किसान की बेटी ने जेईई मेंस में लहराया परचम ..

बड़े शहरों में रहकर पढ़ाई करते हुए लाखों रुपए खर्च करने वाले छात्र अक्सर वह नहीं कर पाते जो छोटे शहरों तथा सीमित संसाधनों के साथ बड़े-बड़े बच्चे शहरों में जाते हैं. ऐसी ही एक प्रतिभावान बच्ची ने न सिर्फ अपने माता-पिता का बल्कि जिले का नाम रोशन किया है. 
अंजलि कुमारी

 






- 93.27 फीसद अंकों के साथ पास की परीक्षा
- नगर के गायत्री नगर मुहल्ले के निवासी बांके बिहारी ओझा की है पुत्री


बक्सर टॉप न्यूज, बक्सर : बड़े शहरों में रहकर पढ़ाई करते हुए लाखों रुपए खर्च करने वाले छात्र अक्सर वह नहीं कर पाते जो छोटे शहरों तथा सीमित संसाधनों के साथ बड़े-बड़े बच्चे शहरों में जाते हैं. ऐसी ही एक प्रतिभावान बच्ची ने न सिर्फ अपने माता-पिता का बल्कि जिले का नाम रोशन किया है. उसने जेईई मेंस में 99.27 फीसद अंक पाकर ऑल इंडिया 9287 रैंक प्राप्त किया है. 




नगर के सोमेश्वर स्थान के समीप गायत्री नगर मोहल्ले के निवासी किसान बांके बिहारी ओझा तथा गृहणी रंभा देवी की इकलौती पुत्री अंजलि कुमारी ने यह सफलता प्राप्त की है. जिले के ही ज्ञानदीप स्कूल से मैट्रिक तथा वाराणसी के सनबीम स्कूल से 93 फीसद अंकों के साथ टेन प्लस टू की परीक्षा पास करने वाली अंजली के बड़े भाई ने भी वर्ष 2019 में आईआईटी कानपुर की प्रवेश परीक्षा उत्तीर्ण कर वहां दाखिला लिया है और वर्तमान में वही पढ़ाई कर रहे हैं. बड़े भाई नक्शे कदम पर चलते हुए अंजलि ने भी इतिहास को दोहराया और जेईई मेंस की परीक्षा में 99.27 फीसद अंक प्राप्त किए हैं. उनका ऑल इंडिया रैंक 9297 रहा है.

जेआरएस ट्यूटोरियल्स में भी रही टॉपर, स्कूल, कोचिंग तथा हॉस्टल का शुल्क माफ

बांके बिहारी ओझा बताते हैं कि उनकी बेटी ने वाराणसी के जेआरएस ट्यूटोरियल्स से प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी की थी कोचिंग संचालक के द्वारा यह कहा गया था कि उनका यदि बेहतर परिणाम आईआईटी में आता है तो वह सनबीम स्कूल की पढ़ाई का खर्च, हॉस्टल तथा उनके कोचिंग का सभी शुल्क माफ कर देंगे. ऐसा हुआ भी जिसके कारण अंजलि के तकरीबन साढ़े आठ लाख रुपये के शुल्क माफ कर दिए गए.







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