विपक्ष की भूमिका में बच्चों ने जहाँ बक्सर के विकास से सम्बंधित सवाल किए वहीं, पक्ष की भूमिका में सदन में बैठे बच्चों ने उसका जवाब भी दिया. गोल-मटोल जवाब पर सदन में बैठे सदस्यों के बीच बच्चों ने गोलमोल जवाब की जगह सटीक जवाब देने के लिए कहा तो सभागार ठहाकों से भर गया. सभागार में उपस्थित बिहार विधानसभा अध्यक्ष सहित अन्य गणमान्यों से भी हँसी रोकी नहीं गयी.
- बिहार विधानसभा अध्यक्ष के समक्ष नगर भवन में बना सदन सा नजारा
- बच्चों की प्रतिभा को देख मंत्रमुग्ध हुए जनप्रतिनिधि व अधिकारी
बक्सर टॉप न्यूज़, बक्सर : आजादी के अमृत महोत्सव और बिहार विधानसभा के शताब्दी वर्ष के मौके पर सामाजिक नैतिक संकल्प अभियान एवं बाल युवा संसद कार्यक्रम के लिए बक्सर पहुंचे बिहार विधानसभा के अध्यक्ष विजय कुमार सिन्हा का स्वागत बक्सर विधायक संजय कुमार तिवारी उर्फ मुन्ना तिवारी ने सर्किट हाउस में गुलदस्ता और अंगवस्त्र प्रदान कर किया. उसके बाद अध्यक्ष महोदय के साथ आयोजन स्थल बक्सर नगर भवन पहुंचे. बाल युवा संसद कार्यक्रम के लिए विभिन्न स्कूलों के बच्चों ने भाग लिया. जहां बच्चों के सवालों से जनप्रतिनिधि भी घिरते नजर आए.
बक्सर नगर भवन का हॉल मंगलवार को विधानसभा की तर्ज पर दिख रहा था, जहाँ स्कूल के बच्चे नेता पक्ष प्रतिपक्ष और सभापति की भूमिका में दिखे. विपक्ष की भूमिका में बच्चों ने जहाँ बक्सर के विकास से सम्बंधित सवाल किए वहीं, पक्ष की भूमिका में सदन में बैठे बच्चों ने उसका जवाब भी दिया. गोल-मटोल जवाब पर सदन में बैठे सदस्यों के बीच बच्चों ने गोलमोल जवाब की जगह सटीक जवाब देने के लिए कहा तो सभागार ठहाकों से भर गया. सभागार में उपस्थित बिहार विधानसभा अध्यक्ष सहित अन्य गणमान्यों से भी हँसी रोकी नहीं गयी. ऐसा प्रतीत हो रह था जैसे सभी सदन में ही उपस्थित हों. इस सवालों की लिस्ट में शुभम कुमार द्वारा पूछा गया "सरकारी स्कूलों में गिरावट का क्या कारण है और सरकार इसे बेहतर क्यों नहीं कर रही है?" रूद्र पाण्डेय का "शराब बंद हो चुकी है लेकिन एक लाख लोग इसके बाद भी प्रदेश में हर साल भरते हैं कैसे?" काजल कुमारी, बक्सर का "बक्सर के कृषि पदार्थों को अन्तर्राष्ट्रीय स्तर पर क्यों नहीं बेचा जा रह है?" साकिब अंसारी का "शौचालय और स्वच्छता कही धरातल पर नहीं दिखती है? जो है उनका मेंटेनेंस क्यों नहीं है?" वहीं, भीषण गरमी से परेशान पर्यावरण के लिए चिंतित एक छात्र अमित कुमार, चौसा द्वारा पूछे गए सवाल "सरकारी वृक्षारोपण के बाद भी वृक्ष पनप क्यों नहीं रहे हैं?" को शामिल किया गया. इसके आलावा समर्थ वर्मा के "नमामि गंगे प्रोजेक्ट के बाद भी गंगा में कचरे का जमाव क्यों है?" , अनुप्रिया सिंह का "बक्सर विश्वविद्यालय और मेडिकल कॉलेज बनाने की मांग, सानिया का "जल जमाव की समस्या", ऋणी कुमारी (नावानगर ) का "खेल और संस्कृतिक कार्यक्रम पर ध्यान देने क्यों नहीं है?" , जैसे सवालों को भी शामिल किया गया.
