वीडियो : दोस्त के साथ मिलकर सरकारी शिक्षक ने व्यवसायी से मांगी 15 लाख रुपये की रंगदारी, दोनों गिरफ्तार ..

उन्होंने सोचा कि क्यों न स्वर्ण व्यवसायी चंदन वर्मा से रंगदारी मांगी जाए क्योंकि, चंदन वर्मा की दुकान से इनके घरों पर सोना-चांदी की खरीद होती थी ऐसे में उन्हें यह उम्मीद थी कि इन से रंगदारी मांगी जाए तो आसानी से मिल सकती है, जिसके तहत फोन करके 15 लाख रुपये रंगदारी मांग की और रंगदारी नहीं देने पर अंजाम भुगतने की धमकी भी दी गई.

 





- पैसों की जरूरत पूरा करने के लिए बनाया प्लान
- पुलिस ने किया रंगदारी मांगने में प्रयुक्त मोबाइल फोन को बरामद


बक्सर टॉप न्यूज, बक्सर : बक्सर के एक स्वर्ण व्यवसायी से 15 लाख रुपये रंगदारी मांगने के मामले में पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए न सिर्फ रंगदारी मांगने वाले युवकों को गिरफ्तार कर लिया है बल्कि, इस कांड में प्रयुक्त मोबाइल फोन भी बरामद कर लिया है. गिरफ्तार अभियुक्तों शामिल युवकों में एक युवक के विरुद्ध शराब का अवैध कारोबार करने का मामला नगर थाने में दर्ज है जबकि एक युवक सरकारी शिक्षक है. पैसों की जरूरत को पूरा करने के लिए दोनों ने रंगदारी मांगने का अपराध किया, जिसके बाद उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया और न्यायालय के समक्ष प्रस्तुत करते हुए जेल भेज दिया गया.


मामले में प्रेस वार्ता करते हुए एसडीपीओ गोरख राम ने बताया कि 18 मई को एक स्वर्ण व्यवसायी चंदन वर्मा, पिता - ललन जी वर्मा (जो कि नगर के पीपरपांती रोड निवासी हैं) से फोन करके 15 लाख रुपये रंगदारी की मांग की गई थी, इस मामले में प्राथमिकी दर्ज करते हुए मामले की जांच शुरु की गई. कांड के सफल उद्भेदन एवं अपराधियों की गिरफ्तारी हेतु एसपी नीरज कुमार सिंह के द्वारा उनके (अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी गोरख राम) नेतृत्व में एक टीम का गठन किया गया गठित टीम के द्वारा टेक्निकल इंटेलिजेंस एवं ह्यूमन इंटेलिजेंस के आधार पर प्राथमिकी अभियुक्त नया बाज़ार निवासी धर्मेंद्र कुमार (24 वर्ष) पिता-राजकुमार राम तथा सिविल लाइंस के स्वर्गीय अविनाश कुमार इनके पुत्र अभिषेक कुमार सिंह (32 वर्ष) को गिरफ्तार किया गया.

पूछताछ के दौरान दोनों ने स्वीकार किया कि अभिषेक के बहन की शादी थी जिसके लिए उसे पैसों की आवश्यकता थी. (दरअसल, अभिषेक के पिता की मृत्यु के बाद अभिषेक अनुकंपा पर वीर कुंवर सिंह मध्य विद्यालय में शिक्षक की नौकरी करते हैं) ऐसे में उन्होंने सोचा कि क्यों न स्वर्ण व्यवसायी चंदन वर्मा से रंगदारी मांगी जाए क्योंकि, चंदन वर्मा की दुकान से इनके घरों पर सोना-चांदी की खरीद होती थी ऐसे में उन्हें यह उम्मीद थी कि इन से रंगदारी मांगी जाए तो आसानी से मिल सकती है, जिसके तहत फोन करके 15 लाख रुपये रंगदारी मांग की और रंगदारी नहीं देने पर अंजाम भुगतने की धमकी भी दी गई.

एसडीपीओ ने बताया कि अपराधियों के द्वारा रंगदारी मांगने में उपयोग किए मोबाइल फोन के साथ-साथ एक अन्य मोबाइल फोन वह भी बरामद किया गया है. बकौल एसडीपीओ पकड़े गए युवकों में से धर्मेंद्र कुमार के द्वारा पूर्व में भी शराब कारोबार किए जाने की बात सामने आई थी इसमें 8 नवंबर 2021 को उन्हें गिरफ्तार कर जेल भेजा गया था.

प्रशिक्षु पुलिस उपाधीक्षक के साथ-साथ डीआइयूकी टीम भी थी मामले के उद्भेदन में शामिल :

एसडीपीओ ने बताया कि जिस टीम के द्वारा मामले का उद्भेदन किया गया उसमें प्रशिक्षु पुलिस उपाधीक्षक अमरनाथ, पुलिस अवर निरीक्षक सह नगर थानाध्यक्ष दिनेश कुमार मालाकार, डीआइयू के प्रभारी पुलिस अवर निरीक्षक राजेश मालाकार, डीआइयू शाखा के पुलिस अवर निरीक्षक रंजीत कुमार, नगर थाने में पदस्थापित पुलिस अवर निरीक्षक रंजीत कुमार सिन्हा तथा नगर थाने में ही पदस्थापित पुलिस अवर निरीक्षक अमित कुमार के साथ-साथ सिपाही रवि, शशि भूषण, जैकी, सोनू, सुदेश, विकास, धीरज, अनुराग, मनीष, संजीत, अभय आदित्य के साथ-साथ डीआइयू तथा टाइगर मोबाइल की टीम शामिल थी. इनके साथ ही महिला सिपाहियों में नगर थाने में पदस्थापित अर्पिता तथा अनुपम ने भी मामले के उद्भेदन में विशेष भूमिका निभाई.

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