भरत जी प्रभु श्री राम के चरणों को पकड़कर रोने लगते हैं. जिसके बाद श्रीराम उन्हें उठा लेते हैं. दोनों भाइयों का मिलाप देख कर उपस्थित लोगों की आंखें भी नम हो गई. बाद में प्रभु श्रीराम शत्रुघ्न को भी गले लगाते हैं. लीला की समाप्ति के पश्चात मौके पर मौजूद प्रबुद्ध जनों तथा जिला प्रशासन के पदाधिकारियों ने जनता के बीच अपने अपने विचार रखे.
- श्री राम के राज्याभिषेक के साथ ही 12 दिवसीय रामलीला सम्पन्न
- रविवार की रात्रि में भरत मिलाप का मंचन देख भाव-विभोर हुए लोग
बक्सर टॉप न्यूज़, बक्सर : श्री रामलीला समिति के द्वारा आयोजित विजयादशमी महोत्सव के अंतर्गत रविवार को स्थानीय यमुना चौक पर भरत मिलाप कार्यक्रम का आयोजन हुआ. रामलीला प्रसंग के अंतर्गत सोमवार को भगवान श्री राम का राज्याभिषेक एवं ब्रज की होली मिलन लीला का मंचन किया गया इसके पूर्व दिन में कंस वध की लीला आयोजित की गई थी. इसके साथ ही 12 दिवसीय रामलीला का समापन हो गया. इस दौरान रविवार को वृंदावन से पधारे श्री नंद नंदन लीला संस्थान के स्वामी करतार बृजवासी के सफल निर्देशन में भरत मिलाप प्रसंग का मंचन किया गया. कार्यक्रम का विधिवत उद्घाटन सदर अनुमंडल पदाधिकारी धीरेन्द्र मिश्रा के द्वारा फीता काटकर किया गया. मौके पर विशिष्ट अतिथि के रूप में अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी गोरख राम मौजूद रहे. इस दौरान समिति के सचिव बैकुंठ नाथ शर्मा के द्वारा स्वागत भाषण किया गया, जिसके बाद कार्यक्रम की विधिवत शुरुआत हो गई.
लीला के दौरान दिखाया गया कि रावण वध के बाद प्रभु श्री राम अपनी सेना के साथ पुष्पक विमान पर सवार होकर अवधपुरी को लौट रहे हैं लेकिन, प्रभु के लौटने में केवल एक दिन शेष रहने पर भारत की व्याकुलता बढ़ी हुई है. वह प्राण त्यागने का भी विचार कर रहे होते हैं, इसी बीच ब्राह्मण के वेश में पहुंचे हनुमान जी उन्हें यह बताते हैं कि प्रभु श्री राम का आगमन हो रहा है, जिसके बाद भरत जी प्रफुल्लित होकर गुरु वशिष्ट सहित सभी को प्रभु के आने की जानकारी देते हैं. नगरवासी खुशी से झूम उठते हैं. स्त्रियां अपने अटारी पर चढ़कर प्रभु श्री राम का दर्शन करने को व्याकुल हो जाती हैं. माताएं आरती के लिए थालियां सजाने लगती हैं. इधर भरत को समाचार देने के बाद हनुमान जी भी प्रभु के पास पहुंच कर उन्हें कुशल क्षेम बताते हैं.
नगर वासियों को अपनी तरफ आते देख प्रभु श्री राम अपने पुष्पक विमान को नगर के बाहर उतारते हैं. इस दौरान लीला के मंचन के लिए श्री राम का रथ प्रदुम्न जी के हाता एवं भरत जी का रथ मल्लाह टोली महावीर मंदिर से निकला. यमुना चौक पर अवधपुरी के द्वार का मंचन किया गया जहाँ पहुंचने के बाद श्री राम तथा श्री लक्ष्मण गुरु वशिष्ठ का चरण स्पर्श कर उनका आशीर्वाद प्राप्त करते हैं. उधर भरत जी प्रभु श्री राम के चरणों को पकड़कर रोने लगते हैं. जिसके बाद श्रीराम उन्हें उठा लेते हैं. दोनों भाइयों का मिलाप देख कर उपस्थित लोगों की आंखें भी नम हो गई. बाद में प्रभु श्रीराम शत्रुघ्न को भी गले लगाते हैं. लीला की समाप्ति के पश्चात मौके पर मौजूद प्रबुद्ध जनों तथा जिला प्रशासन के पदाधिकारियों ने जनता के बीच अपने अपने विचार रखे.
पदाधिकारियों ने जहां इस सफल आयोजन के लिए रामलीला समिति को साधुवाद दिया वहीं, सामाजिक लोगों के द्वारा रामलीला के माध्यम से आपसी प्रेम व भाईचारे को बनाए रखने का संदेश दिया गया. बाद में भरत मिलाप के अवसर विभिन्न पंडालों के द्वारा पर निकलने वाली झांकियों में मुख्य विजेता को आर०के०ज्वेलर्स के सौजन्य से पुरस्कृत किया गया. इसके अतिरिक्त रामजी प्रसाद सर्राफ एवं टुनटुन जी सर्राफ के द्वारा भी विजेताओं को पुरस्कृत किया गया. कार्यक्रम की अध्यक्षता भरत मिलाप आयोजन समिति के संयोजक तारकेश्वर प्रसाद उर्फ राम जी एवं संचालन समिति के कोषाध्यक्ष ने किया धन्यवाद ज्ञापन सचिव बैकुंठ नाथ शर्मा ने किया. मौके पर समिति के संयुक्त सचिव हरिशंकर गुप्ता, लाइसेंसदार कृष्णा कुमार वर्मा मंच प्रभारी कमलेश्वर तिवारी, उदय सर्राफ़, जोखन जी, राजकुमार गुप्ता, रेडक्रॉस के सचिव डॉ०श्रवण कुमार तिवारी, भाजपा के निवर्तमान विधानसभा प्रत्याशी परशुराम चतुर्वेदी, भाजपा नगर अध्यक्ष रमेश वर्मा, जदयू नेता संजय सिंह राजनेता, सुरेश कुमार वर्मा, अंचल पुलिस निरीक्षक मुकेश कुमार, नगर थानाध्यक्ष दिनेश कुमार मालाकार, महिला थानाध्यक्ष नीतू प्रिया समेत नगर के तमाम बुद्धिजीवी व सामाजिक कार्यकर्ता मौजूद रहे.
वीडियो :
0 Comments