वीडियो: दबंगों ने किया सड़क का अतिक्रमण, घर छोड़कर किराए के मकान में रह रहा ग्रामीण ..

उनका कहना है कि इस मामले को लेकर उन्होंने जिले के तमाम आला अधिकारियों के साथ-साथ लोक शिकायत निवारण पदाधिकारी के समक्ष भी वाद लाया जहां से संबंधित अधिकारियों को अतिक्रमण जल्द से जल्द हटाए जाने का आदेश पिछले अप्रैल माह की 21 तारीख को ही दिया गया. बावजूद इसके अब तक अतिक्रमण नहीं हटाया जा सका है. ऐसे में पीड़ित ने मीडिया के समक्ष अपनी व्यथा रखी.
अपनी व्यथा कहता ग्रामीण

 





- राजपुर अंचल के उत्तमपुर गांव का है मामला
- लोक शिकायत निवारण पदाधिकारी के आदेश का भी नहीं हो रहा अनुपालन

बक्सर टॉप न्यूज़, बक्सर: राजपुर थाना क्षेत्र के उत्तमपुर गांव में एक अजीबोगरीब मामला सामने है, जहां कुछ दबंगों के द्वारा एक व्यक्ति के घर के सामने की सड़क का अतिक्रमण कर उस पर पक्का निर्माण कर लिया गया है. सड़क का अतिक्रमण किए जाने तथा आवागमन का मार्ग अवरुद्ध हो जाने की वजह से उक्त व्यक्ति ने अपना गांव छोड़ जिला मुख्यालय में किराए के मकान में शरण ली है. उनका कहना है कि इस मामले को लेकर उन्होंने जिले के तमाम आला अधिकारियों के साथ-साथ लोक शिकायत निवारण पदाधिकारी के समक्ष भी वाद लाया जहां से संबंधित अधिकारियों को अतिक्रमण जल्द से जल्द हटाए जाने का आदेश पिछले अप्रैल माह की 21 तारीख को ही दिया गया. बावजूद इसके अब तक अतिक्रमण नहीं हटाया जा सका है. ऐसे में पीड़ित ने मीडिया के समक्ष अपनी व्यथा रखी.

वीडियो: 




राजपुर थाना क्षेत्र के उत्तमपुर के रहने वाले महावीर सिंह ने बताया है कि उनके घर के सामने जो सरकारी रास्ता है उस पर पहले अतिक्रमणकारियों के द्वारा एक छोटे से चबूतरे का निर्माण किया गया, जहां उन लोगों के द्वारा अंडा आदि का विक्रय किया जाता था. इस बात को लेकर उन्होंने कई बार विरोध जताया लेकिन, अतिक्रमणकारी मारपीट को उतारू हो जाते थे. बाद में उन्होंने मामले को लेकर अंचलाधिकारी, प्रखंड विकास पदाधिकारी तथा जिला पदाधिकारी तक को आवेदन दिया लेकिन, अतिक्रमण हटाने के संदर्भ में कोई पहल नहीं की गई। धीरे-धीरे अतिक्रमणकारियों का मनोबल बढ़ता गया और उन्होंने अपने अतिक्रमण का विस्तार करते हुए रास्ते को पूरी तरह अवरुद्ध कर दिया. बाद में वह मामले को लेकर लोक शिकायत निवारण पदाधिकारी के समक्ष पहुंचे जहां से सड़क पर किए गए अतिक्रमण को हटाने का आदेश संबंधित पदाधिकारियों को दिया गया. बावजूद इसके अब तक अतिक्रमण हटाया नहीं जा सका है. पीड़ित का कहना है कि एक तरफ जहां सूबे के मुख्यमंत्री लोक शिकायत निवारण के तहत 60 दिनों में मामले का निष्पादन करने की बात कहते हैं वहीं, धरातल पर सच्चाई कुछ और ही है. उन्होंने कहा कि यदि उन्हें न्याय नहीं मिला तो वह जिला पदाधिकारी के समक्ष सपरिवार आमरण अनशन पर बैठ जाएंगे.

उधर मामले में जानकारी देने के लिए राजपुर अंचलाधिकारी अमलेश कुमार के सरकारी नंबर पर कई बार फोन किया गया लेकिन फोन नहीं उठाने के कारण उनका पक्ष ज्ञात नहीं हो सका. यहां यह बता दें कि अंचलाधिकारी की कार्यशैली पूर्व से ही चर्चा में रही है. स्थानीय विधायक ने भी उनकी कार्यशैली को लेकर विधानसभा में प्रश्न उठाया था जिस पर भूमि सुधार और राजस्व मंत्री रामसूरत राय के द्वारा उन पर कार्रवाई बात कही गई थी, बावजूद इसके अब तक वह अपने पद पर बने हुए हैं.






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