बड़ी ख़बर: 11 सेंटीमीटर प्रति घंटे हुई गंगा जलस्तर वृद्धि की रफ्तार खतरे के निशान से केवल 2 मीटर नीचे ..

अपराह्न तीन बजे के बाद एक बार फिर रफ्तार बढ़ते हुए अब 11 सेंमी प्रति घंटा की होने के साथ जलस्तर 57.21 मीटर पहुंच गया है.बताया जा रहा है कि वाराणसी और इलाहाबाद में भी जलस्तर बढ़ने की रफ्तार सीधे दो गुनी हो गई है, जिसका असर यहां भी साफ दिखाई दे रहा है.




- 11 सेमी प्रति घंटे की तूफानी रफ्तार से बढ़ रही है गंगा
- गंगा में नौका परिचालन पर लगाई गई रोक
- सुरक्षित स्थानों पर जाने की तैयारी में जुटे दियारावासी

बक्सर टॉप न्यूज़, बक्सर : गंगा के जलस्तर में लगातार हो रही वृद्धि 11 सेंटीमीटर प्रति घंटे की रफ्तार पकड़ चुकी है ऐसे में एक तरफ जहां जिला प्रशासन पूरी तरह से अलर्ट मोड में आ चुका है वहीं दूसरी तरफ दियारा बासी भी सुरक्षित स्थान की तरफ जाने की तैयारी कर रहे हैं. केंद्रीय जल आयोग से मिली सूचना के अनुसार रविवार की शाम 6 बजे तक जलस्तर 57.21 मीटर दर्ज किया गया है. इसके साथ ही बक्सर में गंगा चेतावनी बिदु 59.32 मीटर से महज दो मीटर दूर रह गई है. केंद्रीय जल आयोग की स्थानीय इकाई से मिली सूचना के मुताबिक रविवार को अपराह्न तीन बजे 55.21 मीटर जलस्तर दर्ज किया गया था. इसके बाद अचानक रफ्तार बढ़ने लगी और कुछ ही घंटों के अंदर रफ्तार बढ़कर छह सेंमी प्रति घंटा की हो गई. इस प्रकार सोमवार की सुबह आठ बजे 56.24 मीटर जलस्तर दर्ज किया गया था. पुन: सुबह आठ बजे के बाद रफ्तार और भी तेज होते हुए नौ सेंमी प्रति घंटा तक जा पहुंची. इस बीच अपराह्न तीन बजे यहां जलस्तर 56.89 मीटर दर्ज किया गया. वहीं अपराह्न तीन बजे के बाद एक बार फिर रफ्तार बढ़ते हुए अब 11 सेंमी प्रति घंटा की होने के साथ जलस्तर 57.21 मीटर पहुंच गया है.बताया जा रहा है कि वाराणसी और इलाहाबाद में भी जलस्तर बढ़ने की रफ्तार सीधे दो गुनी हो गई है, जिसका असर यहां भी साफ दिखाई दे रहा है. 

नौका परिचालन पर रोक:

गंगा के तेजी से बढ़ते जलस्तर को देखते हुए जिला प्रशासन हाई अलर्ट पर है. तटवर्ती सभी बीडीओ को अलर्ट रहने के आदेश के साथ ही गोताखोरों और मोटरबोट आदि के साथ राहत व बचाव दल को सतर्क रहने का आदेश दिया गया है. इस संबंध में सदर अनुमंडल पदाधिकारी कृष्ण कुमार उपाध्याय ने लोगों को आगाह करते कहा है कि किसी भी सूरत में गंगा घाटों पर जाने का प्रयास नहीं करें. गंगा की तेज धारा को देखते हुए मछली पकड़ने पर रोक के साथ ही अब सभी प्रकार की नौका का परिचालन बंद किए जाने के आदेश दिए गए हैं. इसकी निगरानी के लिए घाट पर तैनात दंडाधिकारियों और पुलिस बलों के साथ ही घाट के पंडों को भी निर्देश जारी कर दिए गए हैं.









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