वीडियो : शिक्षक ने किया आत्मदाह का प्रयास, एसडीएम ने समझाया, डीइओ ने दिया प्राथमिकी का आदेश ..

ठंड के मौसम में बिना कपड़े पहने वह बनियान में ही धरने पर बैठे रहे उधर, जिला शिक्षा पदाधिकारी के निर्देश पर उनके विरुद्ध प्राथमिकी दर्ज किए जाने की कार्रवाई शुरु कर दी गई है. अनुमंडल पदाधिकारी धीरेंद्र मिश्रा को जब इस बात की जानकारी हुई तो उन्होंने शिक्षक से फोन पर संपर्क किया और उन्हें धरना समाप्त करने की बात कही.







- वेतन भुगतान की मांग को लेकर शिक्षक ने किया आत्मदाह का प्रयास 
- मांगों को लेकर कार्यालय परिसर में धरने पर बैठे

बक्सर टॉप न्यूज़, बक्सर : शिक्षक संघर्ष मोर्चा के जिला अध्यक्ष मुक्तेश्वर प्रसाद में विभिन्न प्रखंडों के नियोजित शिक्षकों के  बकाया वेतन भुगतान को लेकर जिला शिक्षा पदाधिकारी के कार्यालय में आत्मदाह करने का प्रयास किया हालांकि, मौके पर मौजूद शिक्षकों तथा अन्य लोगों ने किसी प्रकार आग को बुझाते हुए उन्हें बचा लिया. बाद में कुछ शिक्षकों के द्वारा उन्हें समझाने बुझाने का प्रयास किया गया लेकिन वह अपनी मांग पर डटे रहे और फिर जिला शिक्षा पदाधिकारी के कार्यालय में ही धरने पर बैठ गए. ठंड के मौसम में बिना कपड़े पहने वह बनियान में ही धरने पर बैठे रहे उधर, जिला शिक्षा पदाधिकारी के निर्देश पर उनके विरुद्ध प्राथमिकी दर्ज किए जाने की कार्रवाई शुरु कर दी गई है. अनुमंडल पदाधिकारी धीरेंद्र मिश्रा को जब इस बात की जानकारी हुई तो उन्होंने शिक्षक से फोन पर संपर्क किया और उन्हें धरना समाप्त करने की बात कही साथ ही अपनी मांगों को लेकर उन्हें सोमवार को मिलने के लिए बुलाया. 




शिक्षक संघर्ष मोर्चा के जिलाध्यक्ष शिक्षक मुक्तेश्वर प्रसाद ने बताया कि ब्रह्मपुर, डुमरांव, इटाढी व डुमरांव में अनेक शिक्षकों का वेतन बाधित है. सूची बना कर मांग पत्र भेजा गया, बावजूद इसके शिक्षा विभाग के अधिकारी भुगतान नहीं कर मनमानी कर रहे हैं. उन्होंने बताया कि पिछले दिसम्बर माह में भी उन्होंने चार दिनों का अनशन किया था बाद में अनुमंडल पदाधिकारी के आश्वासन के बाद अनशन समाप्त किया गया लेकिन, अभी तक वेतन भुगतान के लिए कोई पहल नहीं की गई. उन्होंने कहा कि जब तक शिक्षिकों के लंबित वेतन भुगतान को नहीं किया जाएगा वह यहां से हटेंगे नहीं. देर शाम तक वह कार्यालय के परिसर में बैठे रहे लेकिन, उनको मनाने के लिए कोई अधिकारी नहीं आया. 


जिला शिक्षा पदाधिकारी अमर भूषण से बात करने पर उन्होंने बताया कि शिक्षक को पूर्व में ही कहा गया था कि वह कोविड संक्रमण रोधी नियमों का ध्यान रखते हुए अपनी मांगों को उनके समक्ष रखें. उनसे यह कहा गया था कि वह किसी भी हालत में नियमों का उल्लंघन नहीं करेंगे लेकिन, उन्होंने इस निर्देश को नहीं माना और कोविड नियमों की खुलेआम धज्जियां उड़ाई. ऐसे में प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी को निर्देश दिया गया है कि वह शिक्षक के विरुद्ध आपदा अधिनियम के अंतर्गत प्राथमिकी दर्ज कराएं. समाचार लिखे जाने तक रात तकरीबन 10:00 बजे तक वह जिला शिक्षा पदाधिकारी के कार्यालय में बैठे हुए हैं.

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