इन सवालों के बाद विस के अध्यक्ष विजय कुमार सिन्हा ने बच्चों से पक्ष और विपक्ष दोनों से पूछे गए सवाल पर उसका अनुदान कैसे हो इसपर चर्चा करने को कहा. इस चर्चा में बच्चों ने अपने विवेक से अच्छे सुझाव और उपाय बताया..बच्चों द्वारा स्कूल में शिक्षा को बेहतर करने के लिए जब सवाल किया तो विस अध्यक्ष ने बच्चों से पक्ष और प्रतिपक्ष के रूप में बैठे सदन में बच्चों से पूछा कि इसके लिए विधायक और अधिकारियों की क्या भूमिका होनी चाहिए? इसपर बच्चों ने अपने अपने बेहतर सुझाव दिए. इसके बाद विस अध्यक्ष ने बच्चों से मौलिक अधिकारों और कर्तव्यों पर बोलने को कहा. बच्चों और उनके बीच सीधा संवाद होता रहा. सभापति ने कहा कि शिक्षा का अधिकार सबको है लेकिन उसके लिए हम सभी का कर्तव्य है कि सबसे पहले परिवार से सीखें, उसके बाद समाज से और फिर विद्यालय से शिक्षा ग्रहण करें. ये हर इन्सान का कर्तव्य है कि वह अपने घर को नशा मुक्त, अपराध मुक्त, बाल विवाह मुक्त, बाल श्रम मुक्त और दहेज़ मुक्त रखे. साथ ही स्वच्छता युक्त, आयुष युक्त, विरासत युक्त और जल युक्त बनाये. उन्होंने सभागार में बच्चों समेत उपस्थित सभी लोगों उक्त विषयों के लिए शपथ भी दिलाई.
इस अवसर पर उपस्थित पूर्व विधायक श्रीकांत पाठक ने कहा कि ऐसा पहली बार हुआ है कि वर्तमान सरकार द्वारा पूर्व विधायक को भी बुला कर एक सम्मान दिया गया है. उन्होंने इसके लिए अपनी कृतजता सभापति महोदय के प्रति जाहिर की. वहीं डुमरांव विधायक अजीत सिंह ने बाल युवा संसद में बच्चों की बेबाकीपन को देखने के बाद खुशी जाहिर करते हुए उम्मीद जताई कि आप सभी में से कोई न कोई विधानसभा जरूर पहुंचेगा. ऐसी स्थिति में आपको यह जानना जरूरी है कि बड़े मंच पर कम समय में अपनी बातों को कैसे रखा जाए? राजपुर विधायक ने अपने संबोधन में कह कि बच्चों के लिए वे हमेशा उपलब्ध हैं और स्कूल में कभी भी किसी प्रकार की जरूरत होने पर वे सदैव हाजिर रहेंगे? इस मौके पर सदर विधायक मुन्ना तिवारी ने उपस्थित बच्चों और सज्जनों को संबोधित करते हुए कह कि विधानसभा की शताब्दी वर्ष के साथ ही रामानुज स्वामी का भी सहस्त्राब्दी समारोह मनाया जा रहा है.ऐसे पावन वर्ष में सरकार द्वारा बाल युवा संसद कार्यक्रम के जरिये सामाजिक और नैतिक संकल्पों को घर - घर तक पहुचाने का कार्य बेहद ही सराहनीय है. उन्होंने बच्चों के प्रतिभा और स्पष्ट बोलने से प्रसन्न होकर कहा कि स्कूलों में खुद भ्रमण करेंगे और शिक्षा को बेहतर कराएंगे. कार्यक्रम में दो लघु फिल्म भी दिखाया गया जिसमें एक विधानसभा के ऊपर बनी फिल्म थी वही एक मानवीय गुणों को विकसित करने लिए प्रेरित करने वाली फिल्म थी. इस मौके पर बच्चों को पुरस्कृत भी किया गया वही जनप्रतिनिधियों को संकल्प प्रमाण पत्र भी विस अध्यक्ष ने खुद अपने हाथों से दिया. सभा का समापन राष्ट्रगीत से हुआ. इस मौके पर बक्सर जिलाधिकारी अमन समीर, आरक्षी अधीक्षक नीरज कुमार सिंह, उप विकास आयुक्त डॉ योगेश कुमार सागर, सदर अनुमंडलाधिकारी धीरेंद्र कुमार मिश्र, जिला शिक्षा पदाधिकारी समेत कई पदाधिकारी मौजूद थे.
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