युवा पत्रकार शंकर दयाल वर्मा का निधन, साथियों के बीच शोक की लहर ..

उनका इलाज कर रहे विश्वामित्र अस्पताल के निदेशक डॉ राजीव झा के मुताबिक उन्हें ब्रेन हेमरेज हो गया था. गंभीर हालत में उन्हें मंगलवार की रात्रि तकरीबन 2:30 बजे अस्पताल में भर्ती कराया गया था जहां बुधवार की सुबह तकरीबन 7:30 बजे उन्होंने अंतिम सांस ली. 






- बेचैनी की शिकायत पर अस्पताल में कराया गया था भर्ती
- बुधवार सुबह तकरीबन 7:30 बजे ली अंतिम सांस


बक्सर टॉप न्यूज, बक्सर : दैनिक जागरण अखबार के संवाददाता एवं विधिक सेवा प्राधिकार के सदस्य के रूप में कार्यरत शंकर दयाल वर्मा का बुधवार की सुबह निधन हो गया. उनका इलाज कर रहे विश्वामित्र अस्पताल के निदेशक डॉ राजीव झा के मुताबिक उन्हें ब्रेन हेमरेज हो गया था. गंभीर हालत में उन्हें मंगलवार की रात्रि तकरीबन 2:30 बजे अस्पताल में भर्ती कराया गया था जहां बुधवार की सुबह तकरीबन 7:30 बजे उन्होंने अंतिम सांस ली. 

शंकर वर्मा के निधन पर साथ ही पत्रकारों अधिवक्ताओं एवं अन्य समाजसेवियों के बीच शोक की लहर दौड़ पड़ी. सभी ने उन्हें अश्रुपूरित श्रद्धांजलि अर्पित की.  ईश्वर से दुःख की इस घड़ी में परिजनों संबल प्रदान करने की कामना की. शंकर वर्मा अपने पीछे पत्नी, दो पुत्र समेत भरा-पूरा परिवार छोड़ गए हैं. उनका अंतिम संस्कार गुरुवार की सुबह चरित्रवन स्थित मुक्तिधाम में किया जाएगा. श्रमजीवी पत्रकार यूनियन के जिलाध्यक्ष डॉ शशांक शेखर तथा अन्य पत्रकार शंकर दयाल वर्मा के घर पर पहुंचे एवं परिजनों को सांत्वना दी. डॉ शशांक ने कहा की श्रमजीवी पत्रकार यूनियन दिवंगत पत्रकार के परिजनों को हर संभव सहायता उपलब्ध कराएगा. 

अंतिम समय तक काम से नहीं ली छुट्टी :

दिवंगत पत्रकार के पुत्र ने बताया कि उन्हें मंगलवार की शाम पैरों में झनझनाहट तथा चक्कर आने की शिकायत हुई. जिसके बाद उन्होंने कुछ देर आराम किया बाद में रात तकरीबन 8:00 बजे तक वह खबर लिखते रहें. भोजन आदि से निवृत्त होकर सभी सोने चले गए. इसी बीच अचानक श्री वर्मा ने बेचैनी की शिकायत की धीरे-धीरे वह अचेत होने लगे, जिसके बाद तुरंत ही उन्हें अस्पताल ले जाया गया, जहां चिकित्सक ने सिटी-स्कैन करा कर ब्रेन हेमरेज की पुष्टि की. उन्हें गहन चिकित्सा कक्ष में रखा गया था तथा चिकित्सक ने अगले 72 घंटों को बहुत ही महत्वपूर्ण बताया था लेकिन, बुधवार की सुबह उनका इलाज के दौरान ही निधन हो गया है.

उनके निधन पर वरिष्ठ पत्रकार जयमंगल पांडेय, कुंदन कुमार ओझा, डॉ शशांक शेखर, कंचन किशोर, मृत्युंजय मानी, ओंकारनाथ मिश्र, बबलू उपाध्याय, अविनाश उपाध्याय, अशोक कुमार सिंह, अजय कुमार सिंह, अजय कुमार मिश्रा, मृत्युंजय कुमार सिंह, नीरज कुमार पाठक, अरविंद तिवारी, अरुण विक्रांत, अरुण कुमार सिंह, धीरज वर्मा, रवि मिश्रा, धर्मेंद्र पाठक, रविंद्र दूबे, श्रीकांत दूबे, रंजीत कुमार पांडेय, आशुतोष कुमार सिंह, विष्णु दत्त द्विवेदी, शंकर पांडेय, अनिल ओझा, मंगलेश तिवारी, रविशंकर श्रीवास्तव, नवीन पाठक, मो. मोइन, राज कुमार ठाकुर, मुस्ताक हुसैन, आलोक कुमार, निशांत कुमार, सुधीर कुमार सिन्हा, विनोद कुमार सिंह, सत्यप्रकाश पांडेय, मनीष मिश्रा, शशांक सिंह, पंकज कमल, पंकज केशरी, विनोद कुमार सिंह, पुष्पराज पांडेय, सुमंत सिंह, प्रशांत राय, विमल कुमार, उमेश पांडेय, पुष्पेंद्र पांडेय, धीरज कुमार, अजय राय, कौशिक कुमार, संजय उपाध्याय, सुमित पांडेय, त्रिलोकीनाथ, रामराज सिंह, कपीन्द्र किशोर, चन्द्रकान्त निराला समेत तमाम पत्रकारों में उन्हें अपनी अश्रुपूरित श्रद्धांजलि अर्पित की है.

व्यवहार न्यायालय में अधिवक्ता रामेश्वर प्रसाद वर्मा, राघव कुमार पाण्डेय, गणेश ठाकुर, महेंद्र कुमार चौबे उर्फ मथुरा चौबे, अधिवक्ता कुमार मानवेन्द्र, दयासागर पांडेय, उमेश सिंह, शिवजी राय, समेत तमाम अधिवक्ताओं ने गहरा शोक व्यक्त किया है.







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