वार्डो के परिसीमन एवं गठन की त्रुटि दूर करने की मांग ..

पूर्व में हुए नगर परिषद के वार्डो की परिसीमन एवं गठन के अलावे जनसंख्या व मतदाता सूची को त्रुटिपूर्ण ठहराते हुए कहा कि वार्डो की त्रुटिपूर्ण परिसीमन का खामियाजा नागरिको भुगतना पड़ता है. लोगों ने शासन व प्रशासन सहित निर्वाचन आयोग से विस्तारित डुमरांव नगर परिषद के परिसीमन व  वार्डो का गठन नए सिरे से करने की मांग की है. 





- डुमरांव नगर परिषद के विभिन्न वार्डो मे जनसंख्या के अनुपात में मतदाताओं की संख्या में काफी अंतर 
- लोगों ने कहा, वार्डों की जनसंख्या व मतदाता सूची में है भारी त्रुटि

 
बक्सर टॉप न्यूज़, बक्सर : डुमरांव नगर परिषद की स्थापना वर्ष 1886 में हुई थी. इसका कई बार क्षेत्र विस्तार हो चुका है. इसी कड़ी में वर्ष 2022 में एक बार फिर डुमरांव नगर परिषद का विस्तार को लेकर नए सिरे से परिसीमन एवं वार्डो के गठन की प्रक्रिया जल्द ही शुरु होने की प्रक्रिया जल्द ही शुरु होनी है. कुल 26 वार्डो में विभक्त नगर परिषद में करीब एक दर्जन गांवों यथा पुराना भोजपुर, नावाडेरा एवं नया भोजपुर आदि का नाम जोड़ा गया है. इसी बीच स्थानीय निवासियों ने पहले से गठित वार्डों का पुनर्गठन कर नया परिसीमन की मांग की है. नागरिकों का कहना है कि वर्ष 2007 में नगर परिषद के विस्तार के दौरान आनन-फानन में परिसीमन एवं वार्डो का गठन किया गया. लेकिन, वार्डों में मतदाताओं की संख्या एवं परिसीमन में काफी त्रुटियां हैं जो परेशानी का सबब हैं.



जनसंख्या के अनुपात में मतदाताओं की संख्या में काफी अंतर :

वर्ष 2007 के आंकड़े पर गौर करें तोे, जनसंख्या के अनुपात में मतदाताओं की संख्या मे काफी अंतर दिखाई पड़ता है. जनसंख्या के अनुपात में विभिन्न वार्डो में यथा वार्ड संख्या 15 में मतदाताओं की संख्या 30.14 फीसदी, वार्ड संख्या 18 में महज 26.95 प्रतिशत, वार्ड संख्या 21 में जनसंख्या के अनुपात में महज 38.37, वार्ड संख्या 23 में महज 46.70, प्रतिशत मतदाता थे. दुसरी ओर जनसंख्या के अनुपात में वार्ड संख्या 12 में मतदाताओं की संख्या 74.63 फीसदी, वार्ड संख्या 13 में मतदाताओं की 74.63 प्रतिशत, वार्ड संख्या 14 में मतदाताओं की संख्या 78.51 प्रतिशत, वार्ड संख्या 16 में 84.19 प्रतिशत, वार्ड संख्या 1 में मतदाताओं की संख्या 61.55 प्रतिशत था. विभिन्न वार्डो में औसतन मतदाताओं की संख्या में भारी अंतर रहने के वजह की जानकारी सामान्य नागरिक आज तक नहीं समझ सके है.

त्रुटिपूर्ण परिसीमन का खामियाजा भुगतते हैं निवासी :

एक दशक के अंतराल में डुमरांव नगर परिषद के दो बार चुनाव के दरम्यान जनसंख्या व मतदाताओं की संख्या में महज करीब तीन से चार फीसदी बढ़ोतरी जरूर की गई. लेकिन चौहद्दी यानि परिसीमन में कोई सुधार नहीं किया जा सका. एक गली दो से तीन वार्ड में बंटी हुई है. त्रुटिपूर्ण परिसीमन यानि चौहद्दी का खामियाजा स्थानीय नागरिक आज भी साफ-सफाई व विकास कार्यो को लेकर झेलते है.
 

वरिष्ठ सत्यनारायण प्रसाद, पूर्व वार्ड पार्षद अमर पासवान, पूर्व वार्ड पार्षद अमरनाथ जायसवाल, पूर्व पार्षद अधिवक्ता सुनिल कुमार तिवारी, नप के पूर्व उपाध्यक्ष चुनमुन प्रसाद वर्मा, पूर्व पार्षद कृष्णा केशरी, समाजसेवी दशरथ प्रसाद विद्यार्थी एवं माले के संजय कुमार शर्मा ने पूर्व में हुई नगर परिषद के वार्डो की परिसीमन एवं गठन के अलावे जनसंख्या व मतदाता सूची को त्रुटिपूर्ण ठहराते हुए कहा कि वार्डो की त्रुटिपूर्ण परिसीमन का खामियाजा नागरिको भुगतना पड़ता है. लोगों ने शासन व प्रशासन सहित निर्वाचन आयोग से विस्तारित डुमरांव नगर परिषद के परिसीमन व  वार्डो का गठन नए सिरे से करने की मांग की है. पूर्व पार्षद अमर पासवान ने तो आरक्षण रोस्टर पर भी सवाल खड़ा किया है.

मामले में एसडीएम कुमार पंकज ने बताया कि राज्य निर्वाचन आयोग द्वारा डुमरांव नगर परिषद के वार्डो की नए परिसीमन करने को लेकर कोई आदेश नहीं मिला है. वैसे, अनुमंडल के ब्रह्मपुर नगर पंचायत के वार्डो के गठन एवं परिसीमन तैयार करने का राज्य निर्वाचन आयोग से निर्देश प्राप्त हुआ है, वहां की प्रक्रिया जारी है.

- विक्रांत





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