उन्होंने कहा कि उनके आए हुए तकरीबन डेढ़ माह हुआ है लेकिन, जिस प्रकार का सहयोग लोगों से मिला है उसे संक्रमण काल के बाद दशहरे और दुर्गा पूजा के महा आयोजन को भी सफलतापूर्वक संपन्न करा लिया गया है. उन्होंने रामलीला समिति को धन्यवाद दिया.
- एसडीएम ने कहा, आम लोगों तक आसानी से श्रीराम के आदर्शों को पहुंचाती है रामलीला
- अधिवक्ता संघ के अध्यक्ष ने कहा, श्री राम की कृपा से बक्सर में बनी रहती है शांति
बक्सर टॉप न्यूज़, बक्सर : रामलीला का आयोजन इस लिए किया जाता है कि जो लोग रामचरितमानस का पाठ नहीं कर सकते अथवा जो लोग पढ़े-लिखे नहीं हैं उन्हें भी मर्यादा पुरुषोत्तम के जीवन वृत्त का ज्ञान हो सके तथा उनके जीवन में भी श्री राम जैसे गुण समाहित हो सके. ये बातें रविवार की रात्रि 10:00 बजे से शुरू हुए भरत मिलाप प्रसंग के दौरान मौके पर उपस्थित लोगों को संबोधित करते हुए सदर अनुमंडल पदाधिकारी धीरेंद्र मिश्रा ने रामलीला का महत्व समझाते हुए कहीं. उन्होंने कहा कि उनके आए हुए तकरीबन डेढ़ माह हुआ है लेकिन, जिस प्रकार का सहयोग लोगों से मिला है उसे संक्रमण काल के बाद दशहरे और दुर्गा पूजा के महा आयोजन को भी सफलतापूर्वक संपन्न करा लिया गया है. उन्होंने रामलीला समिति को धन्यवाद दिया.
मौके पर मौजूद जिला अधिवक्ता संघ के अध्यक्ष सूबेदार पांडेय ने कहा कि भरत मिलाप प्रसंग के मंचन से लोगों में भाई के प्रेम और आपसी भाईचारा बनाए रखने का संदेश प्राप्त होता है. उन्होंने कहा कि श्री रामचंद्र अपने जीवन काल में सबसे पहले बक्सर आए और यहां आकर उन्होंने राक्षसों का संहार किया. उस समय से जो शांति कायम हुई वह आज भी कायम है और जब कभी अशांति की नौबत आती है तो भगवान श्री राम किसी ना किसी रूप में ऐसे व्यक्ति को यहां भेज देते हैं जो हर हाल में शांति व्यवस्था कायम रखते हैं.
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