कैदी भाइयों की कलाई पर ब्रह्मकुमारी बहनों ने सजाई राखी, लिया सच्चाई व परोपकार के रास्ते पर चलने का वादा ..

दूरस्थ शिक्षा व्यवस्था के माध्यम से कैदियों को शिक्षित करने तथा विभिन्न प्रशिक्षण कार्यक्रमों के द्वारा उन्हें प्रशिक्षित करने का भी कार्यक्रम नियमित रूप से चलाया जाता रहता है ताकि सजा पूरी करने के बाद जेल से निकलने के उपरांत उनके जीविकोपार्जन के लिए उन्हें कोई परेशानी ना हो.




- केंद्रीय कारा परिसर में आयोजित हुआ कार्यक्रम
- कैदियों को समाज की मुख्यधारा में लौटने की दी गई प्रेरणा

बक्सर टॉप न्यूज, बक्सर :  रक्षाबंधन के मौके पर केंद्रीय कारा में बंद कैदियों को ब्रह्मकुमारी बहनों के द्वारा रक्षा सूत्र बांधकर उनके बेहतर भविष्य की कामना की गई. केंद्रीय कारा परिसर में आयोजित कार्यक्रम के दौरान ब्रम्हाकुमारी बहनों ने सभी कैदियों से यह वादा लिया कि वह अपने अतीत में किए गए बुरे कर्मों को भुलाकर सच्चाई व परोपकार की राह पर चलते हुए आगे बढ़ेंगे, ताकि अपनी सजा पूरी करने के पश्चात जब वह एक बार फिर से समाज के बीच जाएं तो मुख्यधारा में लौट कर अपने जीवन का निर्वहन कर सकें.

कार्यक्रम के दौरान कारा अधीक्षक राजीव कुमार ने कहा कि कारा एवं सुधार विभाग के द्वारा समय-समय पर कैदियों के बीच इस तरह के कार्यक्रमों का आयोजन इसलिए किया जाता है ताकि कारा में सजा भुगतने के दौरान अगर उनके मन में किसी तरह की कोई कुंठा व्याप्त हो तो वह दूर हो सके. साथ ही उन्हें समाज की मुख्यधारा में लौटने के लिए प्रेरणा भी मिल सके. इसके अतिरिक्त दूरस्थ शिक्षा व्यवस्था के माध्यम से कैदियों को शिक्षित करने तथा विभिन्न प्रशिक्षण कार्यक्रमों के द्वारा उन्हें प्रशिक्षित करने का भी कार्यक्रम नियमित रूप से चलाया जाता रहता है ताकि सजा पूरी करने के बाद जेल से निकलने के उपरांत उनके जीविकोपार्जन के लिए उन्हें कोई परेशानी ना हो. 

कार्यक्रम में संस्था के बीके अंकित अशोक, बीके पारसनाथ ओझा, बीके बिनु देवी, बीके तारा देवी ने भी अपने वक्तव्य द्वारा सभी कैदी भाइयों को उमंग उत्साह से भरपूर किया और बताया कि जब भी वह जेल से निकले उनका जीवन समाज के कल्याण हेतु हो ताकि उनके अस्तित्व का भी इस समाज पर छायांकित हो. इस दौरान कारा अधीक्षक के साथ-साथ उपाधीक्षक त्रिभुवन सिंह एवं अन्य कारा कर्मी 

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