मगध विश्वविद्यालय में व्याप्त 40 करोड़ रुपये की वित्तीय अनियमितता उज़ागर हुई है. बिना निविदा निकाले ही उत्तर पुस्तिकाओं की खरीद के मामले में कुलपति के कार्यालय और आवास पर ख़ुफ़िया विभाग के छापे पड़े हैं. इसके बावजूद भी कुलपति के द्वारा अपने पद से त्यागपत्र नहीं देने के कारण कुलपति का पुतला दहन किया गया.
- विद्यार्थी परिषद के बैनर तले आयोजित था कार्यक्रम
- विद्यार्थियों ने कहा, मामला सामने आने के बाद दिखी उच्च शिक्षा की हालत
बक्सर टॉप न्यूज़, बक्सर : अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद बक्सर के द्वारा सोमवार को महर्षि विश्वामित्र महाविद्यालय में मगध विश्वविद्यालय के कुलपति का पुतला दहन किया गया. इस दौरान मगध विश्वविद्यालय में व्याप्त 40 करोड़ रुपये की वित्तीय अनियमितता उज़ागर हुई है. बिना निविदा निकाले ही उत्तर पुस्तिकाओं की खरीद के मामले में कुलपति के कार्यालय और आवास पर ख़ुफ़िया विभाग के छापे पड़े हैं. इसके बावजूद भी कुलपति के द्वारा अपने पद से त्यागपत्र नहीं देने के कारण कुलपति का पुतला दहन किया गया. पुतला दहन के कार्यक्रम का नेतृत्व महाविद्यालय अध्यक्ष अमित केशरी ने किया. पुतला दहन के पश्चात एक सभा का आयोजित हुई, जिसका संचालन महाविद्यालय सह मंत्री आँचल कुमारी ने किया.
सभा को संबोधित करते हुए विद्यार्थी परिषद के प्रदेश कार्य समिति सदस्य विवेक सिंह ने कहा कि मगध विश्वविद्यालय में जिस प्रकार से इतने बड़े पैमाने पर वित्तीय अनियमितता का मामला उजागर हुआ है वह बिहार में उच्च शिक्षा की स्थिति बयान करने को काफी है. महर्षि विश्वामित्र महाविद्यालय छात्रसंघ के निर्वाचित संयुक्त सचिव कुश पाण्डेय ने कहा कि बिहार के विश्वविद्यालयों में शैक्षणिक अराजकता फैली हुई थी. विद्यार्थियों के हक की लड़ाई वाली विद्यार्थी परिषद के मगध विश्वविद्यालय में लगातार चलने वाले आंदोलनों का ही परिणाम है कि इतने बड़े ग़बन का पर्दाफाश हो सका है.
उन्होंने बताया कि विद्यार्थी परिषद के द्वारा उच्च न्यायालय में दायर जनहित याचिका का ही परिणाम है कि वहाँ इंटेलिजेंस ब्यूरो का छापा पड़ा है जिसके परिणाम स्वरूप कुलपति पर कारवाई हुई है. मौके पर नितीश कुमार, अमित, कुश, कमलकांत, निरंजन, प्रियांशु शुभम, रितिक, रामजी, प्रिंस, शिवम, राहुल, गोल्डी, वर्षा, संगीता, श्रुति समेत कई लोग उपस्थित थे.
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