कहा जाता है कि सतीश पांडेय के खिलाफ गोपालगंज ही नहीं बल्कि बिहार और यूपी के कई जिलों में कोई भी खड़ा होने की जुर्रत नहीं करता. ऐसे में पूर्व मंत्री बृज बिहारी सिंह हत्याकांड जैसे चर्चित मामले में भी उन्हें बरी किया जा चुका है. उनके विरुद्ध मामला तो दर्ज होते हैं लेकिन, गवाहों के मुकर जाने तथा अन्य कारणों से सदैव वह कानून को ठेंगा दिखाने में सफल रहते हैं.
- गोपालगंज का कुख्यात है सतीश पांडेय, कुचायकोट से विधायक है भाई
- चुनाव के दौरान गोपालगंज बक्सर शिफ्ट हुआ था कुख्यात
बक्सर टॉप न्यूज़, बक्सर : केंद्रीय कारा में इन दिनों कई कुख्यात बंद किए गए हैं. कई हत्याओं के मामले में भागलपुर जेल में सजा काट रहा संदीप यादव तथा अन्य बंदी भी इन दिनों केंद्रीय कारा में ही रखे गए हैं. इन को लेकर जेल प्रशासन काफी सतर्क है. इन्हीं बंदियों में से एक गोपालगंज के कुचायकोट विधायक अमरेंद्र कुमार पांडेय उर्फ पप्पू पांडेय के भाई पूर्व मंत्री बृज बिहारी सिंह हत्याकांड समेत यूपी-बिहार समेत कई जिलों में आपराधिक वारदातों के आरोपी व पिछले 2 वर्ष पूर्व हथुआ के रेपुरा गांव में एक ही परिवार के तीन लोगों की निर्मम हत्या मामले में आरोपी सतीश पांडेय को रखा गया है. पिछले दिनों पंचायत चुनाव को लेकर उन्हें चनावे मंडल कारा, गोपालगंज से बक्सर स्थानांतरित किया गया था. तिहरे हत्याकांड में उनके साथ-साथ उनके विधायक भाई पप्पू पांडेय एवं पुत्र मुकेश पांडेय को भी आरोपी बनाया गया था जिसमें सीआइडी की जांच में विधायक को दोषमुक्त करार दिया गया. वहीं सतीश पांडेय एवं मुकेश पांडेय जेल में सजा काट रहे हैं. मुकेश पांडेय चनावे मंडल कारा में बंद हैं.
बक्सर केंद्रीय कारा में बंद सतीश पांडेय अचानक से एक बार फिर चर्चा में आ गए हैं दरअसल, पंचायत चुनाव के समय से जिलाबदर किए गए कुख्यात की सुरक्षा को और भी कड़ा कर दिया गया है. उच्चतम न्यायालय के द्वारा जेल प्रशासन को दिए गए निर्देश के आलोक में अब ना तो उन्हें आम कैदियों और ना ही मुलाकात करने पहुंचने वाले किसी अन्य व्यक्ति से मिलने की इजाजत है हालांकि, कारा प्रशासन अभी इस मामले को लेकर कुछ भी बोलने से इंकार कर रहा है. जेल के विश्वस्त सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक सतीश पांडेय पर विशेष निगरानी रखी जानी शुरू कर दी गई है.
लगातार पांच बार से विधायक हैं भाई, निर्विरोध जिप चेयरमैन बनता रहा है पुत्र :
इसे सतीश पांडेय की दबंगई कहें या कुछ और, उनके भाई अमरेंद्र कुमार पांडे उर्फ पप्पू पांडेय कुचायकोट विधानसभा से लगातार पांच बार से विधायक बनते आ रहे हैं. इतना ही नहीं सतीश पांडेय के पुत्र मुकेश पांडेय भी 40 जिला परिषद सदस्यों के बीच लगातार निर्विरोध जीत चेयरमैन चुने जाते रहे हैं हालांकि, इस बार वह जिप सदस्य का चुनाव नहीं जीत पाए और सत्ता से बाहर हैं.
बिहार समेत यूपी के गोरखपुर देवरिया तक बोलती है कुख्यात की तूती :
अपराध की दुनिया में सतीश पांडेय के नाम का सिक्का चलता है. कहा जाता है कि सतीश पांडेय के खिलाफ गोपालगंज ही नहीं बल्कि बिहार और यूपी के कई जिलों में कोई भी खड़ा होने की जुर्रत नहीं करता. ऐसे में पूर्व मंत्री बृज बिहारी सिंह हत्याकांड जैसे चर्चित मामले में भी उन्हें बरी किया जा चुका है. उनके विरुद्ध मामला तो दर्ज होते हैं लेकिन, गवाहों के मुकर जाने तथा अन्य कारणों से सदैव वह कानून को ठेंगा दिखाने में सफल रहते हैं.
अति विशिष्ट सुरक्षा सेल शिफ्ट किया गया कुख्यात :
जेल सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक न्यायालय का आदेश प्राप्त होने के बावजूद कारा प्रशासन अभी कारा एवं सुधार विभाग से निर्देशों से मिलने का इंतजार तो कर रहा है लेकिन, कुख्यात को अति विशिष्ट सुरक्षा सेल(अंडा सेल) में शिफ्ट कर दिया गया है. जहां चौबीसों घंटे उनकी निगरानी के लिए अतिरिक्त बल तैनात किए गए हैं. माना जा रहा है कि सज़ा सुनाए जाने के बाद उनके द्वारा किसी भी प्रकार की अप्रिय घटना को अंजाम दिलवाने की आशंका के मद्देनजर ऐसा किया गया है.
कहते हैं अधिकारी :
जेल में कई कुख्यात बंद हैं. ऐसे में जेल की सुरक्षा को और भी पुख्ता किया गया है.
राजीव कुमार,
कारा अधीक्षक
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