सेवा खत्म होने के बाद नप लेखापाल ने काटे तीन करोड़ के चेक ..

इन्हें छह माह का सेवा विस्तार दिया गया था जिसकी मियाद अक्टूबर 2021 को खत्म हो गई. बावजूद इसके लेखा पाल के द्वारा विभिन्न विकास कार्यों के भुगतान के चेक काटे गए. उन्होंने तकरीबन तीन को रुपये की राशि का वितरण चेक के माध्यम से किया. ऐसे में सेवानिवृत्त हो गए व्यक्ति के द्वारा इस तरह से सरकारी कार्यों में हस्तक्षेप करना कहीं से भी उचित नहीं है.





- लोक शिकायत निवारण पदाधिकारी ने मामले को बताया खेदजनक
- जिला लोक शिकायत निवारण पदाधिकारी अब करेंगे मामले की सुनवाई

बक्सर टॉप न्यूज़, बक्सर : डुमरांव अनुमंडलीय लोक शिकायत निवारण पदाधिकारी के यहां की गई एक शिकायत को लेकर पदाधिकारी के द्वारा नगर परिषद के कार्यपालक पदाधिकारी की कार्यशैली पर सवाल उठाते हुए परिवादी को जिला लोक शिकायत निवारण पदाधिकारी के यहां जाने की सलाह दी है. 





दरअसल, डुमरांव के बंझू डेरा निवासी राज कुमार सिंह ने अनुमंडलीय लोक शिकायत निवारण पदाधिकारी के यहां परिवाद दायर कर यह कहा था कि उत्तम कुमार नामक लेखापाल समेत अन्य 16 लोग (जो दैनिक वेतन भोगी हैं) नगर परिषद में गलत ढंग से कार्य कर रहे हैं. उन्होंने बताया कि 12.04. 2021 को इनकी सेवा अवधि समाप्त हो जाने के बाद इन्हें छह माह का सेवा विस्तार दिया गया था जिसकी मियाद अक्टूबर 2021 को खत्म हो गई. बावजूद इसके लेखा पाल के द्वारा विभिन्न विकास कार्यों के भुगतान के चेक काटे गए. उन्होंने तकरीबन तीन को रुपये की राशि का वितरण चेक के माध्यम से किया. ऐसे में सेवानिवृत्त हो गए व्यक्ति के द्वारा इस तरह से सरकारी कार्यों में हस्तक्षेप करना कहीं से भी उचित नहीं है. इतना ही नहीं एक दैनिक वेतनभोगी कर्मी को लेखापाल जैसे महत्वपूर्ण पद की जिम्मेदारी दिया जाना भी उचित नहीं है.

उनकी शिकायत पर सुनवाई करते हुए अनुमंडल लोक शिकायत निवारण पदाधिकारी धनंजय त्रिपाठी ने कहा कि नगर परिषद के कार्यपालक पदाधिकारी कि यह जवाबदेही बनती है कि वह इस तरह की अनियमितता पर नजर रखें. बावजूद इसके उन्होंने ऐसा नहीं किया यह खेद जनक है. ऐसे में परिवादी को जिला लोक शिकायत निवारण पदाधिकारी के समक्ष अपनी बात को रखना चाहिए.






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