वीडियो: दहेज हत्या मामले में पुलिस पर लगा सुस्ती बरतने का आरोप ..

शादी के कुछ दिनों के बाद ससुराल वालों ने दहेज में बुलेट मोटरसाइकिल व 5 लाख रुपये नगद की मांग शुरू कर दी. वह दिव्या के साथ मारपीट भी करते थे. इस बात को लेकर पंचायत हुई जिसमें कहा गया कि सभी मांगे शादी के समय ही पूरी कर दी गई थी और अब अधिक दहेज देना संभव नहीं है.
अधिवक्ता को कागज़ात सौंपते पीड़ित





- मामले में मानवाधिकार आयोग तथा पुलिस महानिदेशक तक लगाई गुहार
- एसपी ने कहा पुलिस कर रही है कार्रवाई, जल्द ही सलाखों के पीछे होंगे अपराधी

बक्सर टॉप न्यूज़, बक्सर: उत्तर प्रदेश के बलिया जिले के रामपुर गांव के रहने वाले जितेंद्र पांडेय नामक व्यक्ति ने अपनी पुत्री की दहेज हत्या मामले में पुलिस के द्वारा सुस्ती बरती जाने का आरोप लगाते हुए मीडिया से अपनी व्यथा बताई है.

उन्होंने बताया है कि उनकी पुत्री दिव्या की हत्या इसी माह की 15 तारीख को कर दी गई थी. बकौल जितेंद्र पांडेय उनकी पुत्री की शादी 17 मई 2019 को सिमरी थाना क्षेत्र के डुमरी गांव के रहने वाले श्यामनाथ कुंवर के पुत्र अखिलेश कुमार के साथ हुई थी. इस शादी से उनकी पुत्री को 10 माह का एक बच्चा भी है.

शादी के कुछ दिनों के बाद ससुराल वालों ने दहेज में बुलेट मोटरसाइकिल व 5 लाख रुपये नगद की मांग शुरू कर दी. वह दिव्या के साथ मारपीट भी करते थे. इस बात को लेकर पंचायत हुई जिसमें कहा गया कि सभी मांगे शादी के समय ही पूरी कर दी गई थी और अब अधिक दहेज देना संभव नहीं है.

जितेंद पांडेय बताते हैं कि दहेज की मांग को ही लेकर अखिलेश कुमार तथा उनके घर वालों के द्वारा उनकी पुत्री को लगातार प्रताड़ित किया जाता रहता था. यहां तक की सगे संबंधियों से फोन पर बात करने से भी मना किया जाता था.

इसी बीच 15 जुलाई को शाम 5 बजे  किसी व्यक्ति के द्वारा यह सूचना मिली कि आप की पुत्री की हत्या कर दी गई है. सूचना मिलते ही आनन-फानन में वह लोग डुमरी पहुंचे. मौके पर पहुंचने पर यह देखा गया ससुराल वाले दाह-संस्कार की तैयारी कर रहे थे वहीं, मृतका के शरीर पर कई जगह मारपीट हो जख्म के निशान भी थे.

उन्होंने बताया कि मामले को लेकर आरक्षी अधीक्षक, आरक्षी उपाधीक्षक डुमरांव तथा पुलिस महानिदेशक व मानवाधिकार आयोग तक गुहार लगाई जा चुकी है लेकिन, किसी के द्वारा नामजद व्यक्तियों की गिरफ्तारी नहीं हो सकी है. उन्होंने कहा है कि उन्हें आशंका है कि पुलिस मामले की लीपापोती कर देगी.

उधर, मामले में पीड़ित के अधिवक्ता राजीव कुमार राय ने बताया कि किसी भी विवाहित महिला के मृत्यु शादी के 7 वर्षों के अंदर हो जाती है तो उसकी मृत्यु किसी भी तरीके से हुई हो उसे दहेज हत्या ही माना जाता है हालांकि, यह मामला साफ तौर पर हत्या का है लेकिन, फिर भी इसमें पुलिस के द्वारा की गई अब तक की कार्रवाई संतोषजनक नहीं है. मामले को लेकर पुलिस के द्वारा यदि कोई विशेष कार्रवाई नहीं की जाती तो न्यायालय का दरवाजा खटखटाया जाएगा. 

मामले में पूछे जाने पर एसपी नीरज कुमार सिंह ने बताया कि मामला दर्ज होने के साथ ही पुलिस तीव्र गति से कांड के अनुसंधान के साथ-साथ आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए प्रयासरत है. जल्द ही मामले में आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया जाएगा.

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