वीडियो: खेत बेच कर चुनाव लड़ने वाले विधायक ने किया राजनीतिक साजिश का खुलासा, बताया "सहक" कर खरीद ली फॉर्च्यूनर ..

इसे जनता का दुर्भाग्य ही कहेंगे कि जिस विश्वास से जनता ने उन्हें मतदान किया था वह उस विश्वास पर खरे नहीं उतर सके. ऐसे में काफी दिनों के बाद विधायक जी जब अपने विधानसभा क्षेत्र के तियरा इलाके में पहुंचे तो लोगों ने उन्हें कीचड़ भरी सड़क पर ही घेर लिया. विधायक जी किसी कार्यक्रम में शामिल होने के लिए जा रहे थे. उनका कहना है कि वह असमंजस में पड़ कर कीचड़ में नहीं उतर सके क्योंकि उनके कपड़े गंदे हो जाते.






- पूछा, मुख्यमंत्री ने कोरोना काल में रोक लिया फंड तो कैसे कराएं विकास कार्य?
- बताया, स्थानीय लोगों को नहीं है कोई शिकायत, पूर्व परिवहन मंत्री रच रहे हैं साज़िश 

बक्सर टॉप न्यूज़, बक्सर: पिछले दिनों सोशल मीडिया पर एक वीडियो तेजी से वायरल हो रहा था. वीडियो में कुछ ग्रामीण विधायक जी की कार को रोके हुए हैं.  ग्रामीणों का कहना है कि विधायक जी चुनाव जीतने के बाद कभी दर्शन देने के लिए भी गाँव की तरफ नहीं आए. हम बात कर रहे हैं राजपुर विधायक विश्वनाथ राम की. इन्होंने ने सूबे के परिवहन मंत्री रह चुके संतोष निराला को भारी अंतर से विधानसभा चुनाव में शिकस्त दी थी लेकिन, इसे जनता का दुर्भाग्य ही कहेंगे कि जिस विश्वास से जनता ने उन्हें मतदान किया था वह उस विश्वास पर खरे नहीं उतर सके. ऐसे में काफी दिनों के बाद विधायक जी जब अपने विधानसभा क्षेत्र के तियरा इलाके में पहुंचे तो लोगों ने उन्हें कीचड़ भरी सड़क पर ही घेर लिया. विधायक जी किसी कार्यक्रम में शामिल होने के लिए जा रहे थे. उनका कहना है कि वह असमंजस में पड़ कर कीचड़ में नहीं उतर सके क्योंकि उनके कपड़े गंदे हो जाते.

बाद में किसी तरह लोगों से हाथ जोड़ प्रार्थना करते हुए वह वहां से निकले लेकिन, अब वह इस घटना को राजनीतिक साजिश बता रहे हैं. उनका कहना है कि उनके राजनीतिक विरोधी यानी कि पूर्व परिवहन मंत्री संतोष निराला के समर्थक उनके साथ इस तरह का दुर्व्यवहार कर रहे हैं. क्षेत्र की जनता को उनसे कोई भी शिकायत नहीं है लेकिन, संतोष निराला के समर्थकों के उकसावे में उन्होंने उनकी कार को कीचड़ में रोका. 

वीडियो -1: संतोष निराला और नीतीश कुमार को बताया दोषी


हमसे बात करते हुए विधायक ने बताया कि लोग ऐसा कह रहे हैं कि विधायक ने 47 लाख रुपये की फॉर्च्यूनर कार कहां से खरीदी? ऐसे में वह लोगों को बता देना चाहते हैं कि उन्होंने 7 बीघा खेत बेचकर चुनाव लड़ा था और चुनाव लड़ने के बाद बचे पैसों से उन्होंने साढ़े सात लाख डाउन पेमेंट देकर कार खरीदी है. हालांकि उन्होंने सहज तरीके से यह स्वीकार किया कि वह सहक (बहक) गए थे अन्यथा वह कार नहीं खरीदते. उन्होंने बताया कि वह विकास कार्य तो खूब करना चाहते हैं लेकिन, मुख्यमंत्री के द्वारा कोरोना काल में निधि रोक लेने के कारण क्षेत्र का विकास नहीं कर पा रहे हैं. वैसे जो गड्ढे सड़क पर उभरे हैं उनमें ईंट के टुकड़े आदि डलवा कर फिलहाल उसे चलने लायक बनाया जाएगा.

वीडियो -2: देखिए किस प्रकार विधायक जी ने बहकावे में आकर खरीदी कार










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