कुओं की साफ-सफाई व सौंदर्यीकरण में अनियमितता की शिकायत ..

सोहनी पट्टी वार्ड संख्या 21 के रहने वाले लोगो का कहना था कि कुएं की सफाई के नाम पर गड़बड़ी की गई है. स्थानीय निवासी संजय कुमार चौबे ने बताया कि उनके मोहल्ले में स्थित पुराने कुएं के सौंदर्यीकरण का कार्य किया गया लेकिन, इस दौरान साफ-सफाई नहीं की गई. साथ ही जो निर्माण सामग्री प्रयुक्त हुई वह भी गुणवत्ता युक्त नहीं है. 






- लोगों ने लगाया कार्य में अनियमितता का आरोप
- नप कार्यपालक पदाधिकारी ने कहा, कार्य प्रगति पर

बक्सर टॉप न्यूज़, बक्सर: जल जीवन हरियाली योजना अंतर्गत नगर के विभिन्न इलाकों में 68 कुओं का पुनरुद्धार तथा उन्हें पुनर्जीवित करने की योजना बनाई गई है. नगर परिषद के द्वारा जोर-शोर से इस योजना पर कार्य किया जा रहा है. हालांकि, नगर परिषद की अन्य क्रियान्वयित योजनाओं की तरह इस योजना के कार्यान्वयन के दौरान भी अनियमिता के आरोप लग रहे हैं उधर, नगर परिषद की कार्यपालक अधिकारी का कहना है कि कार्य उनके आगमन के पूर्व से ही चल रहे हैं और प्रगति पर हैं. ऐसे में भ्रष्टाचार के आरोप सही नहीं है.

दरअसल, सोहनी पट्टी वार्ड संख्या 21 के रहने वाले लोगो का कहना था कि कुएं की सफाई के नाम पर गड़बड़ी की गई है. स्थानीय निवासी संजय कुमार चौबे ने बताया कि उनके मोहल्ले में स्थित पुराने कुएं के सौंदर्यीकरण का कार्य किया गया लेकिन, इस दौरान साफ-सफाई नहीं की गई. साथ ही जो निर्माण सामग्री प्रयुक्त हुई वह भी गुणवत्ता युक्त नहीं है. इसके साथ ही यहां पर निर्माण से संबंधित कोई बोर्ड आदि नहीं लगा है जिससे यह ज्ञात हो सके कि किस योजना तथा कितनी धनराशि का खर्च यहां हुआ है? स्थानीय निवासी अधिवक्ता राहुल उपाध्याय बताते हैं कि विभिन्न स्रोतों से ज्ञात हुआ था कि, तकरीबन डेढ़ लाख रुपये की लागत से निर्माण कराया जा रहा है लेकिन, ऐसा नहीं लगता कि यहां इतनी राशि खर्च हुई होगी. वार्ड पार्षद राकेश राय बताते हैं कि, वार्ड के लोगों से यह पता चला कि यहां कुएं के सफाई का कार्य हो रहा है. यहां पहुंचने पर यह ज्ञात हुआ कि यहां कार्य में लापरवाही बरती जा रही है. इतना ही नहीं जो कार्य किया जा रहा है उसके लिए निविदा का प्रकाशन भी नहीं किया गया है.

अधिकारी ने कहा, अभी प्रगति पर है कार्य:

इस बाबत पूछे जाने पर नगर परिषद के कार्यपालक पदाधिकारी प्रेम स्वरूपम ने बताया कि, कार्य उनके आगमन पूर्व से ही शुरू है और अभी प्रगति पर है. ऐसे में जब तक कार्य पूरा नहीं हो जाता तब तक किसी तरह की अनियमितता की बात गलत है.

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