इसी साल 29 जून को पुलिस को मिली गुप्त सूचना के बाद झारखंड के देवघर से बक्सर पुलिस ने गिरफ्तार किया था. तब मदन सोनार की निशानदेही पर उसके घर से एक पिस्टल और दो देशी कट्टा समेत लगभग 20 जिदा कारतूस भी बरामद किए गए थे. मदन सोनार के उपर विभिन्न थानों में आर्म्स एक्ट तथा लूट के 16 मामले दर्ज हैं. धर्मेंद्र वर्मा भी उसी के गैंग में शामिल था और लूटपाट में लगा था.
- लूट की कई घटनाओं में रहा है शामिल, जमानत पर छूटा तो फिर दिया वारदात को अंजाम
- नगर थाने की पुलिस ने अमला टोली स्थित घर से किया गिरफ्तार
बक्सर टॉप न्यूज़, बक्सर: नगर थाना क्षेत्र अंतर्गत शहर के बीच एक स्वर्ण कारोबारी को पिस्टल की बट से जख्मी करते हुए एक लाख की लूट मामले में फरार चल रहे अभियुक्त धर्मेंद्र वर्मा को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया. वह तीन माह पूर्व यमुना चौक पर एक स्वर्ण आभूषण व्यवसाई से हुई लूट की घटना में वांछित था. उस वक्त पांच की संख्या में हथियारों से लैस अपराधियों ने वारदात को अंजाम दिया था. धर्मेंद्र वर्मा भी इस घटना में शामिल था और फरार चल रहा था. इसी बीच गुप्त सूचना के आधार पर लूट की नई योजना बनाते वह अपने घर से गिरफ्तार कर लिया गया. उसकी गिरफ्तारी सोमवार की देर शाम की गई मंगलवार को उसे न्यायालय के समक्ष प्रस्तुत करते हुए न्यायालय के आदेश अनुसार जेल भेज दिया गया.
घटना की जानकारी देते नगर थानाध्यक्ष दिनेश कुमार मालाकार ने बताया कि सोमवार की शाम अचानक सूचना मिली कि शहर के यमुना चौक पर मौजूद स्वर्ण कारोबारी दीपक वर्मा से लूट का अभियुक्त अमला टोली निवासी धर्मेंद्र वर्मा, पिता - श्रीराम सेठ रक्षाबंधन को लेकर घर आया है तथा फिलहाल घर पर ही मौजूद है. सूचना मिलते ही आनन-फानन में छापेमारी टीम को तैयार कर धर्मेंद्र वर्मा के घर पर पुलिस द्वारा छापेमारी की गई और उसे दबोच लिया गया. पूछताछ में उसने अपना अपराध स्वीकार कर लिया
थानाध्यक्ष ने बताया कि लूट की यह वारदात 15 मई की सुबह 7.30 बजे के करीब अंजाम दी गई थी. तब बाबा नगर निवासी दीपक वर्मा ने अपनी दुकान में रखे पैसे निकालने के लिए जैसे ही दुकान खोली कि पीठ पर धक्का देते धड़धड़ाते हुए हथियारों से लैस पांच अपराधी दुकान में प्रवेश कर गए और हथियार के बल पर जेवरात और नगदी की लूटपाट करने लगे. इस दौरान लूट का विरोध करने पर अपराधियों ने पिस्टल की बट से मारकर दुकानदार दीपक वर्मा को जख्मी भी करने के साथ ही एक गोली भी दागी थी. गोली चलने की आवाज सुनते ही चारों तरफ से लोगों को दौड़ते आते देख अपराधी लूट को अंजाम देने के बाद फरार हो गए.
मास्टर माइंड पहले ही गिरफ्तार
स्वर्ण व्यवसायी से लूट मामले के मास्टर माइंड कृष्णाब्रह्म थाना क्षेत्र निवासी कुख्यात मदन सोनार को इसी साल 29 जून को पुलिस को मिली गुप्त सूचना के बाद झारखंड के देवघर से बक्सर पुलिस ने गिरफ्तार किया था. तब मदन सोनार की निशानदेही पर उसके घर से एक पिस्टल और दो देशी कट्टा समेत लगभग 20 जिदा कारतूस भी बरामद किए गए थे. मदन सोनार के उपर विभिन्न थानों में आर्म्स एक्ट तथा लूट के 16 मामले दर्ज हैं. धर्मेंद्र वर्मा भी उसी के गैंग में शामिल था और लूटपाट में लगा था.
धर्मेंद्र वर्मा के खिलाफ लूट के चार मामले दर्ज:
थानाध्यक्ष ने बताया कि शहर के अमला टोली निवासी धर्मेंद्र वर्मा के खिलाफ अब तक चार लूट के मामले दर्ज किए गए हैं. सबसे पहले इसके खिलाफ 2015 में फिर 2019 और 2020 के बाद 15 मई 2021 को लूट का मामला दर्ज किया गया था. लूट के पूर्व वारदातों में धर्मेंद्र वर्मा को पहले भी गिरफ्तार कर जेल भेजा जा चुका है. बावजूद इसके जेल से छूटकर आने के बाद फिर से लूटपाट जैसे अपराध में लग जाता है.
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