आपातकालीन परिस्थिति उत्पन्न हो गई जिसके कारण उन्हें पुनः हॉस्टल में वापस लाया गया और वहां के बेसमेंट में छिपकर रहने के लिए कहा गया है बच्चों को बीस-बीस के ग्रुप में बांट कर अलग-अलग रखा गया है तथा उन्हें कहा aगया है कि जल्द ही उन्हें वहां से निकालने की कोशिश की जाएगी.
- अभी भी यूक्रेन में फंसे हैं हजारों भारतीय छात्र
- बक्सर के कई विद्यार्थी हैं शामिल
- दो दिनों के अंदर निकालने का दावा कर रही सरकार
बक्सर टॉप न्यूज, बक्सर : यूक्रेन संकट के बीच एक राहत वाली खबर सामने आई है. पूर्वी यूक्रेन के चेरनिवेट्सी मेडिकल कॉलेज के पंद्रह सौ विद्यार्थियों को निकालने की पहल शुरू हो गई है. पहले 470 बच्चों को बसों में बैठा कर रोमानिया पहुंचाया गया है. जहां से शनिवार को वह भारत के लिए उड़ान भरेंगे. इसके अतिरिक्त देश के अन्य इलाकों में रह रहे बच्चों को भी वहां से निकालने के लिए कोशिशें शुरू हो गई है.
भाजपा नेता अमरेंद्र पांडे ने बताया कि उनके पुत्र अमित पांडेय भी विनेट्सिया मेडिकल कॉलेज के स्टूडेंट वहां से उन्हें स्पेशल ट्रेन में बैठा कर रोमानिया लाने की कोशिश हो रही थी लेकिन इसी बीच आपातकालीन परिस्थिति उत्पन्न हो गई जिसके कारण उन्हें पुनः हॉस्टल में वापस लाया गया और वहां के बेसमेंट में छिपकर रहने के लिए कहा गया है बच्चों को बीस-बीस के ग्रुप में बांट कर अलग-अलग रखा गया है तथा उन्हें कहा गया है कि जल्द ही उन्हें वहां से निकालने की कोशिश की जाएगी.
विदेश मंत्रालय की टीमें यूक्रेन की सीमा पर पहुंची :
अमरेंद्र पांडेय ने बताया कि गृह राज्य मंत्री नित्यानंद राय से उनकी बातचीत हुई इसके बाद उन्होंने बताया कि यूक्रेन से भारतीय नागरिकों को निकालने में सहायता के लिए, विदेश मंत्रालय की टीमों को हंगरी, पोलैंड, स्लोवाक गणराज्य और रोमानिया में यूक्रेन के साथ भूमि सीमाओं पर भेजा जा रहा है. जिनके नंबर भी जारी किए गए हैं जो छात्र आसपास हुआ उन नंबरों पर संपर्क कर सकते हैं हालांकि, वहां के कॉलेज प्रबंधन के द्वारा भी उन्हें मैसेज दिया जाएगा.
ये चार विद्यार्थी गए हैं यूक्रेन :
बक्सर से जो छात्र यूक्रेन गए हैं उनमें इटाढ़ी के भरचकिया निवासी कमलेश कुमार सिंह की पुत्री सुप्रिया सिंह, केसठ के दसियांव के दसियांव गांव के अमृतांशु द्विवेदी, इटाढ़ी प्रखंड के उनवांस निवासी राजनाथ सिंह यादव के पुत्र आलोक रंजन तथा बक्सर के सोहनी पट्टी निवासी अनिल श्रीवास्तव के पुत्र आशुतोष श्रीवास्तव शामिल हैं.
सहायता टीमों का विवरण इस प्रकार है:
हंगरी: यूक्रेन के ज़कारपट्टिया ओब्लास्ट में उज़होरोड के सामने ज़ाहोनी सीमा चौकी के रास्ते में टीम
एस रामजी,
मोबाइल: +36305199944
व्हाट्सएप: +917395983990
अंकुर
मोबाइल और व्हाट्सएप: +36308644597
मोहित नागपाल,
मोबाइल: +36302286566
व्हाट्सएप: +918950493059
पोलैंड: यूक्रेन के साथ क्राकोविएक भूमि सीमा के रास्ते में टीम
पंकज गर्गो
मोबाइल: +48660460814 / +48606700105
स्लोवाक गणराज्य : यूक्रेन के साथ विसने नेमेके भूमि सीमा के रास्ते में टीम
मनोज कुमार
मोबाइल: +421908025212
द्वितीय सुश्री इवान कोज़िंका
मोबाइल: +421908458724
रोमानिया: यूक्रेन के साथ सुसेवा भूमि सीमा के रास्ते में टीम
गौशुल अंसारी
मोबाइल: +40731347728
द्वितीय उदेश्य प्रियदर्शी
मोबाइल: +40724382287
सुश्री आंद्रा हारिओनोव
मोबाइल: +40763528454
मारियस सिमा
मोबाइल: +40722220823
उन्होंने बताया कि इसके अतिरिक्त गृह मंत्री ने अपने मोबाइल नंबर भी सार्वजनिक किए हैं.
+919431058606
+919013839980
+919771122100
आपातकालीन स्थिति में इन पर भी संपर्क कर मदद मांगी जा सकती है.
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