जेएनयू के हॉस्टल में बक्सर की महिला की मौत ..

बाद में महिला ने चीखते-चिल्लाते हुए सभी को इस बात की सूचना दी जिसके बाद मौके पर मौजूद लोग तथा माधुरी के पति संतोष उसे लेकर सफदरजंग अस्पताल पहुंचे लेकिन, दिमाग की किसी नस के फट जाने के कारण रक्तस्राव नहीं रुका और अंततः उसकी मौत हो गई.

 



- कपड़े सुखाते समय छत से गिरी महिला,
- मौत को संदेहास्पद मान पुलिस ने की जांच

बक्सर टॉप न्यूज़, बक्सर: जिले के नवानगर थाना क्षेत्र के निवासी मुनजी यादव ने आज से तकरीबन 2 माह पूर्व जब अपनी बड़ी पुत्री की शादी की थी तो उन्होंने कभी सपने में भी नहीं सोचा होगा कि आगामी दो महीने के भीतर ही वह इस दुनिया को अलविदा कह देगी. दिल्ली के जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय में संदेहास्पद परिस्थितियों में छत से गिरकर मृत्यु की शिकार हुई माधुरी कुमारी के मायके तथा ससुराल वाले उसकी मृत्यु की सूचना पर शुक्रवार को दिल्ली पहुंच गए. वहां पुलिस ने पहले तो मामले को संदेहास्पद मानते हुए जांच की हालांकि, जांच में मामला दुर्घटना का साबित हुआ जिसके बाद शुक्रवार की देर शाम शव का पोस्टमार्टम कराने के बाद परिजनों के हवाले कर दिया गया.  



इस बाबत जानकारी देते हुए मृतका के भाई रवि यादव ने बताया कि उनकी बहन माधुरी की शादी 2 माह पूर्व उत्तर प्रदेश के गाजीपुर जिले के नसीरपुर के रहने वाले संतोष कुमार से हुई थी. संतोष जेएनयू से पीएचडी कर रहे हैं वहीं, पिछले दिनों स्नातक की पढ़ाई पूरी कर चुकी माधुरी भी अपनी आगे की पढ़ाई करने के लिए जेएनयू पहुंची थी. वह पति के साथ ही वह हॉस्टल में रह रही थी.

गुरुवार की सुबह तकरीबन साढ़े 6 बजे संतोष नहाने के लिए बाथरूम में गए वहीं, पूजा पाठ करने के बाद माधुरी भी भींगे कपड़े सूखने के लिए छत पर डालने के लिए गयी थी. इसी बीच पैर फिसल जाने से छत से गिर गई और गंभीर रूप से घायल हो गयी गई.




उसे छत से गिरते हुए पास उसी हॉस्टल के निवासी एक महिला ने देखा. बाद में महिला ने चीखते-चिल्लाते हुए सभी को इस बात की सूचना दी जिसके बाद मौके पर मौजूद लोग तथा माधुरी के पति संतोष उसे लेकर सफदरजंग अस्पताल पहुंचे लेकिन, दिमाग की किसी नस के फट जाने के कारण रक्तस्राव नहीं रुका और अंततः उसकी मौत हो गई.

सील कर दिया गया था हॉस्टल, एसडीएम ने की पूछताछ फिर खुला ताला:

मृतिका के भाई रवि यादव ने बताया उनके तथा उनके बहन की शादी आज से लगभग दो माह पूर्व एक ही दिन हुई थी. बहन अपने वैवाहिक जीवन में बेहद खुश थी. पति भी अच्छे थे और ससुराल वाले भी लेकिन, विधि का विधान कि आज बहन इस दुनिया में नहीं रही. उन्होंने बताया कि इस घटना के बाद जेएनयू हॉस्टल का वह कमरा जिसमें उनकी बहन तथा बहनोई रहा करते थे उसे सील कर दिया गया था. बाद में वसंत कुंज के एसडीएम ने सभी से पूछताछ तथा मामले की जांच के बाद शुक्रवार को पुनः कमरे का ताला खुलवा दिया. इस घटना के बाद मृतिका के घरवाले बेहद मर्माहत हैं.




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