भगवान परशुराम की जीवनी को पाठ्यक्रम में शामिल करने की मांग, जयंती पर निकली भव्य शोभायात्रा ..

कहा कि कक्षा एक से स्नातकोत्तर तक भगवान श्री परशुराम जी की जीवनी को पाठ्यक्रम में शामिल की जाए. इसके साथ ही तीन मई को राजकीय अवकाश घोषित करने के साथ ही डुमरांव अनुमंडल क्षेत्र के खाली पड़े ग्लेज्डटाइल्स जमीन को आवंटित की जाए ताकि जन सहयोग के माध्यम से भगवान श्री परशुराम की आदमकद प्रतिमा स्थापित की जा सके. उन्होंने कहा कि इसको लेकर सम्पर्क अभियान चलाया जाएगा.





- बक्सर नगर में निकाली गई थी भव्य शोभायात्रा
- परशुराम-चाणक्य विचार मंच के तत्वाधान में डुमरांव में भी मनी जयंती


बक्सर टॉप न्यूज, बक्सर : परशुराम जयंती के मौके पर जिले के बक्सर तथा डुमरांव  में अलग-अलग कार्यक्रमों का आयोजन कर भगवान परशुराम नमन किया गया. बक्सर में जहां शोभा यात्रा निकाली गई बस डुमराव में उनकी जयंती पर आयोजित कार्यक्रम में भगवान परशुराम की जीवनी को पाठ्यक्रम में शामिल करने की मांग की गई.


सनातन सेवा संस्थान की तरफ से जिला मुख्यालय में भगवान परशुराम की जयंती पर भव्य शोभायात्रा निकाली गई. शोभायात्रा से पूर्व सुबह तकरीबन 9:00 बजे किला मैदान में भगवान परशुराम की विधि विधान से पूजा हुई. तत्पश्चात दिन में 11:00 बजे बाइक पर सवार युवाओं का जत्था किला मैदान से निकला और पीपी रोड, मुनीम चौक, जमुना चौक, ठठेरी बाजार होते हुए पुनः किला मैदान में पहुंचा. उनके साथ पैदल चल रहे लोग भी शामिल थे. भव्य शोभायात्रा में जहां सनातनी युवाओं ने हाथों में भगवा ध्वज ले रखा था वहीं दूसरी तरफ वे पूरे मार्ग में भगवान परशुराम की जय-जयकार करते रहे पूरा नगर भगवान परशुराम के रंग में रंग गया था.

कार्यक्रम में वक्ताओं ने कहा कि सनातन धर्म की रक्षा करना सभी का पुनीत कर्तव्य है. आज जिस प्रकार से सनातनी युवाओं ने एकजुटता दिखाई है. निश्चित रूप से वह आने वाले भविष्य संकेत है कि सनातन धर्म की रक्षा करने के लिए सभी युवा एकजुट हैं. उन्होंने कहा कि भगवान परशुराम ने यह कहा था कि धर्म की रक्षा के लिए शास्त्र के साथ-साथ शास्त्र की भी पूजा होनी चाहिए. निश्चित रूप से इस बात को आज के युवाओं को अंगीकार करना ही होगा. कार्यक्रम को सफल बनाने में सनातन सेवा संस्थान के अध्यक्ष दीपक सिंह, कोषाध्यक्ष सौरभ चौबे, मीडिया प्रभारी राघव कुमार पांडेय, सचिव सोनू ओझा,  विक्की उपाध्याय, निक्कू ओझा, संजय ओझा, प्रकाश पाण्डेय,डॉ० श्रवण कुमार तिवारी, मिथलेश पाण्डेय, बबली दूबे, चन्द्रभूषण ओझा अन्य सैकड़ो लोग शामिल थे.



परशुराम चाणक्य विचार मंच के तत्वाधान में डुमराव शाखा कार्यालय में मंच के भगवान श्री परशुराम की जयंती मनाई गई. सबसे पहले उनके तैल चित्र पर पुष्प अर्पित कर वैदिक मंत्रोचार के साथ पूजा अर्चना किया गया. कार्यक्रम की अध्यक्षता कमल किशोर राय ने की जबकि संचालन तुलसी तिवारी ने किया. मुख्य अतिथि के रूप में परशुराम-चाणक्य विचार मंच के राष्ट्रीय अध्यक्ष राम नाथ तिवारी ने पूजा अर्चना करते हुए कहा कि
भगवान परशुराम जी का जन्म, अन्याय, अधर्म व पाप के विनाश के लिए हुआ था. भगवान विष्णु ने अपना छठा अवतार भी माना गया है. जिनमें शिव का संहारक गुण भी प्राप्त था. कहा जाता है कि इस दिन दान करने से पुण्य की प्राप्ति होती है. 

उन्होंने पूर्व की मांगो को रखते हुए कहा कि कक्षा एक से स्नातकोत्तर तक भगवान श्री परशुराम जी की जीवनी को पाठ्यक्रम में शामिल की जाए. इसके साथ ही तीन मई को राजकीय अवकाश घोषित करने के साथ ही डुमरांव अनुमंडल क्षेत्र के खाली पड़े ग्लेज्डटाइल्स जमीन को आवंटित की जाए ताकि जन सहयोग के माध्यम से भगवान श्री परशुराम की आदमकद प्रतिमा स्थापित की जा सके. उन्होंने कहा कि इसको लेकर सम्पर्क अभियान चलाया जाएगा.

श्री तिवारीने कहा कि इस मांग को लेकर प्रधानमंत्री, संचार मंत्री व बिहार के मुख्यमंत्री को पत्राचार के माध्यम से गुहार लगाई गई है.कांग्रेस नगर अध्यक्ष कृष्ण मोहन त्रिपाठी उर्फ नेपाली तिवारी ने कहा कि बिहार में उनकी जयंती पर सरकारी अवकाश घोषित किया जाना चाहिए. वही, मांगो के प्रति कमल किशोर राय ने समर्थन जताते हुए संकल्पित हुए. 

इस दौरान भष्माकर दुबे, ओम प्रकाश दुबे, सतन चौबे,आदर्श तिवारी,अभिषेक कुमार, भीम तिवारी, रोहित तिवारी, अशोक कुमार दुबे, अजय प्रताप सिंह,अमित कुमार ,पिंटू सिंह ,सुधीर कुमार सिंह, मोहम्मद इकबाल,दया शंकर प्रसाद, बबलू जायसवाल, शशिकांत तिवारी, रविशंकर श्रीवास्तव, लालू तिवारी आदि मौजूद रहें.





















 














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