गणतंत्र दिवस के बाद से अतिधि शिक्षकों का मानदेय रुका, स्वतंत्रता दिवस तक भी मिलने के आसार नहीं ..

कहना है कि प्रशासन के द्वारा उनसे इलेक्शन ड्यूटी तथा अन्य सभी काम कराए जा रहे हैं जो नियोजित शिक्षकों के द्वारा किए जाते हैं लेकिन, भुगतान की बारी आती है तो उनके साथ सौतेला व्यवहार किया जाता है उनके मानदेय का भुगतान नहीं किए जाने से शिक्षक काफी परेशानी में अपना जीवन व्यतीत कर रहे हैं.









- जनवरी माह से नहीं हुआ है जिले के 99 अतिथि शिक्षकों को वेतन का भुगतान
- डीईओ ने कहा आवंटन नहीं होने के चलते नहीं हो सका है भुगतान

बक्सर टॉप न्यूज़, बक्सर : जिले के विभिन्न सरकारी  उच्च माध्यमिक विद्यालयों में कार्यरत अतिथि शिक्षकों को जनवरी के बाद से मानदेय ही नहीं मिला है. ऐसे में उनकी स्वतंत्रता दिवस तक भी मयस्सर नहीं होने के आसार हैं. कई अतिथि शिक्षकों ने इस संदर्भ में बताया कि उन्हें जनवरी 2022 से मानदेय भुगतान नहीं किया गया है. कई बार विभागीय अधिकारियों से संपर्क करने पर भी उनके द्वारा कोई स्पष्ट जवाब नहीं दिया. ऐसे में कई महीनों से वह मुफलिसी की जिंदगी जी रहे हैं और अब जब स्वतंत्रता दिवस या जन्माष्टमी का त्यौहार सामने है उन्हें यह चिंता सता रही है कि उनके घर त्योहार हो पाएंगे अथवा नहीं?



शिक्षकों का कहना है कि प्रशासन के द्वारा उनसे इलेक्शन ड्यूटी तथा अन्य सभी काम कराए जा रहे हैं जो नियोजित शिक्षकों के द्वारा किए जाते हैं लेकिन, भुगतान की बारी आती है तो उनके साथ सौतेला व्यवहार किया जाता है उनके मानदेय का भुगतान नहीं किए जाने से शिक्षक काफी परेशानी में अपना जीवन व्यतीत कर रहे हैं.

जितने दिन काम उतने दिन का वेतन :

दरअसल, जिले के विभिन्न प्लस टू स्कूलों में मानदेय पर 99 अतिथि शिक्षकों को नियुक्त किया गया है. इन्हें प्रतिदिन के हिसाब से वेतन दिया जाता है. शिक्षकों को एक हज़ार रुपये प्रतिदिन का भुगतान करना होता है ऐसे में विद्यालय अगर 20 दिन चला तो उस महीने में 20 हज़ार और यदि विद्यालय 10 दिन चला तो उस महीने में 10 हज़ार का ही भुगतान किया जाता है.

डीइओ ने कहा, आवंटन नहीं होने के कारण रुका है भुगतान :

मामले में जिला शिक्षा पदाधिकारी अनिल कुमार द्विवेदी ने बताया कि आवंटन नहीं होने के कारण भुगतान रुका हुआ है हालांकि, वह जल्द से जल्द भुगतान के लिए प्रयास करेंगे.

















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