष सौरभ चौबे बताते हैं कि, गौशाला में एक साथ बहुत सारे जानवरों को रखना संभव नहीं है लेकिन, कहीं किसी मवेशी के घायल होने की सूचना मिलती है तो उनका उचित उपचार कराने के बाद उन्हें रखा जाता है.

कहती हैं कार्यपालक पदाधिकारी:

इस तरह की बात अब तक संज्ञान नहीं में नहीं आयी है लेकिन, जल्द ही इसे देखते हुए इस पर उचित कार्यवाही की जाएगी. पशुओं के रहने के लिए कोई व्यवस्था भी बनाई जाएगी.

प्रेम स्वरूपम
कार्यपापक पदाधिकारी,
नगर परिषद







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