शतचंडी महायज्ञ में भक्ति रसधारा का प्रवाह जारी ..

सनद रहे कि चैत्र शुक्ल प्रतिपदा से शुरू होकर दस अप्रैल तक चलने वाली धार्मिक अनुष्ठान सह प्राण प्रतिष्ठा यज्ञ अवधि में प्रतिदिन संगीतमय श्रीमद्भगवत कथा के साथ ही नामी-गिरामी कलाकारों के द्वारा भजन कीर्तन और देवी जागरण का लगातार आयोजन किया जा रहा है.







- माता रानी की जयघोष और भक्ति गीत-संगीत से गूंज रहा है आयोजन स्थल
- श्रद्धालुओं में दिख रहा उत्साह, प्रतिदिन चल रहा भक्ति जागरण का कार्यक्रम

बक्सर टॉप न्यूज़, बक्सर : कोपवां गांव स्थित नवनिर्मित काली मंदिर में मूर्ति प्राण प्रतिष्ठा सह शतचंडी के दौरान मां काली के जयघोष और वैदिक मंत्रोच्चारण से पूरे इलाके में भक्तिरस के अवरल धारा प्रवाहित हो रही है. शुक्रवार की रात देवी जागरण कार्यक्रम के दौरान प्रख्यात भोजपुरी गायक कमलबास कुंवर और अभियंता के बीच भक्ति गीतों का शानदार मुकाबला हुआ जिसे देखकर मौजूद लोग लगातार झूमते रहे. जागरण कार्यक्रम का उद्घाटन गणमान्य लोगों ने किया जबकि, उपस्थित कलाकारों और गणमान्य अतिथियों को आयोजन समिति के अवधेश कुमार सिंह, गीता सिंह, अमिताभ कुमार सिंह उर्फ मुन्ना सिंह, अरुण सिंह पहलवान, रामेश्वर सिंह, लल्लू सिंह, अखिलेश सिंह, प्रमोद सिंह मुटुर सिंह, सनमून सिंह, आलोक सिंह, करिया सिंह, मुन्ना सिंह, अरुण सिंह, जगदीश नारायण चौबे, शुभम सिंह ने प्रसाद स्वरूप माता रानी की चुनरी देकर देकर सम्मानित किया.  




इस धार्मिक आयोजन से कोपवां और आसपास के इलाकों में भक्ति का माहौल कायम है. बताया जा रहा है, कि यहां काली मंदिर के जीर्णोद्धार और प्राण प्रतिष्ठा कार्य में एमवीआई तथा स्थानीय निवासी अवधेश कुमार सिंह तथा गीता सिंह सहित पूरे ग्रामीणों का महत्वपूर्ण योगदान है. सनद रहे कि चैत्र शुक्ल प्रतिपदा से शुरू होकर दस अप्रैल तक चलने वाली धार्मिक अनुष्ठान सह प्राण प्रतिष्ठा यज्ञ अवधि में प्रतिदिन संगीतमय श्रीमद्भगवत कथा के साथ ही नामी-गिरामी कलाकारों के द्वारा भजन कीर्तन और देवी जागरण का लगातार आयोजन किया जा रहा है. इसको लेकर मां काली मंदिर निर्माण समिति के साथ सही पूरे गांव के ग्रामीण श्रद्धालुओं में श्रद्धा भक्ति और उत्साह का माहौल देखने को मिल रहा है.


निकाली गई राम बलराम की आकर्षक झांकी : 

आयोजन के दौरान ही शुक्रवार को राम-बलराम की आकर्षक झांकी निकाली गई. यह प्रस्तुति देखकर मौके पर मौजूद श्रद्धालु भक्त भाव विभोर हो गए. भगवान का रूप धरे कलाकारों की आरती भी उतारी गई. कलाकारों ने अपनी प्रस्तुति से ऐसा समा बांधा कि मौके पर मौजूद श्रद्धालु भक्त जय-जयकार करने को विवश हो गए.

















 














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