वीडियो : अपनों ने ही कराई थी पेट्राल पंप कर्मी की हत्या, चुनिंदा पुलिसकर्मियों की स्पेशल टीम ने किया खुलासा, चार गिरफ्तार ..

नोजल मैन के रूप में काम करने वाले उमेश सिंह ने बड़की कोठिया निवासी तथा जेल से हाल ही में छूट कर आए अमित सिंह के साथ मिलकर यह प्लान बनाया था कि होली के बाद एक साथ बैंक में बहुत सारे रुपये रुपए जमा करने के लिए कर्मी जाएंगे. उस वक्त लूट की घटना को अंजाम देने से सभी मालामाल हो जाएंगे. 








- जेल से छूटे पुराने अपराधी के सहयोग से सात लोगों ने मिलकर की थी लूट की घटना
- मामले में चार अभियुक्त चल रहे पुलिस के हत्थे तीन अन्य की तलाश जारी


बक्सर टॉप न्यूज़, बक्सर : प्रताप सागर के पेट्रोल पंप के प्रबंधक से रुपयों की लूट तथा उनकी हत्या मामले का पुलिस ने उद्भेदन कर लिया है मामले में सात लोगों की संलिप्तता पाई गई जिनमें से चार लोगों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया है. अन्य फरार अभियुक्तों की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी की जा रही है. यह जानकारी एसपी नीरज कुमार सिंह ने गुरुवार को आयोजित प्रेस वार्ता के दौरान दी. उन्होंने बताया कि 21 मार्च को दोपहर तकरीबन 12:00 बजे मिताली पेट्रोल पंप चिलहरी से उजले रंग की सफारी गाड़ी में सवार होकर पेट्रोल पंप प्रबंधक मनोज पासवान कुल 5.14 लाख रुपये लेकर प्रताप सागर स्थित इंडियन बैंक में जमा कराने के लिए गाड़ी से जा रहे थे. जब वह प्रताप सागर मैथोडिस्ट हॉस्पिटल के गेट के सामने गाड़ी खड़ा कर बैंक की तरफ जाने लगे तब दो अज्ञात अपराधियों ने दौड़कर मनोज पासवान से हाथापाई कर उनका बैग छीनने का प्रयास किया. विरोध करने पर उन्हें गोली मार दी और बैग छीनकर फरार हो गए. बाद में अस्पताल ले जाने पर चिकित्सकों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया.





इस मामले को पुलिस ने चुनौती के रूप में लिया और तुरंत ही  एएसपी राज के नेतृत्व में जिले भर के चुनिंदा पुलिस अफसरों की एक टीम तैयार की गई जिसमें वैज्ञानिक तरीके से अनुसंधान प्रारंभ किया और घटना में शामिल जिला हरि गांव निवासी वीरेंद्र सिंह के पुत्र गोलू सिंह उर्फ राजा को गिरफ्तार किया. राजा ने अपने स्वीकारोक्ति बयान में यह बताया कि पेट्रोल पंप पर नोजल मैन का काम करने वाले उमेश तथा अन्य लोगों के साथ मिलकर इस घटना को अंजाम दिया गया है. इस बयान के आधार पर पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए पेट्रोल पंप पर कार्यरत औद्योगिक थाना क्षेत्र के छोटकी कोठिया निवासी उमेश सिंह, पिता - शिव कुमार सिंह, सिमरी थाना क्षेत्र के खंधरा पांडेयपुर निवासी रामपति यादव के पुत्र बबलू यादव, बड़की कोठिया गांव निवासी रविंद्र सिंह के पुत्र अनीष सिंह उर्फ सुपन सिंह को गिरफ्तार कर लिया. पूछताछ में गिरफ्तार अभियुक्तों ने बताया कि इस घटना में बड़की कोठिया निवासी विवेक कुमार के पुत्र अमित कुमार सिंह, सिमरी थाना क्षेत्र के खंधरा निवासी श्रीनिवास यादव के पुत्र ददन यादव तथा नया भोजपुर थाना क्षेत्र के प्रताप सागर निवासी दिवाकर महतो के पुत्र सोनू महतो भी शामिल हैं.

नोज़ल मैन ने रची थी लूट की साजिश, जेल से छूटकर आए अपराधी भी था शामिल : 

राजा ने अपने स्वीकरोक्ति बयान में बताया कि मिताली सर्विस स्टेशन पर नोजल मैन के रूप में काम करने वाले उमेश सिंह ने बड़की कोठिया निवासी तथा जेल से हाल ही में छूट कर आए अमित सिंह के साथ मिलकर यह प्लान बनाया था कि होली के बाद एक साथ बैंक में बहुत सारे रुपये रुपए जमा करने के लिए कर्मी जाएंगे. उस वक्त लूट की घटना को अंजाम देने से सभी मालामाल हो जाएंगे. बाद में अन्य अभियुक्तों के साथ मिलकर उन्होंने लूट की घटना को अंजाम दिया तथा इस दौरान विरोध करने पर पेट्राल पम्प कर्मी मनोज पासवान को गोली मार दी गई.

लूट के बाद करनामेपुर में बांटे गए पैसे, कपड़े नष्ट करने का किया प्रयास : 

एसपी ने बताया कि लूट की घटना को अंजाम देने के बाद सभी अपराधी कर्मी भागकर भोजपुर जिले के शाहपुर थाना अंतर्गत करनामेपुर फील्ड में चले गए जहां उन्होंने बैग में रखे कुल 5.14 लाख रुपयों का बंटवारा किया, फिर सभी अपने-अपने रास्ते चले गए. गिरफ्तार अभियुक्तों के पास से कुल 1.87 लाख रुपये नगद के साथ साथ दो देसी पिस्टल, छह जिंदा कारतूस, घटना में प्रयुक्त दो मोटरसाइकिल, एंड्राइड मोबाइल फोन तथा घटना के समय अभियुक्त के पहने हुए कपड़े बरामद किए गए हैं. अभियुक्त परिजनों की सहायता से पहने हुए कपड़े नष्ट करने का भी प्रयास कर रहे थे लेकिन, वह सफल नहीं हो सके.

36 घंटे से ज्यादा समय तक जाग कर पुलिसकर्मियों ने किया कांड का उद्भेदन : 

उन्होंने बताया कि इस कांड के उद्भेदन में अपर पुलिस अधीक्षक राज के साथ-साथ नया भोजपुर थाना अध्यक्ष राजीव रंजन राय, औद्योगिक थाना अध्यक्ष मुकेश कुमार, सिमरी थानाध्यक्ष सुनील कुमार निर्झर, डीईआइयू के आलोक कुमार, रंजीत कुमार, आलोक कुमार सिंह, सिकरौल थानाध्यक्ष संजीव कुमार, नया भोजपुर ओपी थाने में पदस्थापित नवीन कुमार तथा अमरेश कुमार के साथ-साथ डीआइयू टीम के सभी सदस्यों ने 36 घंटे से ज्यादा समय तक जागते हुए कांड का सफलता पूर्वक उद्भेदन कर लिया.

वीडियो : 















 














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