आचार्य जी महाराज ने कहा कि हमें केवल श्री राम कथा का श्रवण ही नहीं, अपितु प्रभु श्रीराम के आचरण को अपनाने का निरंतर प्रयास करना चाहिए. हमारा जीवन चिंतन एवं व्यवहार राममय हो, ऐसा हमारा संकल्प होना चाहिए.
- नगर के सोहनी पट्टी स्थित गौरी शंकर मंदिर में आयोजित है संगीतमय राम कथा
- आचार्य ने कहा विश्व कल्याण दायिनी है श्री राम कथा
बक्सर टॉप न्यूज़, बक्सर : राम चारित्र मानस समिति द्वारा सोहनी पट्टी स्थित गौरी शंकर मन्दिर में नव दिवसीय मानस ज्ञान गंगा के आठवें दिन मानस मर्मज्ञ पीताम्बर प्रेमेश जी महाराज ने कहा की श्री रामकथा विश्वकल्याणदायनी है, लोक मंगलकारी है. प्रभु श्री राम का आचरण एवं व्यवहार अपनाने से हमर जीवन आनन्दमय हो सकता है. उन्होंने बताया की गोस्वामी तुलसीदास जी महाराज ने श्री राम कथा के माध्यम से मानव जीवन संबंधों की महत्ता स्थापित की है. यही वजह है कि श्री रामचरित मानस में हमें गुरु, माता-पिता, पुत्र-पुत्री, भाई, मित्र, पति-पत्नी आदि का कत्तर्व्यबोध एवं सदाचरण की सीख हमें सर्वत्र मिलती है.
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